देश में आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। ताजा मामला राजस्थान के जयपुर का है, जहां एक डॉक्टर ने बेहोशी की दवा को इंजेक्शन से ड्रिप में डालकर सुसाइड कर लिया। डॉक्टर के पास सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि 'मैं अपने जीवन को समाप्त कर रहा हूं। इसमें किसी का कोई लेना-देना नहीं है। किसी को परेशान नहीं किया जाए।'
मामला जयपुर के चित्रकूट इलाके का है। SHO रामकिशन बिश्नोई ने बताया कि नित्यानंद नगर चित्रकूट नगर के रहने वाले 44 साल के डॉक्टर मुकुल गोयल ने सुसाइड किया है। डॉक्टर मुकुल जगतपुरा स्थित एशियन कैंसर हॉस्पिटल में कैंसर विशेषज्ञ थे। उनकी पत्नी डॉक्टर जूही राजापार्क स्थित एक हॉस्पिटल में डॉक्टर है। राजपार्क स्थित मकान में डॉक्टर जूही अपने 8 साल के बेटे के साथ रहती हैं।
सबसे पहले नौकरानी ने देखी लाश
डॉक्टर मुकुल गोयल रविवार रात को हॉस्पिटल से चित्रकूट स्थित घर लौटे थे। देर रात उन्होंने बेहोशी की दवाई का ओवर डोज बनाया। कमरे में बेड पर हाथ में कैनुला लगाकर ड्रिप में बेहोशी की दवा ले ली। सोमवार दोपहर में नौकरानी घर पहुंची तो सुसाइड का पता चला। दोपहर नौकरानी घर में झाड़ू-पोंछा करने पहुंची। डॉक्टर मुकुल के कमरे से निकलकर नीचे नहीं आने पर उसे शक हुआ। घर की साफ-सफाई के बाद डॉक्टर मुकुल के रूम में गई।
बिस्तर पर अचेत पड़े थे डॉक्टर
बिस्तर पर डॉक्टर अचेत पड़े थे। हाथ में ड्रिप लगी हुई थी। काफी आवाज देने के बाद भी नहीं उठे तो अनहोनी की आशंका पर पड़ोसियों को बुलाया। पड़ोसियों ने डॉक्टर मुकुल को चेक किया। उनमें अब जान नहीं बची थी। पुलिस ने FSL टीम की मदद से मौके से सबूत जुटाए। पुलिस को कमरे में परिवार से जुड़े हुए डॉक्युमेंट मिले हैं। पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है।
डॉक्टर के पास से सुसाइड नोट बरामद
सुसाइड नोट में लिखा कि 'मैं अपने जीवन को समाप्त कर रहा हूं। इसमें किसी का कोई लेना-देना नहीं है। किसी को परेशान नहीं किया जाए। प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया है कि डॉक्टर मुकुल पिछले करीब 2 साल से परिवार से अलग रह रहे थे। रात करीब 10 बजे मोबाइल पर आए कॉल पर उन्होंने आखिरी बात की थी। बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में मेडिकल कॉलेज के एक युवा डॉक्टर ने तालाब में कूदकर खुदकुशी कर ली थी।