बलरामपुर: कलेक्टर कुंदन कुमार ने 20 अप्रैल को प्राथमिक शाला हरदीदोहर और पहाड़ी कोरवा आश्रम सरगड़ी का निरीक्षण किया। निरीक्षण में विद्यालय और आश्रम में अव्यवस्था, बच्चों का स्तर न्यून पाया गया। साथ ही साफ-सफाई, रंग-रोगन, प्रिंट चार्ट और कई प्रकार के काम अपूर्ण पाए गए, जो लापरवाही को प्रदर्शित करता है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने पदीय दायित्वों का सजगता से निर्वहन नहीं करने पर प्राथमिक शाला हरदीदोहर के सहायक शिक्षक एलबी सिरधनी सिंह और पहाड़ी कोरवा आश्रम सरगड़ी के सहायक शिक्षक एलबी प्रभारी आश्रम अधीक्षक मोहन राम को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में सिरधानी सिंह और मोहन राम मुख्यालय कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी बलरामपुर निर्धारित किया जाता है। निलंबन अवधि में सिरधनी सिंह और मोहन राम को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
3 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस
कलेक्टर ने 20 अप्रैल को ही हरदीदोहर आंगनबाड़ी का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। इस मौक पर ग्रामवासियों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देवपति के खिलाफ नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्र नहीं खोलने, पोषण आहर वितरण नहीं करने और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित नहीं किए जाने की गंभीर शिकायत की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने इस संबंध में कार्यकर्ता देवपति को तीन दिवस के अंदर स्पष्टिकरण प्रस्तुत करने को कहा है।
नियमित आंगनबाड़ी खोलने और पात्र हितग्राहियों को पूरक पोषण आहार लाभान्वित करने, शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ दिलाए जाने और मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत चिन्हाकिंत 06 महीने से 03 साल के कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में गरम भोजन खिलाने और 03 साल से 05 साल के कुपोषित बच्चों के लिए अतिरिक्त टिफिन में गरम भोजन देने के लिए निर्देशित किया गया है।
इन्हें जारी किया गया नोटिस
निर्देशन के बाद भी प्रभारी परियोजना अधिकारी राधा भाई एकीकृत महिला बाल विकास और पर्यवेक्षक सेक्टर कोचली सुशीला श्याम ने सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। वे विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से हितग्राही लाभान्वित होने से वंचित हो रहे हैं, जो घोर लापरवाही, उदासीनता और अनुशासनहीनता को प्रदर्शित करता है। ये छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के नियम के प्रतिकुल है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस संबंध में राधा भाई और सुशीला श्याम को तीन दिवस के अंदर स्पष्टिकरण प्रस्तुत करने को कहा है।