छत्तीसगढ़ के कवर्धा में कोरोना ड्यूटी कर रहे 45 साल के एक शिक्षक की मौत हो गई। उनकी ड्यूटी होम आइसोलेशन के कॉल सेंटर में लगी थी। शिक्षक मंगलवार को दोपहर में बाहर निकलते समय सीढ़ी पर अचानक गिर पड़े। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। फिलहाल हार्ट अटैक के कारण मौत की आशंका जताई जा रही है।
कोतवाली क्षेत्र के रेंगाखारखुर्द के रहने वाले शेरू खान (उम्र 45) कवर्धा ब्लॉक के बरबसपुर संकुल केंद्र अंतर्गत सिंघनपुरी पूर्व माध्यमिक स्कूल में शिक्षक थे। उनकी ड्यूटी जिला ग्रंथालय में बनाए गए होम आइसोलेशन कॉल सेंटर में लगाई गई थी, जहां शिक्षक दो शिफ्ट में काम कर रहे हैं। दोपहर करीब 12 बजे शिक्षक शेरू ग्रंथालय से बाहर निकलते समय सीढ़ी पर गिर पड़े। इसके बाद आस-पास के लोग और साथी उन्हें तत्काल जिला अस्पताल लेकर गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। बताया जा रहा है कि शिक्षक शेरू खान पहले से ही हार्ट के पेशेंट थे। ऐसे में आशंका है कि हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हुआ है। फिलहाल परिजन को सूचना दे दी गई है।
शिक्षक संघ ने की 50 लाख आर्थिक सहायता की मांग
इधर, टीचर्स एसोसिएशन ने शिक्षक के निधन पर दुख जताते हुए उनके परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की मांग की है। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश चंद्रवंशी ने कहा कि कोरोना ड्यूटी में लगे शिक्षकों के लिए 50 लाख बीमा कवर देने की मांग लगातार करते आ रहे हैं। शिक्षक शेरू खान का निधन होम आइसोलेशन कॉल सेंटर में ड्यूटी के दौरान हुआ है। ऐसे में जिला प्रशासन उनके परिजनों को जल्द राशि प्रदान करे।
CMHO ने दी जानकारी
CMHO एसके मंडल ने बताया कि जिले में 506 एक्टिव केस हैं। ये सभी होम आइसोलेशन में है। इन मरीजों की रोजाना स्वास्थ्य संबंधित जानकारी लेने के लिए होम आइसोलेशन कॉल सेंटर शुरू किया गया है। इसके माध्यम से मरीजों के बारे में जानकारी ली जाती है, ताकि दिक्कत हो तो मदद पहुंचाई जा सके। सेंटर में सुबह 8 से रात 8 बजे तक शिक्षकों की दो शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है, जो कि 11 फरवरी तक चलेगी। बता दें कि कोरोना काल के दौरान कोविड ड्यूटी कर रहे कई शिक्षकों ने अपनी जान गंवाई है, जिसके लिए टीचर्स एसोसिएशन लगातार 50 लाख बीमा कवर देने की मांग कर रहे हैं।