कोरोना से बचाव के लिए छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर तक 2 करोड़ 37 लाख 33 हजार 338 टीके लगाए गए हैं। प्रदेश के एक करोड़ 61 लाख 39 हजार 625 लोगों को इसका पहला टीका और 75 लाख 93 हजार 713 को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। कोरोना से बचाव के लिए बालोद में अब तक 8 लाख 43 हजार 755, बलौदाबाजार में 8 लाख 62 हजार 978, बलरामपुर में 4 लाख 45 हजार 146, बस्तर में 6 लाख 76 हजार 700, बेमेतरा में 5 लाख 59 हजार 135 और बीजापुर में 1 लाख 58 हजार 180 टीके लगाए जा चुके हैं।
इसी तरह बिलासपुर में 16 लाख 67 हजार 300, दंतेवाड़ा में 2 लाख 57 हजार 473, धमतरी में 7 लाख 69 हजार 322, दुर्ग में 16 लाख 61 हजार 999, गरियाबंद में 4 लाख 11 हजार 321, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 3 लाख 7 हजार 190, जांजगीर-चांपा में 12 लाख 75 हजार 328 और जशपुर में 6 लाख 80 हजार 097 टीके लग चुके हैं।
रायगढ़ में 23 लाख 13 हजार 228 को लगे टीके
कवर्धा में पहली और दूसरी खुराक को मिलाकर 6 लाख 8 हजार 372, कांकेर में 6 लाख 9 हजार 254, कोंडागांव में 4 लाख 38 हजार 632, कोरबा में 9 लाख 93 हजार 932, कोरिया में 5 लाख 35 हजार 097, महासमुंद में 12 लाख 70 हजार 712, मुंगेली में 4 लाख 16 हजार 616, नारायणपुर में 82 हजार 523, रायगढ़ में 23 लाख 13 हजार 228, रायपुर में 26 लाख 25 हजार 855, राजनांदगांव में 16 लाख 19 हजार 708, सुकमा में 2 लाख 31 हजार 490, सूरजपुर में 6 लाख 9 हजार 358 और सरगुजा में 8 लाख 2 हजार 637 टीके अब तक लगाए गए हैं।
अब तक 2.37 करोड़ को लगे टीके
प्रदेश भर में 3 लाख दस हजार 601 स्वास्थ्यकर्मियों, 3 लाख 18 हजार 668 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 साल से ज्यादा के 63 लाख 11 हजार 245 और 18 से 44 साल आयु वर्ग के 91 लाख 99 हजार 111 नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं 2 लाख 69 हजार 917 स्वास्थ्यकर्मियों, 2 लाख 62 हजार 710 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 साल से ज्यादा के 38 लाख 3 हजार 177 और 18 से 44 आयु वर्ग के 32 लाख 57 हजार 909 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। इस तरह प्रदेश में 45 साल से ज्यादा के 38.03 लाख और 18 से 44 आयु वर्ग के 32.58 लाख लोग कोरोना टीके का दोनों डोज लगवा चुके हैं। वहीं दोनों खुराकों को मिलाकर अब तक 2.37 करोड़ टीके लगाए गए हैं।
कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की अपील
बीते 24 घंटे में देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के बढ़ते प्रकरण और इससे हुई मौत के आंकड़ों को देखते हुए बेमेतरा जिले में कोविड-19 के प्रकरण बढ़ने की आशंका बनी हुई है। कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर की तुलना में बहुत ज्यादा संक्रामक और जानलेवा था। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि तीसरी लहर कितना संक्रामक और जानलेवा हो सकता है। तीसरी लहर का ज्यादा प्रभाव विशेष कर बच्चों में पडने की संभावना है।
कलेक्टर ने की लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील
ऐसे में कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि 18 साल से ज्यादा आयु के प्रत्येक व्यक्ति अपना टीकाकरण आवश्यक रूप से करावें और परिवार के सदस्यों-बच्चों को सुरक्षित रखने में अपनी अमुल्य जिम्मेदारी को पूर्ण करें। भीड़-भाड़ वाले जगहों पर मॉस्क अनिवार्य रूप से लगाए, खुद भी सुरक्षित रहे और दूसरों को भी सुरक्षित बनाएं।
कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप घोष ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए सिर्फ टीकाकरण ही एक मात्र उपाय है। ऐसे में 18 साल और उससे ज्यादा आयु के समस्त नागरिकों को शत प्रतिशत टीका लगवाया जाना अत्यंत आवश्यक है। टीके लगाए जाने पर शरीर में रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
18+ के सभी लोगों को टीका लगवाने की अपील
वर्तमान में 18 साल से कम आयु वर्ग के लिए कोविड-19 का टीका नहीं लगाया जा रहा है। ऐसे में अत्यंत आवश्यक है कि जिले के प्रत्येक 18 साल और इससे ज्यादा आयु के लोग जल्द ही वैक्सीन लगवाएं और शत प्रतिशत टीकाकरण कराते हुए अपने और परिवार के सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएं।
त्योहारी सीजन में बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले
डॉ. घोष ने यह भी जानकारी दी की आगामी दिनों में होने वाले त्योहार (गुरूनानक जयंती, छठ पूजा, क्रिसमस, नया साल) और स्थानीय मेले मड़ई के आयोजन में भीड़ इकट्ठा होने और त्योहारी सीजन में अन्य राज्यों से परिजनों के यात्रा के दौरान आवागमन होने से संक्रमण की प्रबल संभावना होगी। भीड़-भाड़ मे जाने से बचें, मास्क का प्रयोग करें, दो गज की दूरी के नियमों को पालन करें, समय-समय पर हाथ को साबुन से धोते रहें। ताकि कोरोना से बचा जा सकें।