महासमुंद। छत्तीसगढ़ में 'सरकार' कुर्सी दौड़ पर ध्यान केंद्रित कर रही है। मुख्यमंत्री के विभाग वाले विद्युत वितरण व्यवस्था का बुरा हाल है। स्थिति बद से बदतर हो गई। शांत और सहनशील गांव वाले उग्र होने लगे हैं। रात की नींद उड़ गई। जनता कह रही है-अब तो जागिए सरकार! और सरकारी नुमाइंदों को जगाने आधी रात को ग्रामीण बिजली दफ्तर तक धमकने लगे हैं। आनन-फानन में अधिकारी को नींद से जगाया। तब कहीं जाकर ग्रामीणों को आश्वासन मिल पाया। अवर्षा से जूझ रहे किसानों और ग्रामीणों को बिजली की समुचित आपूर्ति नहीं होने से दिक्कतें बढ़ी है।
भुरका गांव में है लो-वोल्टेज की गंभीर समस्या
जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव भुरका में लो वोल्टेज और बिजली बंद की समस्या नई नहीं है। यहां के ग्रामीण कई महीनों से बिजली सप्लाई में खामी का दंश झेल रहे हैं। बारिश नहीं होने से गर्मी बढ़ी है। ऐसे में ग्रामीण रात में विद्युत आपूर्ति में खामी के चलते चैन से सो भी नहीं पा रहे हैं। 1 सितंबर 2021 की रात ग्रामीणों का सब्र समाप्त हो गया। उन्होंने ग्राम पंचायत लाफिनकला के सरपंच प्रतिनिधि को गांव बुलाया। क्षेत्र के सक्रिय युवा नेता असवंत तुषार साहू से भी मदद करने का आग्रह किया। ग्रामीण देर रात 11 बजे बिजली दफ्तर में धमक गए। आधी रात को विद्युत वितरण कम्पनी के सहायक अभियंता (ग्रामीण) पीआर वर्मा को जगाया। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए वर्मा भी तत्काल पहुंचे। ग्रामीणों की समस्याएं सुनी।
ट्रांसफार्मर की क्षमता कम और लोड ज्यादा
जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम भुरका में लो वोल्टेज की समस्या को गम्भीरता से लिया।यहां ट्रांसफार्मर की क्षमता कम और लोड ज्यादा होने से प्रॉब्लम आने की बात सामने आई। ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए युवा नेता असवंत तुषार साहू ने समस्या समाधान का उपाय पूछा। महीनों से समस्याग्रस्त ग्रामीण कई बार विधायक से लेकर अफसरों तक को परेशानी बता चुके हैं। समुचित बिजली आपूर्ति नहीं होने से नल से पानी नहीं मिलना, पंखा-कूलर नहीं चलने से रात में सो नहीं पाने से ग्रामीण हलाकान हैं।
जेई की लापरवाही से ग्रामीण नाराज !
ग्रामीणो ने बताया कि विद्युत वितरण कम्पनी के जूनियर इंजीनियर से बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई हल नहीं निकला। बार-बार फोन करने पर भी फोन काल अटेंड नहीं करने से सब्र का बांध टूट पड़ा। इससे आक्रोशित ग्रामीण युवा नेता असवंत तुषार साहू के नेतृत्व में बिजली ऑफिस पहुंचे। दर्जनों ग्रामीणों के बिजली ऑफिस पहुंचकर नारेबाजी करने की सूचना मिलते ही सहायक अभियंता वर्मा तत्काल पहुंचे। ग्रामीणों की समस्या गम्भीरता पूर्वक सुनने के बाद उन्हें आश्वस्त किया।
ट्रांसफार्मर बदलने का आश्वासन
वर्मा ने गांव में लगे 63 एचपी के ट्रांसफार्मर को बदलकर अविलंब 100 एचपी कराने की बात कही। तब जाकर ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ। इसके साथ ही लाइनमैन को भेजकर तकनीकी खराबी दूर कराई। करीब आधा घंटा बाद ग्राम भुरका में विद्युत वितरण व्यवस्था बहाल हो पाई। तब ग्रामीण रात में सेवा देने के लिए एई वर्मा को धन्यवाद ज्ञापित कर गांव लौटे। ग्रामीणों में पुरुषोत्तम साहू, जोगी साहू ,नूतन देवांगन दुर्गेश साहू, जवाहर साहू , हेमेन्द्र ध्रुव , चंदा सतनामी , खिलेंद्र साहू, पोषण ध्रुव , कुंदन साहू, रूपेश सतनामी , वेदप्रकाश साहू ,चोवा सतनामी, भूपेन्द्र साहू , जीवराखन साहू, अशवनी साहू,ओमकार साहू,पुष्पेंद्र साहू आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।