मुख्यमंत्री के सामने चेस खिलाड़ी प्रियांश तिवारी और मानस तिवारी गेम खेल रहे थे। मुख्यमंत्री ने चेस प्लेयर बच्चे सक्षम के साथ एक गेम भी खेला। उन्होंने चेस खेल रहे बच्चों को कहा कि शतरंज का खेल भारत का प्राचीन खेल है और बहुत बौद्धिक खेल है। यह खेल मानसिक विकास के लिए सबसे अच्छा गेम है। बहुत अच्छी बात है कि आप लोग स्टेट लेवल पर खेल रहे हैं। भारत में चेस के महानतम खिलाड़ी हुए हैं। आप लोगों के पास भी बहुत सी संभावनाएं हैं। खूब खेलें और देश का नाम रौशन करें।
मानस और प्रियांश को दिए चेकमेट के टिप्स
शतरंज की बिसात पर सबसे अहम होता है। सामने वाले खिलाड़ी की अगली चालों को भांप कर अपनी चाल चलना। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चेस में चेकमेट के ऐसे ही टिप्स एक दूसरे के खिलाफ शतरंज की बाजी खेल रहे चेस के नन्हे खिलाड़ी दो भाई प्रियांश तिवारी और मानस तिवारी को दिए। अपनी अगली चाल सोचने में तल्लीन दोनों बच्चों के पास पहुंचते ही मुख्यमंत्री ने मानस से कहा- आप तो मुझे देखने लगे, आपका ऊंठ तो गया! मुख्यमंत्री के शब्द सुनते ही बच्चों समेत उपस्थित सभी लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ गई।
मुख्यमंत्री ने मानस- प्रियांश और पास ही शतरंज खेल रहे अवनी जेना और अदनान के खेल का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने गौर से सामने बिछी बिसात को कुछ पल ठहरकर देखा और प्रियांश को अपना वजीर आगे चलने की सलाह दी। मुख्यमंत्री को बताया गया कि ये चारों बच्चे चेस के स्टेट खिलाड़ी है। उन्होंने ने बच्चों को खूब शाबाशी देते हुए उनकी हौसलाअफजाई की।