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नहर में डूबी डॉक्टर की कार, 5 लोगों की मौत, 2 बच्चियां लापता

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राजस्थान के सीकर में रहने वाले डॉक्टर और उनका परिवार पंजाब से लौटते वक्त एक दर्दनाक हादसे का शिकार हो गए। दरअसल, जालंधर रूपनगर के भाखड़ा नहर पुल पर निजी बस ने ओवरटेक करते हुए कार को टक्कर मार दी, जिससे कार नहर में जा गिरी। हादसे में डॉक्टर, उनकी पत्नी, बच्चों समेत 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 2 और 4 साल की दो बच्चियां लापता हैं, जिनकी तलाश भी नहर में की जा रही है। जानकारी के मुताबिक डॉक्टर 13 अप्रैल को परिवार के साथ घूमने गए थे। सोमवार रात तक वापस आने का प्लान था।

सीकर SP कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि पंजाब पुलिस से हादसे की जानकारी मिली है। रींगस CHC में कार्यरत हड्‌डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सतीश कुमार पूनियां, उनकी पत्नी सरिता पूनियां, बेटा राजा उर्फ दक्ष (14), डॉ. पूनियां का साला राजेश देवंदा (35) और राजेश की पत्नी रीना की मौत हो गई। डॉक्टर की दो साल की बेटी राजवी और उनके साले के बड़े भाई की 4 साल की बेटी गुड़िया की नहर में तलाश जारी है।

पुलिस ने 5 शव नहर से बाहर निकाल लिए हैं। जबकि दो बच्चियों की तलाश की जा रही है। डॉक्टर सतीश पूनियां की पत्नी सरिता पूनियां राजकीय स्कूल किशनमानपुरा में टीचर थी। दंपती का बेटा दक्ष आठवीं क्लास में पढ़ता था। डॉक्टर का साला राजेश देवंदा टीचर की कोचिंग कर रहा था। उनकी पत्नी रीना राजकीय स्कूल गोविंदगढ़ में टीचर थी। डॉक्टर और उनके साले का परिवार शिमला और मनाली घूमने के लिए गया था।

पुलिस ने कार को क्रेन की सहायता से बाहर निकाला। एक पर्स में मिले कागजों से मृतकों की पहचान की गई। हादसे की सूचना पर दिल्ली में रहने वाला मृतक डॉक्टर का बड़ा भाई ओमप्रकाश पंजाब के लिए रवाना हुए। ओमप्रकाश दिल्ली पुलिस में ASI हैं। राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉक्टर विनोद गुप्ता ने बताया कि 13 अप्रैल को डॉक्टर सतीश पूनियां ने बताया था कि चार दिन के लिए परिवार के साथ घूमने जा रहा हूं। 18 अप्रैल को वापस आ जाऊंगा। 

देश में लगातार हो रहे हादसे

सोमवार सुबह करीब 8 बजे डॉक्टर सतीश पूनियां से बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि बॉस आज मैं नहीं आ पाऊंगा। लेट नाइट तक पहुंच पाऊंगा। इसके बाद फोन कट गया था। डॉक्टर सतीश पूनियां के माता-पिता रींगस के गांव में रहते हैं। उनके पड़ोस में ही मामा गिरधारी लाल निठारवाल रहते हैं। उन्होंने बताया कि हादसे की सूचना मिलने के बाद भांजे के परिवार को बताने की हिम्मत तक नहीं हुई। फिलहाल उसके माता-पिता को हादसे की सूचना नहीं दी गई है। बता दें कि देश में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

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