छत्तीसगढ़ BJP के बड़े नेता और पूर्व विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव की बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। बीते हफ्ते से उनका इलाज चल रहा था। उन्हें लीवर सिरोसिस की परेशानी थी। दो दिन पहले उनकी हालत बिगड़ने की जानकारी सामने आई थी, लेकिन डॉक्टरों ने हालत स्थिर बताया था। हालांकि आखिरी समय में उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था, जिन्होंने आज सुबह करीब 4 बजे अंतिम सांस ली। पूर्व विधायक और भाजपा नेता युद्धवीर सिंह के आकस्मिक निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शोक व्यक्त किया है। सीएम बघेल ने भगवान से प्रार्थना की है कि इस दुखद घड़ी में उनके परिवार को शक्ति प्रदान करे।
बता दें कि BJP के दिग्गज नेता और दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव के निधन के बाद युद्धवीर खुलकर राजनीति में आए थे। भाजपा शासन में उन्होंने विधायक के तौर पर जीत हासिल की, उसके बाद रमन सरकार में संसदीय सचिव की भूमिका का भी निर्वहन किया था। जशपुर राजघराने के सबसे छोटे बेटे युद्धवीर सिंह जूदेव ने जिला पंचायत सदस्य के तौर पर राजनीति में दाखिला लिया था, इसके बाद वे सक्रिय राजनीति में रहे। बता दें कि चंद्रपुर विधानसभा से वे दो बार विधायक चुने गए थे और उस पूरे इलाके में उनकी अच्छी पैठ भी थी। युद्धवीर सिंह जूदेव जशपुर कुमार दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव के सबसे छोटे बेटे थे।
राजनीतिक जीवन में स्थापित की थी विशिष्ट पहचान
बताया जा रहा है कि वे बीते कई दिनों से थे लिवर और किडनी के संक्रमण से जूझ रहे थे। बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज काफी समय से चल रहा था, लेकिन हाल के दिनों में अचानक बिगड़ी स्थिति की वजह से डॉक्टर भी कुछ नहीं कर पाए और आज सुबह उनका निधन हो गया। युद्धवीर सिंह जूदेव के निधन की खबर से लोग सदमे में हैं। युद्धवीर सिंह जूदेव बेबाक बोल के लिए विपक्ष में रहते हुए भी चर्चित रहे। वहीं सत्ता में कठिन चुनौतियों का सामना करते हुए भी अपने राजनीतिक जीवन में विशिष्ट पहचान स्थापित की थी।
कुछ दिनों में किया जाना था लीवर ट्रांसप्लांट
जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों में उनका लीवर ट्रांसप्लांट किया जाना था, लेकिन स्थिति अनियंत्रित होने की वजह से ट्रांसप्लांट नहीं किया जा सका था। पिछले कुछ महीनों से युद्धवीर सिंह जूदेव लीवर के गंभीर संक्रमण से जूझ रहे थे। हालत बिगड़ने पर पहले उन्हें दिल्ली के इंस्टिट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेस में भर्ती किया गया था, जहां एक पखवाड़े से ज्यादा समय तक उनका इलाज किया गया, लेकिन स्थिति में कुछ सुधार नहीं होने के बाद उन्हें बेंगलुरू के एस्टर हॉस्पिटल ले जाया गया था।
कल जशपुर में होगा अंतिम संस्कार
बताया जा रहा है कि अंतिम संस्कार मंगलवार को जशपुर में किया जाएगा। समर्थकों में छोटू बाबा के नाम से लोक प्रिय युद्धवीर सिंह जूदेव ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत जिला पंचायत जशपुर के उपाध्यक्ष के रूप में की थी। जांजगीर जिले के चंद्रपुर विधान सभा सीट से विधायक और रमन सिंह मंत्री मंडल में संसदीय सचिव और छग बेवरेजेज कारपोरेशन के अध्यक्ष पद पर भी रहे। पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव ने शोक जताया है और इसे पूरे प्रदेश के लिए बेहद दुःखद बताया है। सांसद गोमती साय ने कहा एक युग का अंत हो गया। जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनी भगत ने कहा हमने युवा नेतृत्व खो दिया।