सबसे पहले कोरोना मरीज की पहचान (Identification of corona patient) होने वाले चीन (China) में एक बार फिर से कोरोना का कहर शुरू हो गया है। बता दें कि चीन के वुहान में इसका सबसे पहला मामला मिला था, जिसके बाद अब चीन के उत्तर पश्चिम में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट कहर बरपा रहा है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक चीन ने डेल्टा वैरिएंट के नए मामले सामने आने के बाद एक काउंटी में लॉकडाउन लगाया है। देश के उत्तर पश्चिम में डेल्टा वेरिएंट में उछाल देखा गया है। इनर मंगोलिया के काउंटी एजिन ने करीब 35 हजार 700 लोगों को घरों में रहने के लिए कहा है। साथ ही कहा गया है कि अगर किसी आदेश का पालन नहीं किया गया तो लोगों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। ये काउंटी इस वक्त कोरोना का हॉटस्पॉट है।
लॉकडाउन राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अधिकारियों की चेतावनी के बाद लागू किया गया है। कहा गया था कि 1 हफ्ते के भीतर 11 प्रांतों में महामारी का प्रकोप बढ़ने के बाद इसकी स्थिति और बदतर हो जाएगी। चीन में सोमवार को 38 कोरोना मामलों को रिपोर्ट किया, जिसमें से आधे इनर मंगोलिया में ही पाए गए हैं। बीजिंग में 12 नए केस सामने आने के बाद राजधानी में ऐसी जगहों से लोगों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो स्थानीय तौर पर कोविड मामलों की सूचना दे रहे हैं। इसके अलावा पर्यटकों के बीच लोकप्रिय उत्तर-पश्चिमी चीन के गांसू प्रांत में कोविड-19 के नए मामले सामने आने के बाद सोमवार को यहां के सभी पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया गया।
अन्य देशों के दर्शकों पर रोक
गांसू प्रांत प्राचीन समय के रेशम मार्ग पर स्थित है और इसे बौद्ध धर्म से संबंधित चित्रों वाली गुफाओं और अन्य धार्मिक स्थलों के लिए पहचाना जाता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि बीते 24 घंटे में संक्रमण के स्थानीय स्तर पर फैलने के 35 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से चार मामले गांसू के हैं। इनर मंगोलिया क्षेत्र में संक्रमण के 19 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद यहां के लोगों को घरों के भीतर ही रहने का आदेश दिया गया है। बीजिंग में फरवरी में होने वाले विंटर ओलंपिक से पहले यात्रियों और पर्यटक समूहों के कारण कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का प्रकोप होना चिंता का विषय है। इस आयोजन में अन्य देशों के दर्शकों पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है।
चीन के स्वास्थ्य अधिकारी ने दी जानकारी
चीन के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में नए मामलों में और इजाफा होगा। संक्रमण प्रभावित इलाकों की संख्या भी बढ़ने की आशंका है। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के अधिकारी वू लियांग्यू ने रविवार को बीजिंग में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि वायरस का ताजा कहर डेल्टा वैरिएंट के कारण है। कमीशन के प्रवक्ता मी फेंग ने कहा, 17 अक्टूबर से अभी तक एक हफ्ते में ही संक्रमण 11 प्रांतों तक फैल गया है।
चीन में 26 नए मामलों की पुष्टि
मी ने कहा कि जो लोग संक्रमित हुए हैं, उनमें से अधिकतर ने विदेश यात्रा की है। उन्होंने प्रभावित इलाकों से ‘इमरजेंसी मोड’ अपनाने को कहा है। परिवहन मंत्रालय के एक अधिकारी झोउ मिन के अनुसार, राजधानी लान्झू और इनर मंगोलिया सहित गांसू प्रांत के कुछ शहरों में वायरस के कारण बस और टैक्सी सेवाओं को रोक दिया गया है। नेशनल हेल्थ कमीशन के अनुसार, चीन ने शनिवार को कोविड-19 के 26 नए स्थानीय मामलों की पुष्टि की है। जिनमें इनर मंगोलिया में 7, गांसू में 6, निंग्जिया में 6, बीजिंग में 4, हेबै में एक, हुनान में एक और शानक्सी में एक मामला आया है।
एशिया में तेजी से फैल रहा डेल्टा
हूनान और युन्नान में अन्य चार स्थानीय मामले भी सामने आए हैं। लेकिन मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं दिखे। एशिया में डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों के कारण सरकारें आर्थिक गतिविधियों को तेज करने में मुश्किल का सामना कर रही हैं। सिंगापुर ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि एक जनवरी से केवल वही कर्मचारी कार्यस्थल पर लौट सकते हैं, जिन्होंने कोरोना वायरस की वैक्सीन पूरी तरह लगवा ली है या फिर जो बीते 270 दिनों में कोविड-19 से ठीक हुए हैं। सरकार ने बीते हफ्ते वायरस से जुड़े दूसरे प्रतिबंधों को एक और महीने के लिए बढ़ा दिया था, क्योंकि मामले लगातार बढ़ रहे हैं।