छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सभी शासकीय कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को प्रमुखता से स्थान देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपने ट्वीट में कहा है कि छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्नता हमारे किसानों से है, उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है। हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का निर्णय लिया है, जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की पहल पर शासकीय कार्यक्रमों की शुरूआत राज्यगीत ‘अरपा पैरी के धार‘...... के साथ की जा रही है।
बता दें कि राज्य सरकार ने अब से सभी सरकारी कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को प्रमुख स्थान देने का फैसला किया है। इसका मतलब अब हर सरकारी कार्यक्रम में यह चित्र लगाना अनिवार्य होगा। यह चित्र 90 के दशक में चल रहे छत्तीसगढ़ राज्य बनाओ आंदोलन के समय बना था। सरकारी कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी का चित्र लगाने की शुरुआत पिछले सप्ताह ही हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्थलगांव विधानसभा के बटईकेला के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर संवाद की शुरुआत की थी। पहले भी विभिन्न सरकारी, सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर पूजा-अर्चना होती रही है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 18, 2022
अरपा पैरी के धार...
अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार
इंदिरावती हा पखारय तोर पईयां
महूं पांवे परंव तोर भुंइया
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया।।
सोहय बिंदिया सहीं, घाट डोंगरी पहार
चंदा सुरूज बनय तोर नैना
सोनहा धाने के अंग, लुगरा हरियर हे रंग
तोर बोली हावय सुग्घर मैना
अंचरा तोर डोलावय पुरवईया
महूं पांवे परंव तोर भुंइया
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया।।
रयगढ़ हावय सुग्घर, तोरे मउरे मुकुट
सरगुजा अउ बिलासपुर हे बइहां
रयपुर कनिहा सही घाते सुग्घर फबय
दुरूग बस्तर सोहय पैजनियां
नांदगांव नवा करधनिया
महूं पांवे परंव तोर भुंइया
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया।।