Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

राजधानी में फ्री योग क्लास फिर से शुरू, रोजाना सुबह 6 से 7 बजे तक कराया जाएगा योगाभ्यास

Document Thumbnail

छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा की उपस्थिति में पोला तिहार के अवसर पर राजधानी रायपुर के कलेक्ट्रेट कार्यालय के पीछे स्थित ऑक्सीजोन में निशुल्क नियमित योगााभ्यास कक्षा का फिर से शुभारंभ किया गया। आयोग की ओर से रोजाना सुबह 6 से 7 बजे निशुल्क योगाभ्यास कराया जाएगा। शर्मा ने आम नागरिकों को फिट रखने और दैनिक जीवन शैली में योग को शामिल करने के उद्देश्य से यह मुहिम शुरू की है। 


रायपुर दक्षिण विधायक और छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड रायपुर के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा ने भी योग कक्षा में भाग लिया। योगाभ्यास में रायपुर शहर के सभी नागरिक सम्मिलित हो सकते हैं। बता दें कि पूर्व में योग आयोग द्वारा आम नागरिकों के लिए नियमित योगाभ्यास कलेक्ट्रेट परिसर स्थित गार्डन में कराया जा रहा था, लेकिन लॉकडाउन में इसे स्थगित कर दिया गया था। योग आयोग की मास्टर ट्रेनर पूनम शुक्ला ने योग कक्षा में प्राणायाम सहित योगासन करना बताया। इस अवसर पर पार्षद आकाश तिवारी, सचिव योग आयोग एम.एल. पाडेय, योग आयोग के प्रशिक्षक, भारतीय योग संस्थान के प्रशिक्षकगण सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। 


योग मैराथन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल

बता दें कि सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित वर्चुअल योग मैराथन में सर्वाधिक पंजीयन के लिए छत्तीसगढ़ को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। प्रदेश में 28 जिलों से कुल 10 लाख 41 हजार 595 लोगों ने इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन कराया था। इस उपलब्धि पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने 'मोस्ट पीपल रजिस्टर्ड फॉर ए वर्चुअल योगा मैराथन' के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के समाज कल्याण विभाग को सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस से नवाजा है। 


21 जून को मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन साल का सबसे लंबा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी। 


PM मोदी ने कहा था कि 'योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है। विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है और स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आए एक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।'

PM मोदी की पहल से मनाया जाता है ये दिवस

PM मोदी की इस पहल के बाद 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' घोषित किया गया। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है। 

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.