आनंदराम पत्रकारश्री.
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मृतक:- रामकुमार दीवान, तमोरा |
वह आयुर्वेद चिकित्सा विभाग में शासकीय सेवक था। लाखों रुपये बैंक बैलेंस भी है। हत्या की वजह जर-जोरू-जमीन में से किसी एक का होना माना जाता है। इस अंधे कत्ल की गुत्थी उलझ गई है। क्योंकि जोरू की उम्र 24 साल और मृतक पति का 55 साल, अर्थात 27 साल का उम्र में अंतर और 8 महीने की नवजात बच्ची अनेक अनसुलझी कड़ियां है। जिसे पुलिस जोड़ नहीं पा रही है।
कहा जाता है कि लहू बहुत कुछ कहता है , बस सुनने का माद्दा होना चाहिए। लोग शंका जाहिर करने लगे हैं कि कहीं ऐसा तो नहीं कि संवेदनशील पुलिस कप्तान भोजराम की मैदानी पुलिस अमले ने आरोपितों से अघोषित समझौता कर लिया है? वारदात के बाद मृतक के नौकर को खल्लारी थाना और उसकी पत्नी को महासमुन्द थाना में सप्ताह भर से अधिक समय तक रखकर गहन पूछताछ की जाती रही। कहा जाता है कि पुलिस मुर्दों से भी सच उगलवाने का माद्दा रखती है, तब संदेहियों की जुबां नहीं खोलवा पाना अथवा वास्तविकता से मुंह फेर लेने को पुलिस की संदिग्ध कार्यप्रणाली माना जा रहा है।