मध्यप्रदेश में बदमाशों और तस्करों के हौसले बुलंद है, तभी आए दिन अपराधों और बदमाशों के आतंक से जुड़ी खबरें सामने आती रही है। ताजा मामला गुना के आरोन का है, जहां काले हिरण के शिकारियों ने 3 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी है। पुलिस टीम में शामिल ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है। वहीं पुलिस की जवाबी फायरिंग में शिकारी नौशाद मेवाती मारा गया है। SI राजकुमार जाटव के हाथ में गोली लगने के बाद भी उन्होंने कई राउंड फायर किए। घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इसके बाद घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्वालियर के IG अनिल शर्मा को हटा दिया।
मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को 1-1 करोड़ का मुआवजा देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों की पहचान हो गई है। पुलिस फोर्स को भेजा गया है। हमलावरों को पुलिस एनकाउंटर में ढेर करने की तैयारी में है। वहीं इस मामले में नया खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक शिकारियों ने बारातियों के स्वागत के लिए काले हिरण और मोर का शिकार किया था। दरअसल, पुलिस फायरिंग में मारे गए नौशाद की भतीजी का आज निकाह था, जिसमें मेहमानों को मीट परोसा जाना था। उसी के लिए शिकारियों ने काले हिरनों का शिकार किया था।
रात में इन्हें लाते समय उनकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इसमें नौशाद नाम का आरोपी मारा गया। वहीं तीन पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक गिरफ्तारी नहीं बताई है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने करीब 13 लोगों को हिरासत में लिया है। CM ने कहा कि जवाबी एक्शन के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है। इसके बाद ताबड़तोड़ दोपहर में प्रशासन ने आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहा दिया।
SP राजीव कुमार मिश्रा का कहना है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं। शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे। पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। हमले में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए हैं। पुलिस ने धरपकड़ में 10 से ज्यादा संदिग्धों को उठाया है। बजरंगगढ़ थाने से पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग हो रही है। SP खुद बजरंगगढ़ थाने में मौजूद हैं और टीम को लीड कर रहे हैं। लगभग 10 थानों की पुलिस और 100 के लगभग पुलिसकर्मी धरपकड़ में लगे हैं। कलेक्टर ने कहा कि पुलिस तो अपनी कार्रवाई करेगी ही। प्रशासन भी उनके अवैध निर्माण और कार्यों की जानकारी निकाल रहा है। अवैध निर्माण को बुलडोजर से जमींदोज किया जाएगा।
Last tributes 🙏💐 to constable Neeraj Bhargav one of the police personal among three who was shot dead by Poachers in sharok Forest of Aron in Guna. 🙏💐 https://t.co/GJlOQrcrD3
— Praveen Agarwal🇮🇳🚩 (@PRAVEENGUNA) May 14, 2022
Last tributes 🙏💐 to constable Neeraj Bhargav one of the police personal among three who was shot dead by Poachers in sharok Forest of Aron in Guna. 🙏💐 https://t.co/GJlOQrcrD3
मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, कलेक्टर फ्रैंक नोबल ने अस्पताल पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद नीरज भार्गव का गुना में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उनके 12 साल के बेटे वंशी ने उन्हें मुखाग्नि दी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारे परिवार के 3 जांबाज सदस्यों की मौत हो गई। अपराधी कोई भी हो, पुलिस से बचकर जा नहीं सकते। कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सख्त से सख्त कार्रवाई हमलावरों पर की जाएगी। ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
🫧 @CollectorGuna श्री फ्रेंक नोबल ए. एवं पुलिस अधीक्षक गुना की कार्यवाही🫧 आरोन मुठभेड़ के आरोपियों के अवैध मकानों को किया जमींदोज, कार्यवाही अभी जारी रहेगी----@mohdept @drnarottammisra@guna_police @ChouhanShivraj@minprdd @CMMadhyaPradesh@JansamparkMP@GwaliorComm— Collector Guna (@CollectorGuna) May 14, 2022
आरोपियों के घरों पर चला बुलडोजर
घटना के बाद बाद प्रशासन ने आरोपियों के घरों को बुलडोजर से ढहा दिया। दोपहर में राजस्व की टीम ने अवैध निर्माण की जानकारी निकाली। इसके बाद दोपहर 3 बजे टीम बिदौरिया गांव पहुंची। बड़ी संख्या में वहां फोर्स भी तैनात की गई। ADM विवेक रघुवंशी ने पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग की। उनकी मौजूदगी में मकान गिराए गए। इधर, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि गुना की घटना दुखद है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब वह पुलिस को ही नहीं छोड़ रहे। गुना की घटना के बाद तो गृहमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र में एक SI सहित 2 पुलिसकर्मियों की हत्या "शिवराज नहीं-गुंडाराज" का प्रमाण!जब पुलिस ही असुरक्षित है तो आमजन की सुरक्षा कौन करेगा? जो गृहमंत्री अपने ही कर्मियों की रक्षा नहीं कर सके, वे नैतिकता के नाते दें इस्तीफा.#MP #MadhyaPradesh— 𝗗𝗿.𝗚𝗼𝘃𝗶𝗻𝗱 𝗦𝗶𝗻𝗴𝗵 (@GovindSinghDr) May 14, 2022
घटना के बाद जागती है सरकार: कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आखिर शिवराज सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं? प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी लचर क्यों है? हर घटना के बाद जागना सरकार की आदत बन चुका है। घटना के दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिये सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। वहीं BJP के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा है कि आखिर उस बुधौलिया गांव के अंदर इतने हथियार, कहां से आए? किसके संरक्षण में आए? दिग्विजय सिंह इस बात का जवाब दें कि उनका इन अपराधियों के साथ क्या संबंध है?।
लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि आख़िर शिवराज सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों है..?सरेआम अपराधी पुलिसकर्मियों की हत्या कर रहे है..?जंगल में बेख़ौफ़ होकर शिकार कर रहे है..?प्रदेश की क़ानून व्यवस्था की स्थिति इतनी लचर क्यों है , ज़िम्मेदार आख़िर कहाँ है..?— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 14, 2022
इस घटना के दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो और भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो , इसके लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जाये।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 14, 2022
यदि सरकार का क़ानून व्यवस्था पर व अपराधियों पर नियंत्रण होता तो इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था।हमारे पुलिसकर्मी भाइयों की शहादत बचायी जा सकती थी…— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 14, 2022
BJP प्रदेश अध्यक्ष ने लगाए दिग्गी पर आरोप
उन्होंने कहा कि मुझे सूचनाएं मिली हैं कि राघौगढ़ किले से दिग्विजय सिंह से जुड़े हुए लोग लगातार इस काम को करते आए हैं। इनके संरक्षण में उनको हमेशा से संरक्षण मिला है। इसलिए इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि दिग्विजय सिंह का इन आरोपियों के साथ क्या संबंध है। इन अपराधियों की इतनी हिम्मत कैसे हुई?। बता दें कि घटना के बाद से CM शिवराज सिंह चौहान एक्शन मोड में आ गए हैं। वे खुद इस घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।