देवों की नगरी उत्तराखंड में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन की घटना से 3 दिनों के अंदर 72 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान अलग-अलग हादसों में कम से कम 26 लोग घायल हुए है। जबकि 224 घर बुरी क्षतिग्रस्त हो गए है। प्रदेश में आई आपदा के दौरान लापता लोगों में से 4 का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में हुए कई हादसों के चलते 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक कुल 72 लोगों की मौत हुई है।
उत्तराखंड में राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन का काम लगातार जारी है। इस बीच रविवार को मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। वहीं रविवार को सुबह से ही धूप खिली रही, लेकिन शाम को पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। प्रदेश में भारी बारिश के दौरान मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई, जहां बदरीनाथ और केदारनाथ की चोटियों पर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। यमुनोत्री धाम में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। गंगोत्री की ऊंची चोटियां भी बर्फ से ढंकी हैं।
प्रदेश में येलो अलर्ट जारी
बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद आई आपदा के बाद मौसम साफ रहेगा। हालांकि, देहरादून समेत अन्य शहरों में रविवार शाम को बारिश हुई। देहरादून और मसूरी में रविवार शाम को अचानक मौसम बदला और तेज बारिश हुई। फिलहाल सोमवार से 4 दिन देहरादून समेत पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया गया है। IMD के मुताबिक देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी जिलों में बारिश संभावना जताई गई। इसके साथ ही ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा येलो अलर्ट जारी किया है।
आने वाले दिनों तक मौसम रहेगा साफ: IMD
गौरतलब है कि बादलों की तेज बारिश के साथ देर शाम तक बारिश के कई दौर चले। इस दौरान मौसम काफी ठंडा हो गया। वहीं रविवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 25.8 और न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि शनिवार को अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड दर्ज किया था। इस हिसाब से तापमान में 3.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 25 से 28 अक्तूबर तक मौसम साफ रहेगा।