महासमुंद। सरस्वती शिशु मंदिर तुमगांव में वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। साथ ही नव निर्मित भवन का लोकार्पण हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर बच्चों को संस्कार देने वाली संस्था है। यहां पड़ने वाले विद्यार्थी के अंदर ज्ञान के साथ साथ संस्कारों का भंडार भरा होता। जो आने वाले समय में राष्ट्र निर्माण में उपयोगी कारक होते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे आचार्य गण बहुत कम मानदेय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा छात्र छात्राओं को प्रदान करते हैं।
जो अपने आप में शिक्षा के प्रति समर्पण
भाव को दिखाता है। सांसद चुन्नीलाल साहू ने 10 लाख की लागत से
निर्मित भवन का लोकार्पण करते हुए कहा कि यह भवन पीढीयों को शिक्षित करेगी। इसकी
नींव के अंदर राष्ट्र निर्माण का तत्व छिपा है, जो अपनी छाया
तले देश को गोरवान्वित करने वाले सच्चे नागरिक का निर्माण करेंगे।उन्होंने भावी
पीढ़ी को सही लक्ष्य पर कार्य करने परिश्रम की पराकाष्ठा करने का आव्हान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नगर पंचायत तुमगांव के अध्यक्ष राकेश चन्द्राकर ने
कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम
का आयोजन हुआ।
प्रतिभागी छात्र छात्राओं ने अच्छी तैयारी कर
सांस्कृतिक कार्यक्रम की छटा बिखेर रहे हैं। यहां से शिक्षा प्राप्त कृ बच्चे अनेक
नवीन क्षेत्रों में कदम बढ़ा चुके हैं और विद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। ये
छात्र छात्राएं हमारे सनातन परंपरा संस्कृति के संवाहक है राष्ट्र निर्माण के
प्रमुख स्तंभ बनेंगे यही हमारे विद्यालय का उद्देश्य भी है। चन्द्राकर ने आगामी
शिक्षा सत्र के लिए सांसद चुन्नीलाल साहू जी से अतिरिक्त कक्ष के निर्माण के लिए
राशि की मांग की ताकि 11वी,12वी की कक्षाएं संचालित हो सके।
कार्यक्रम को वरिष्ठ नेता मोती साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर तुमगांव वर्षों से संचालित है यहां मूलभूत सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है फिर भी अच्छी शिक्षा के लिए न्यूनतम आवश्यकता है उसकी ओर सांसद जी का ध्यान आकृष्ट कराना चाहूंगा यहां भवन के साथ साथ अच्छी क्वालिटी की प्रेक्टिकल सामग्री की जरूरत को पूरी करना है। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य देवेन्द्र निर्मलकर, आभार प्रदर्शन विजय निर्मलकर ने किया। इस अवसर चैनू साहू, पप्पू पटेल, धर्मेन्द्र यादव, राजेंद्र निर्मलकर, शैलेन्द्र सेन, अन्नपूर्णा निर्मलकर, गंगा निषाद, हीरालाल, सहित आचार्य,आचार्या गण पालक गण और नागरिक उपस्थित थे।