उत्तरप्रदेश के लखनऊ में आलमबाग पुलिस ने सेक्स रैकेट (Sex Racket Busted) का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में संचालिका समेत 7 लड़कियों और 2 युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से मोबाइल भी मिले हैं, जिसमें कई नंबर दर्ज है। वहीं कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक UP के अलग-अलग जिलों से काम की तलाश में लखनऊ आने वाली कई लड़कियां सेक्स रैकेट के दलदल में फंस गई। इसका खुलासा सेक्स रैकेट संचालिका से पूछताछ में हुआ है।
दरअसल, लखनऊ में 20 साल की युवती नौकरी करने आई थी। उसे एक कंपनी में टेलीकॉलर की नौकरी मिली। यहां उसकी दोस्ती एक युवक से हुई, जिसने युवती को नोटों की चकाचौंध दिखा दी। जिसकी जरूरत पूरा करने के लिए उसे कॉलगर्ल बना दिया। सहेली ने सेक्स रैकेट का रास्ता दिखाया। यह बात आलमबाग पुलिस की गिरफ्त में आई सात युवतियों में एक ने बताई। पुलिस ने मंगलवार को सेक्स रैकेट का खुलासा किया, जिसमें सात युवतियां और दो युवक दबोच लिए हैं। पकड़े गए युवक सेक्स रैकेट के एजेंट का काम करते हैं।
आस-पास के जिले की है सभी युवतियां
पुलिस के मुताबिक पकड़ी गई ज्यादातर लड़कियां शहर में काम की तलाश में आई थी। ये लड़कियां अपने शौक पूरे करने के साथ शादी के लिए पैसा जुटाने के लिए किसी भी कीमत को चुकाने को तैयार थी, जिसका फायदा उठाकर सेक्स रैकेट संचालिका ने इन्हें टेलीकॉलर की नौकरी की जगह कॉल गर्ल की नौकरी शुरू करा दी। यह लड़कियां उन्नाव, प्रयागराज, गोरखपुर, गोंडा, बलराम, बहराइच जैसे जिलों की है।
प्रभारी निरीक्षक ने दी जानकारी
प्रभारी निरीक्षक आलमबाग अमरनाथ विश्वकर्मा के मुताबिक सेक्स रैकेट संचालिका ने पूछताछ में बताया कि वह हर दो से तीन महीने में अपना ठिकाना बदल देती थी। ताकि स्थानीय लोगों की नजर न पड़े। ग्राहकों का लाने का काम एजेंट करते थे। जो ग्राहक एक बार आता था। उससे मोबाइल नंबर के जरिए संपर्क करते थे। उसे ठिकाना बदलने के बारे में भी जानकारी दे देते थे। ताकि इस कारोबार पर कोई असर न पड़े।
पुलिस गिरफ्त में 7 युवती और 2 युवक
मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मधुबन नगर स्थित एक किराए के मकान पर छापा मारा और मौके से संचालिका समेत सात युवतियों और दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया । पकड़े गए युवकों में प्रयागराज के हर्षित पांडेय और उन्नाव का मुकेश पाल शामिल है। दोनों एजेंट आस-पास के इलाकों से लोगों से युवतियों की तस्वीरें दिखाकर रकम तय कर उपलब्ध कराते थे। पुलिस इस गिरोह के अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।