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पत्रकारों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अंबिकापुर में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति का धरना प्रदर्शन खत्म

अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के द्वारा सरगुजा जिले के अंबिकापुर गांधी चौक में आयोजित धरना प्रदर्शन और जेल भरो आंदोलन में पूरे प्रदेश के पत्रकार इकट्ठा हुए।  इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार से अपनी जायज मांगों को रखा, जिसमें पहला मांग पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने कोई लेकर था। दूसरी मांग छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर फर्जी FIR बंद करने के लिए था।

तीसरी मांग फर्जी FIR साजिश के तहत जेल में बंद पत्रकार को निशर्त रिहा करने की है। चौथी मांग पत्रकारों का शोषण बंद करने की है। इन्ही मांगों को लेकर इस आंदोलन का नाम जेल भरो आंदोलन रखा गया था और सभी पत्रकार इस जेल भरो आंदोलन में अपना समर्थन दिए और SP ऑफिस में गिरफ्तारी देने पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तारी करने में इंकार कर दिया । पुलिस प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया, जिसमें प्रदेश में पत्रकारों पर प्रताड़ना पर संज्ञान लेने और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने प्रदेश सरकार को आदेश देने की बात कही। 

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने भूपेश सरकार को अपना वादा याद दिलाया कि भूपेश बघेल ने कहा था कि सरकार बनने पर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करेंगे, लेकिन सरकार को 4 साल होने जा रहे लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर रही है यदि भूपेश सरकार इस विधानसभा सत्र के पहले सुरक्षा कानून लाने की बात नही करती है तो आने वाले विधानसभा सत्र के पहले राजधानी में प्रदेश के पत्रकार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।

पत्रकारों के धरना स्थल में भाजपा के दिग्गज नेता राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने खुलकर समर्थन किया। नेता आलोक दुबे, पूर्व सांसद कमलभान सिंह, अखिलेश  सोनी, नेता समाजसेवी सीताराम भास्कर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य,जयनाथ केराम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष ने भी खुलकर पत्रकारों का समर्थन किया। पत्रकारों की जायज मांगों पर सरकार को चेताया कि पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है वो सही नहीं है। भाजपा के कद्दावर नेता रामविचार नेताम ने पत्रकारों का समर्थन करते हुए कहा कि इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा संसद में भी आवाज उठाएंगे और छत्तीसगढ़ के विधानसभा में भी भाजपा के नेता सरकार को घेरने काम करेंगे। 

पत्रकार सुरक्षा कानून होगा लागू!

सांसद ने कहा कि वे प्रश्न करेंगे कि पत्रकार देश के लोकतंत्र के चौथे स्तंभ है। इसके बाद भी पत्रकारों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए और पत्रकारों को सभी जायज मांगों को सरकार को माननी चाहिए, जिन्होंने अपने घोषणापत्र में वादा किए थे कि हम पत्रकार सुरक्षा लागू करेंगे। उल्टी पत्रकारों का फर्जी FIR कर चौथे स्तम्भ को दबाने का प्रयास कर रही है । आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार ने पर प्रदेश के पत्रकारों पर हुई FIR  की जांच की जाएगी। दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी और पत्रकार सुरक्षा कानून भी लागू करेगी।

संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश परिहार,राष्ट्रीय महासचिव महफूज खान ने भूपेश बघेल को याद दिलाया की ये वहीं पत्रकार है जिनके बलबूते कांग्रेस ने अपनी सरकार छत्तीसगढ़ में बनाई है। अगर इनकी पत्रकार सुरक्षा कानून की जायज मांग पूरी नही की जाती तो ये ही वो पत्रकार होंगे जिनके चलते आपको सत्ता भी गंवानी पड़ी सकती है , राष्ट्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ के पत्रकारों के साथ है आने वाले विधानसभा सत्र के पहले राजधानी में होंने वाले धरना में देश के अन्य राज्यो के पत्रकार भी शामिल होंगे।

इन्होंने किया संबोधन

धरना को प्रदेश से आए वरिष्ठ पत्रकार कमलेश स्वर्णकार राजनांदगांव, दीपक साहू कोरबा,राजेश सोनी सूरजपुर, सुशील बखला अम्बिकापुर, प्रवीण निशी मनेंद्रगढ़, रमेश वशिष्ठ बैकुंठपुर, शैलेन्द्र सिंह बलरामपुर, रवि रजक,विनोद नामदेव,नाहिदा कुरैशी, रायपुर,सुधीर तम्बोली ,राजन सोनी सरगुजा,नरेश चौहान सारंगढ, ज्ञानेश तिवारी,गोविन्द तिवारी गरियाबंद समेत अन्य जिलों से आए पत्रकरो ने संबोधित किया और सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने को कहा।

मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

अंबिकापुर के धरना और जेल भरो आंदोलन में प्रदेश के तीन सौ से अधिक पत्रकरों ने पहुंचकर समर्थन दिया। आगे होने वाले विधानसभा सत्र के पहले राजधानी में होने वाले आंदोलन में इससे अधिक संख्या के साथ राजधानी पहुंच कर भूपेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने की बात कही।

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