देश में आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसमें युवाओं का नाम सबसे ज्यादा सामने आ रहा है। ताजा मामला UP के अलीगढ़ जिले का है, जहां एक डॉक्टर ने पत्नी के साथ अनबन रहने के चलते क्लीनिक की पहली मंजिल पर पहुंचकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इस दौरान मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचा तो क्लीनिक की पहली मंजिल पर डॉक्टर की फांसी के फंदे पर लाश लटक रही थी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। डॉक्टर द्वारा क्लीनिक में आत्महत्या किए जाने के पीछे पत्नी से विवाद होना बताया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
मामला अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क इलाके का है, जहां थाना गांधी पार्क क्षेत्र के नगला मानसिंह इलाके में एक प्राइवेट चंपा देवी क्लीनिक बना हुआ है। यहां आस-पास के मरीज अपना इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इसी चंपा देवी क्लीनिक के डॉक्टर ने ग्रह कलेश और पत्नी से रोज-रोज की अनबन रहने के चलते आत्मघाती कदम उठाते हुए क्लीनिक के पहली मंजिल पर बने कमरे में पहुंचकर छत पर कपड़े से फांसी का फंदा बना उसी फांसी के फंदे पर लटककर खुदकुशी करते हुए मौत को गले लगाया है।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा
बताया जा रहा है कि एक मरीज इलाज के लिए डॉक्टर के पास पहुंचा था जब क्लीनिक की पहली मंजिल पर पहुंचा तो अंदर इलाज करने वाले डॉक्टर की लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। फांसी के फंदे पर डॉक्टर की लाश लटकी देख उसके होश उड़ गए और उसकी चीख निकल गई। चीख-पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोग तोड़कर मौके पर पहुंच गए। जिसके सूचना लोगों द्वारा पुलिस को दी गई फांसी के फंदे पर डॉक्टर की लाश लटके होने की सूचना पर थाना गांधी पार्क पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने फांसी के फंदे पर लटक रहे डॉक्टर की लाश को जमीन पर उतारा। फिर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस का कहना है कि थाना गांधी पार्क क्षेत्र के नगला मानसिंह में चंपा देवी क्लीनिक है। जहां शुक्रवार की देर शाम क्लीनिक के डॉक्टर ने पहली मंजिल पर जाकर छत पर फांसी का फंदा बना फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इलाज के लिए कोई ऊपर गया उस दौरान घटना की जानकारी हुई। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। फांसी के फंदे पर डॉक्टर की लाश लटके होने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस डॉक्टर के आत्महत्या के कारणों के मामले की जांच कर रही है। बरहाल डॉक्टर द्वारा आत्महत्या किए जाने के पीछे पत्नी से ग्रह कलेश के चलते विवाद होना बताया जा रहा है।
लगातार बढ़ रही आत्महत्या की घटनाएं
देश में बेरोजगारी, कर्ज और दिवालियापन के कारण हर साल बड़ी संख्या में लोग आत्महत्या कर रहे हैं। बीते 3 साल के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक सवाल का जवाब देते हुए राज्यसभा में बताया कि साल 2018, 2019 और 2020 के दौरान 25 हजार से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की है। आत्महत्या के पीछे दिवालियापन, बेरोजगारी और कर्ज जैसे बड़े कारण सामने आए हैं। इन 3 सालों में सबसे ज्यादा खुदकुशी की घटनाएं 2020 में हुई हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में बताया कि 2018 से 2020 तक बेरोजगारी, कर्ज जैसे कारणों से कितने लोगों ने अपनी जान दी है।