जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir) में लगातार आतंकी मुठभेड़ हो रहे हैं, जिसमें सुरक्षाबल के जवानों को लगातार सफलता मिल रही है। इसी बीच जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में हुए मुठभेड़ में 3 आतंकियों को मार गिराया है। कुलगाम में 2 जबकि श्रीनगर में एक आतंकी को ढेर किया गया है। कुलगाम में मारे गए आतंकी की पहचान हिजबुल कमांडर शिराज मौलवी और यावर भट्ट के रूप में हुई है।
शिराज युवाओं को बरगलाकर आतंकी बनाने के काम में जुटा हुआ था। साथ ही निर्दोष लोगों की हत्या में भी शामिल था। वहीं श्रीनगर में मारे गए आतंकी की पहचान पुलवामा के आमिर रियाज के तौर पर हुई है। आमिर रियाज आतंकी संगठन गजवातुल हिंद से जुड़ा हुआ था। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक आतंकी आमिर रियाज को फिदायीन हमले की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
आतंकी सहयोगी ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार
कश्मीर IGP विजय कुमार ने कहा कि 'श्रीनगर मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी की पहचान ख्रीव, पुलवामा के आमिर रियाज के रूप में हुई है, वो प्रतिबंधित आतंकी संगठन मुजाहिदीन गजवतुल हिंद से जुड़ा था। वह लेथपोरा आतंकी हमले के एक आरोपी का रिश्तेदार था, उसे फिदायीन हमले को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। IGP विजय कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में हुए मुठभेड़ में सुरक्षबलों ने अब तक 133 आतंकियों को मार गिराया है, जिसमें आतंकियों के बहुत से कमांडर भी शामिल है। वहीं लगभग 39 आतंकियों को जिंदा पकड़ा गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर की गांदरबल पुलिस ने एक आतंकवादी सहयोगी को ग्रेनेड के साथ पकड़ा है।
गुरुवार को हुए मुठभेड़ में भी 2 आतंकी हुए थे ढेर
इससे पहले जम्मू कश्मीर के श्रीनगर और कुलगाम में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में दो आतंकी मारे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि बेमिना इलाके के हमदानिया कॉलोनी इलाके में शाम को मुठभेड़ शुरू हो गई। कश्मीर मंडल पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर बताया कि मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया है। और उसके पास से कुछ गोला बारुद के साथ एक एके राइफल भी बरामद की गई है। अधिकारियों ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट मिलने तक मुठभेड़ चल रही थी।
CRPF शिविर पर हमला
उन्होंने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल शिविर और उपमंडलीय पुलिस अधिकारी के कार्यालय के समीप अभियान चल रहा था। इस बीच मुजाहिदीन गजवातुल हिंद ने एक हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसके तीन कैडर ने CRPF शिविर पर हमला किया है।
नक्सलियों ने ली अपने ही साथी की जान
इधर, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में अपने ही साथी की जान ले ली है। नक्सलियों को अपने साथी पर उनकी जानकारी पुलिस को देने का शक था। इसीलिए उन्होंने देर रात गांव वालों के सामने जनता अदालत लगाई और गद्दारी के आरोप में उसे मौत के घाट उतार दिया। मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने अपने ही साथी की गर्दन धारदार हथियार से रेत दी। ये घटना कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा थाना इलाके के गट्टाकाल गांव की है।
पुलिस ने अब तक नहीं की आधिकारिक पुष्टि
पुलिस ने अब तक नक्सली की हत्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। जानकारी के मुताबिक मारे गए शख्स पर हत्या, लूट और आगजनी जैसे 8 मामले दर्ज थे। साथी पर मुखबिरी के शक के बाद गुरुवार देर रात नक्सलियों ने पहले तो जन अदालत लगाई। इसमें तीन गांव के लोग शामिल हुए। इस दौरान वहां पर 40 से ज्यादा हथियारबंद नक्सली भी मौजूद थे। इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। मारा गया शख्स दिनेश भी एक नक्सली था।
ग्रामीणों के सामने दी मौत की सजा
जानकारी के मुताबिक जनता अदालत में नक्सलियों ने अपने साथी दिनेश नुटेरी को रस्सी से बांध कर रखा था। गांववालों का कहना है कि दिनेश पुलिस से मिला हुआ था। वो उनकी जानकारियां पुलिस को दे रहा था। दिनेश को मारने से पहले नक्सलियों ने गांव के लोगों से गद्दारी की सजा भी पूछी थी। वहीं पुलिस इस मामले पर फिलहाल कुछ भी कहने से बच रही है। दूसरी तरफ गांव में नक्सली दिनेश का शव पहुंचते ही आक्रोश भर गया। वहीं पुलिस का कहना है कि घटना के बारे में अभी उनके पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
गला रेतकर उतारा मौत के घाट
गुप्त जानकारी पुलिस को देने के आरोप में नक्सली की गला रेतकर हत्या कर दी गई। गांव वालों के ही सामने उसे मौत के घाट उतार दिया गया। हैरान करने वाली बात ये है कि उसे मारने से पहले नक्सलियों ने गांव के लोगों से गद्दारी की सजा भी पूछी थी। उसके बाद धारदार हथियार से उसकी जान ले ली गई। वहीं मारे गए नक्सली के गांव में इस घटना से बहुत ही गुस्से का माहौल है।