छत्तीसगढ़ राज्य में रबी फसलों की बुआई 76 प्रतिशत हो चुकी है। रबी बोनी के लिए इस साल निर्धारित लक्ष्य 18 लाख 50 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध अब तक 14 लाख 960 हेक्टेयर में रबी फसलों की बुआई पूरी की जा चुकी है। दलहनी फसलों में चना की बुआई सर्वाधिक 3 लाख 74 हजार 970 हेक्टेयर में हो चुकी है। इस साल तिवड़ा की बुआई लक्ष्य से लगभग 10 हजार हेक्टेयर रकबे में ज्यादा हुई है। तिवड़ा की बुआई के लिए चालू रबी सीजन में प्रस्तावित रकबा 2 लाख 46 हजार हेक्टेयर है, जबकि आज की स्थिति में 2 लाख 56 हजार 410 हेक्टेयर में तिवड़ा की बोनी हो चुकी है।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक राज्य में 2 लाख 5 हजार 710 हेक्टेयर में गेहूं, 64 हजार 790 हेक्टेयर में मक्का, 6 हजार 750 हेक्टेयर में जौ-ज्वार और मोटे अनाज की बोनी पूरी कर ली गई। दलहनी फसलों की बुआई 7 लाख 52 हजार 980 हेक्टेयर में और तिलहनी फसलों की बुआई 1 लाख 88 हजार 750 हेक्टेयर में हो चुकी है। गन्ना की बुआई 17 हजार 360 हेक्टेयर में साग-सब्जी और अन्य रबी फसलों की बुआई 1 लाख 32 हजार 830 हेक्टेयर में हो चुकी है।
दलहन फसलों की बोनी
छत्तीसगढ़ में दलहनी फसलों की बुआई तेजी से जारी है। राज्य में इस साल रबी सीजन में 8 लाख 73 हजार 430 हेक्टेयर में दलहनी फसलों की बोनी के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 7 लाख 52 हजार 980 हेक्टेयर में विभिन्न प्रकार की दलहनी फसलों की बोनी की जा चुकी है, जिसमें सर्वाधिक 3 लाख 74 हजार 970 हेक्टेयर रकबा चना की बोनी का है।
कृषि विभाग के मुताबिक राज्य में चालू रबी सीजन में 4 लाख 15 हजार 650 हेक्टेयर में चना की बोनी के प्रस्तावित लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 3 लाख 74 हजार 970 हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है। इसी तरह मटर की बुआई 43 हजार 370 हेक्टेयर में, मसूर की 29 हजार 350 हेक्टेयर में, मूंग की 13 हजार 600 हेक्टेयर में, उड़द की 7 हजार 740 हेक्टेयर में, तिवड़ा की 2 लाख 56 हजार 410 हेक्टेयर में, कुल्थी की 21 हजार 560 हेक्टेयर में अन्य दलहनी फसलों की 5 हजार 980 हेक्टेयर में हो चुकी है।