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कुदरत का कहर: आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत, 28 बकरियों की भी गई जान

छत्तीसगढ़ में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। दरअसल, प्रदेश में प्री-मानसून बारिश के साथ ही आपदाएं आने लगी हैं। प्रदेश के कोरिया जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक बच्ची समेत 2 बच्चों की मौत हो गई। दोनों बच्चे घर के अंदर ही खेल रहे थे। वहीं एक ग्रामीण की भी मौत हुई है। दूसरी ओर बालोद में पेड़ के नीचे खड़ी 28 बकरियां मर गई हैं। चरवाहा की जान बाल-बाल बची है।

जानकारी के मुताबिक कोरिया में बुधवार शाम जोरदार बारिश हो रही थी। तभी जनकपुर क्षेत्र के जैती गांव के दो मकानों पर आकाशीय बिजली गिर पड़ी। इस दौरान घर के अंदर खेल रहे उकेश बर्मन (उम्र 12) और मुस्कान बर्मन (उम्र 5) की मौत हो गई। मुस्कान कुछ दिन पहले ही लाखन टोला से अपनी बुआ के यहां जैती आई थी। परिजन हादसे के बाद बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

गाज गिरने से ग्रामीण और उसकी बकरी की गई जान

सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। वहीं प्रशासन की ओर से मुआवजे की कार्रवाई की जा रही है। दूसरा हादसा मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र स्थित बिहारपुर ग्राम पंचायत में हुआ है, जहां एक ग्रामीण बारिश में अपने कच्चे मकान की छत ठीक करने के लिए ऊपर चढ़ा था। उसे ठीक करने के बाद जैसे ही सीढ़ियों से नीचे उतरा अचानक से आकाशीय बिजली गिर गई। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं चपेट में आकर एक बकरी भी मर गई।

गाज गिरने से 28 बकरियों की मौत

दूसरी ओर बालोद के डौंडीलोहारा नगर के टिकरापारा में छाटा तालाब के पास बुधवार देर शाम आकाशीय बिजली गिरी। इस दौरान पीपल के पेड़ के नीचे बकरे-बकरियां खड़े थे। बिजली गिरने से वहां आग लग गई और चपेट में आकर 28 बकरे-बकरियों की मौत हो गई। हादसे के दौरान पेड़ के नीचे खड़ा चरवाहा भुरू यादव बाल-बाल बच गया। वह बकरियों को चराने के लिए लेकर गया था।

आज भी बिजली गिरने की आशंका

मौसम विभाग के मुताबिक एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश से असम तक स्थित है। एक उत्तर-दक्षिण द्रोणिका दक्षिण बिहार से दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश तक स्थित है। इसके प्रभाव से 16 जून को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात और अंधड़ भी चल सकती है।

आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 18 हाथियों की मौत

बता दें कि साल 2021 में 13 मार्च को असम में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 18 हाथियों की मौत हो गई थी। ये सभी हाथी जंगल में एक साथ विचरण कर रहे थे। इसी दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिर गई। आकाशीय बिजली के संपर्क में आने से 18 हाथियों की मौके पर ही मौत हो गई थी। प्रधान मुख्य वन संरक्षक अमित सहाय ने बताया कि कठियाटोली रेंज के कुंडोली वन क्षेत्र में पहाड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने से ये घटना हुई थी। उन्होंने बताया कि 2 झुंड में हाथियों के शव मिले। इनमें से 14 हाथियों के शव पहाड़ी के ऊपर मिले। जबकि चार शव पहाड़ी के निचले भाग में मिले।

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