महासमुंद जिले में प्रशासनिक व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। कोरोनाकाल में स्कूलों में तालाबंदी थी। बाद जब स्कूल खुले तो शिक्षक स्कूल जाने से कतराने लगे हैं। कुछ स्थानों पर तो शिक्षक महीनों नहीं, सालभर से ज्यादा समय से नदारद हैं। बावजूद, शिक्षाधिकारी से लेकर जिलाधिकारी तक ऐसे शिक्षक पर मेहरबान हैं। स्कूल जाए बिना ही कुछ शिक्षक घर बैठे वेतन ले रहे हैं। ऐसा करके शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। साथ ही विभागीय अनुशासन तथा प्रशासनिक व्यवस्था को खुली चुनौती दे रहे हैं।
बसना ब्लॉक के पलसापाली में अंधेरगर्दी
ऐसा ही एक गंभीर मामला बसना ब्लाक के पलसापाली में सामने आया है। यहां शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पलसापाली में पदस्थ शिक्षक समन्वय कुमार आर्य का अफसरों से ऐसी मिलीभगत है कि 16 महीने से बिना ड्यूटी किए ही वेतन ले रहे हैं। ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। ब्लाक शिक्षाधिकारी मामले में जांच प्रतिवेदन जिला शिक्षा कार्यालय को भेजकर अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा कर चुके हैं।
वेतन मिलने के बाद 5 को करना निलंबित
चौकाने वाली बात यह सामने आयी है कि शिक्षक खुद का निलंबन कराने के लिए 5 अक्टूबर की तिथि नियत किए हैं। ऐसा हम नहीं शिक्षाधिकारी कार्यालय में पदस्थ एक लिपिक बताते हैं। स्थिति यह है कि शिक्षक यह कह रहे हैं कि चाहे मैं स्कूल जाउं, चाहे न जाउं मेरी मर्जी। निलंबन आदेश जारी करने के लिए तारीख भी खुद ही तय कर रहे हैं। इससे लचर और पंगु प्रशासनिक व्यवस्था भला क्या हो सकती है कि जो शिक्षक 6 जून 2020 से स्कूल से नदारद हैं। उसके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई? खंडशिक्षाधिकारी के स्पष्टीकरण नोटिस का जवाब देना तक आरोपित शिक्षक ने अपने शान के खिलाफ मान लिया।
निलंबन की अनुशंसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा
विकासखंड शिक्षाधिकारी बसना ने शिक्षक समन्वय कुमार आर्य को निलंबित करने जिला शिक्षाधिकारी को अब तक तीन बार प्रस्ताव भेज चुके हैं। 26 अगस्त 2020, 18 सितंबर 2020 और 17 अगस्त 2021 को बसना बीईओ द्वारा भेजे गए निलंबन प्रस्ताव पर शिक्षाधिकारी ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। इससे ऐसी आशंका जाहिर की जा रही है समूचे मामले में उच्चाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। और भ्रष्ट आचरण को जिला अधिकारी संरक्षित कर रहे हैं।
ऑनलाइन क्लास और मोहल्ला क्लास का संचालन नहीं
महीनेभर पहले 17 अगस्त 2021 को भेजे गए निलंबन प्रस्ताव में बीईओ ने डीईओ को बताया है कि शिक्षक समन्वय कुमार आर्य 6 जून 2020 से बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित हैं। कोरोना वायरस संक्रमण काल के दौरान भी शिक्षक ने न तो आनलाइन क्लास लगाई और न ही मोहल्ला क्लास का संचालन किया। सालभर से स्कूल से अनधिकृत रूप से गायब शिक्षक का हर महीने वेतन आहरण से अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है। बहरहाल, कभी इसी जिले में शिक्षक रहे और वर्तमान में कलेक्टर डोमन सिंह से ग्रामीणों की अपेक्षा है कि शिक्षा के बदतर होते हालात पर संज्ञान लेकर इस तरह के लापरवाह शिक्षकों के विरूद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई करेंगे। जिला शिक्षाधिकारी का पक्ष लेने दूरभाष पर संपर्क करने पर उन्होंने फोन काल रिसिव नहीं किया।