मऊगंज थाना प्रभारी श्वेता मौर्य ने बताया कि शुक्रवार शाम 6 बजे नाबालिग घर से 100 मीटर दूर शौच करने गई थी। इसी दौरान गांव के ही तीन युवक वहां पहुंचे और उसे बाइक पर बैठाकर डेढ़ किलोमीटर दूर गांव में रहने वाली ममता साकेत के घर ले गए, जहां तीनों ने लड़की को बंधक बनाकर गैंगरेप किया। TI ने बताया कि दूसरे दिन सुबह 11 बजे जब पीड़िता घर पहुंची तो परिजन ने रातभर गायब रहने का कारण पूछा। इस पर लड़की ने उन्हें इशारों में बताया। परिजन अपने स्तर से पूरे मामले की तह तक गए तो पता चला कि गांव की ही महिला घटना में शामिल है। उसने नाबालिग को 200 रुपए देकर किसी से कुछ न कहने के लिए दबाव बनाया था।
1 महिला समेत 3 आरोपी के खिलाफ केस दर्ज
परिवार ने शनिवार रात मऊगंज थाने पहुंचकर शिकायत की। पुलिस ने इस मामले में महिला समेत चार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सीनियर फॉरेंसिक ऑफिसर आरपी शुक्ला ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद पीड़िता ने घटना के बारे में बताया था। उसी मुताबिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, जिस महिला पर गैंगरेप में सहयोग करने का आरोप है। उसकी स्थिति संदिग्ध दिखी। मौके पर एक गद्दा मिला है, जहां से कुछ सैंपल लिए गए हैं। मऊगंज पुलिस ने बताया कि रविवार को पीड़िता रीवा आई थी। वरिष्ठ डॉक्टर्स की टीम ने मेडिकल चेकअप किया है। मूक बधिर स्कूल से एक्सपर्ट की टीम आई, जिसने अपने स्तर से नाबालिग के बयान लिए। गैंगरेप की पुष्टि होने पर तीन युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर ली गई है।
शहडोल में भी हुई थी ऐसी ही वारदात
बता दें कि कुछ दिन पहले ही शहडोल जिले से भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां के कोतवाली क्षेत्र में एक मूक-बधिर नाबालिग के साथ 6 दरिंदों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। पीड़िता ने मां के साथ कोतवाली थाने पहुंचकर खुद मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों ने चार नाबालिग भी शामिल है। शहडोल SP अवधेश गोस्वामी ने बताया था कि कोतवाली क्षेत्र में एक नाबालिग मूक-बधिर लड़की के साथ पड़ोस के ही रहने वाले 6 लोगों ने 25 सितंबर को एक-एक कर सामूहिक दुष्कर्म किया था।