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चीन में बड़ा विमान हादसा, सभी 132 पैसेंजर की मौत

चीन के गुआंग्शी में एक बड़ा विमान हादसा हुआ है। दरअसल, चाइना ईस्टर्न पैसेंजर एयरलाइंस का विमान गुआंग्शी की पहाड़ियों में क्रैश हो गया, जिसमें सवार सभी 132 लोगों की मौत हो गई। इनमें 123 यात्री और 9 क्रू मेम्बर्स सवार थे। विमान क्रैश होने के बाद वहां के जंगल में आग लग गई थी। चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक फ्लाइट MU 5735 ने दोपहर सवा एक बजे कुनमिंग चांगशुई एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। ये फ्लाइट 3 बजे गुआंगझोऊ तक पहुंचनी थी। जानकारी के मुताबिक प्लेन दो मिनट से भी कम समय में 30 हजार फीट नीचे गिर गया और 563 किमी/घंटे की रफ्तार से पहाड़ों से टकराकर क्रैश हुआ।

उड़ान भरने के 71 मिनट बाद ये प्लेन हादसे का शिकार हो गया। लैंड करने से 43 मिनट पहले विमान का संपर्क ATC से टूट गया था। यात्रियों को ले जा रहा विमान बोइंग 737 है। बोइंग साढ़े 6 साल से एयरलाइंस में ऑपरेट हो रहा था। हादसे के बारे में चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का बयान नहीं आया है। हालांकि इसकी वेबसाइट को हादसे का शिकार हुए लोगों के प्रति सम्मान में ब्लैक एंड व्हाइट कर दिया गया है। इस मॉडल के विमान पहले भी कई बार हादसे का शिकार हो चुके हैं। हालांकि जो विमान हादसे का शिकार हुआ है वो बोइंग ने 2015 में ही डिलिवर किया था।

चीनी मीडिया के मुताबिक विमान गुआंग्शी के वुझोउ शहर के पास हादसे का शिकार हुआ। एक ग्रामीण ने बताया कि प्लेन के गिरते ही लगी आग से आसपास का जंगल आग में राख हो गया। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि हादसे से उन्हें धक्का लगा है। उन्होंने दुख जाहिर करते हुए हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। चीन में विमान दुर्घटना और एयरलाइन कंपनी के सभी 737-800 प्लेन की उड़ान बंद करने की घोषणा के बाद बोइंग के शेयरों में 8% तक की गिरावट आई है। दुनियाभर में बोइंग के 4,200 विमान सेवा में हैं। इनमें से 1,177 अकेले चीन में हैं।

लगातार हो रहे विमान हादसे

चीन में 1990 के दशक में विमान हादसे लगातार होते रहे हैं। इसके बाद कंपनियों ने इस पर ध्यान दिया और उड़ानों में नए विमान उपयोग किए जाने लगे। सरकार ने भी एविएशन की सख्त पॉलिसी बनाई। इस कारण हादसों की संख्या में काफी कमी आई। साल 2021 में दुनिया भर में 15 जानलेवा विमान हादसे हुए, जिसमें कुल 134 मौतें हुईं। सबसे बड़ी दुर्घटना श्रीविजय एयर बोइंग 737-500 की थी, जो इंडोनेशिया में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 9 जनवरी 2021 को हुए हादसे में बोर्ड पर सवार सभी 61 लोगों की मौत हो गई। चीन में सबसे बड़ी विमान दुर्घटना 2010 में हुई थी, जिसमें हेनान एयरलाइंस का एम्ब्रेयर ई-190 क्रैश हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार 96 यात्रियों में से 44 मारे गए थे।

भारत में बढ़ाई गई विमानों की निगरानी

इधर, चीन में हुए विमान हादसे के बाद भारत में डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन ने बोइंग विमानों के बेड़े की निगरानी बढ़ा दी है। अक्टूबर 2018 और मार्च 2019 के बीच दो बोइंग के दो विमान हादसे का शिकार हुए थे। इसमें 346 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद भारत में मार्च 2019 में बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ान पर बैन लगा दिया गया था। बाद में बोइंग ने विमानों के सॉफ्टवेयर में जरूरी अपडेशन किया। इस पर 27 महीने बाद पिछले साल अगस्त में भारत ने बैन हटा लिया था।

हादसे को लेकर PM मोदी ने जताया दुख

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में हुए विमान हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि चीन के विमान हादसे की खबर सुनकर धक्का लगा और गहरा दुख पहुंचा है। इस पर भारत में चीन के राजदूत सुन वेइडोंग ने धन्यवाद जताते हुए ट्वीट किया कि ​​राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खोज और बचाव के लिए आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र और लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए विमानन क्षेत्र की सुरक्षा को बेहतर बनाने की आवश्यकता है।

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