छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में साल के आखिरी दिनों में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकती है। छत्तीसगढ़ में साल 2021 भिगोते-भिगोते जाने वाला है। छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने आज यानी 27 से 30 दिसंबर तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की संभावना जताई है। सरगुजा और आस-पास के जिलों में ओले गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि 27 दिसंबर की देर रात प्रदेश के एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बहुत हल्की बारिश हो सकती है। अगले दिन 28 दिसंबर को प्रदेश के उत्तरी भाग के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं मध्य क्षेत्र के पश्चिमी भाग में एक दो स्थानों में हल्की बारिश होने की संभावना बन रही है। ये क्रम 29 दिसंबर को भी जारी रहेगा। इस दिन प्रदेश के सरगुजा और बिलासपुर संभाग के कई जगहों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
ओले गिरने की चेतावनी जारी
दुर्ग और रायपुर संभाग के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बस्तर संभाग के उत्तरी भाग में भी एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने सरगुजा संभाग और उससे लगे जिलों में एक दो स्थानों पर ओले गिरने की चेतावनी भी जारी की है।
प्रदेश में धान खरीदी की प्रक्रिया जारी
मौसम विभाग के मुताबिक 30 दिसंबर को मौसम खुलना शुरू हो जाएगा। कुछ क्षेत्रों में बादल छाए रह सकते हैं। इसकी वजह से कहीं-कहीं हल्की बारिश होगी। प्रदेश में धान खरीदी की प्रक्रिया जारी है। ऐसे में ये बरसात किसानों और सरकार दोनों पर भारी पड़ सकती है। खरीदी व्यवस्था में लगे अधिकारियों को धान को भीगने से बचाने का उपाय पहले से करना होगा।
बहुत ठंडी हो सकती है 31 दिसंबर की रात
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि बारिश की वजह से दिन के तापमान में गिरावट आएगी। इससे ठंड का एहसास बढ़ेगा। 31 दिसंबर को जब मौसम साफ होगा तब दिन का तापमान बढ़ेगा, लेकिन रात सामान्य से ज्यादा ठंडी हो जाएगी। न्यूनतम तापमान में गिरावट कुछ दिन बनी रहेगी। नए साल के स्वागत की तैयारियों में ठंड से बचने के उपाय भी शामिल करने होंगे। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में उत्तर से ठंडी और शुष्क हवाओं का आगमन बंद हो गया है। वहीं दक्षिण छत्तीसगढ़ में दक्षिण से नमी युक्त अपेक्षाकृत गर्म हवा आ रही है। इसकी वजह से प्रदेश के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी का ट्रेंड जारी है।