देश के दूसरों राज्यों की तरह राजस्थान में भी सड़क हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। ताजा मामला कोटा के सिमलिया थाना क्षेत्र का है, जहां एक यात्री बस ने खड़े ट्रेलर को टक्कर मार दी। हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई है। निजी ट्रेवल्स की बस अहमदाबाद से कानपुर जा रही थी। बस में करीब 45 यात्री सवार थे। इसी बीच कोटा-बारां हाईवे 27 पर सिमलिया के पास बस ड्राइवर ने गुटखा थूकने की कोशिश की और उसका बैलेंस बिगड़ गया।
बस अनियंत्रित होते ही सड़क पर खड़े ट्रेलर को टक्कर मार दी। हादसे में MP के एक और UP के 2 यात्रियों की मौत हो गई। वहीं एक यात्री की शिनाख्त नहीं हुई है। 5 घायल हो गए हैं। हादसे के बाद ड्राइवर मौके से फरार हो गया। इधर, हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने यात्रियों को बस से बाहर निकाला। घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया। वहीं सुबह ग्रामीण SP भी घटनास्थल पर पहुंचे। मृतकों में दो इसी बस के ड्राइवर है। जो बस में सो रहे थे। इन्हें शिफ्ट में बस चलानी थी। दोनों की नींद में ही मौत हो गई।
DSP नेत्रपाल ने दी जानकारी
DSP नेत्रपाल ने बताया कि तड़के 3 बजे बेलेंस बिगड़ने से बस ड्राइवर ने आगे चल रहे ट्रेलर के टक्कर मार दी। हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है। जबकि 5 घायल हो गए। मृतकों की पहचान झांसी के बखतर गांव में रहने वाले वीरेंद्र, ग्वालियर के मोहना गांव में रहने वाले नारायण सिंह और उत्तर प्रदेश के पोस्ट पाली खुर्द गांव में रहने वाले जितेंद्र सिंह के रूप में हुई है। वहीं एक ही अब तक पहचान नहीं हो पाई है।
सालाना डेढ़ लाख लोगों की मौत
बता दें कि भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते विश्वभर में होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत मौत भारत में होती हैं। विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क हादसे होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।
नियमों की अनदेखी से बढ़ रहा सड़क हादसा
भारत में सुरक्षित यात्रा करने के लिए भारत सरकार ने लोगों की जीवन सुरक्षा के लिए यातायात के नियम ( Traffic rules) बनाए हैं, जिन नियमों का पालन करना हर भारतीय का परम कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान समय में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि इन्हीं यातायात के नियम की अनदेखी के कारण हुआ है।