महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव में हिंसक हाथी ने डेरा डाल दिया है। चार दिन में यह (एमई-1 टस्कर) हाथी तीन लोगों को पटककर मार चुका है।हिंसक हाथी के आतंक से ग्रामीणों में जबरदस्त खौफ है।
गुरुवार 16 सितम्बर की शाम 4 बजे स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एक कर्मचारी की हाथी के कुचलने से मौत हो गई। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार खट्टी के उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 40 वर्षीय अजय तिवारी ग्राम कोना में चल रहे टीकाकरण के लिए वैक्सीन छोड़ने गया था। इसी दौरान गांव में हाथी आने की खूब चर्चा हो रही थी। हाथी कोना पहाड़ी से उतर कर खेत की ओर आ रहा है।
हाथी ने युवक को उतारा मौत के घाट
यह सुनकर उत्सुकतावश अजय तिवारी भी हाथी देखने चला गया। इसी दौरान हाथी ने उसे दौड़ाया और कुचल कर मार डाला। कुछ लोगों का कहना है कि स्वास्थ्यकर्मी मोबाइल से हाथी का फोटो खींचने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान हाथी उत्तेजित होकर उसे दौड़ाया और सूंड से पकड़कर जमीन में पटक दिया। साथ ही पैर से कुचलकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
वन परिक्षेत्राधिकारी ने दी जानकारी
महासमुंद वन परिक्षेत्र के परिक्षेत्राधिकारी सालिकराम डडसेना ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि लगातार अलर्ट करने के बावजूद लोग हाथी के समीप चले जा रहे हैं। ग्रामीणों के द्वारा चेतावनी को नजरअंदाज करने से घटना घटित हुई ।बहरहाल मृतक का मोबाइल वन विभाग के पास है।
हाथी ने 12 सितंबर को ली थी दो लोगों की जान
गौरतलब है कि रविवार 12 सितंबर की रात यह हाथी गौरखेड़ा झालखम्हरिया में दो व्यक्तियों को मौत के घाट उतारने के बाद ग्राम कोना की पहाड़ी में चार दिनों से डेरा डाल दिया है। दिनभर पहाड़ी में रहने के बाद शाम होते ही खेतों में चला जाता है। लगातार हाथी के हमलावर रुख से ग्रामीणों में भय का वातावरण बना हुआ है।