सियासी घमासान के बीच पंजाब को अपना नया CM मिल ही गया। पंजाब के चमकौर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। पंजाब में आज चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। चरणजीत सिंह चन्नी को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने शपथ दिलाई। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी राजभवन में मौजूद रहे। चन्नी को कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह मुख्यमंत्री बनाया गया है, जिन्होंने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया था। चरणजीत सिंह चन्नी को कल पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना गया था। चन्नी एक दलित सिख नेता हैं और लगातार तीन बार से विधायक हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि हमें पंजाब के लोगों से किए गए वादों को पूरा करना जारी रखना चाहिए। उनका विश्वास सर्वोपरि है।
कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी के नाम के ऐलान के साथ ही सबको चौंका दिया है, क्योंकि रविवार सुबह से ही सीएम की रेस में सबसे आगे कांग्रेस के सीनियर नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम चल रहा था, लेकिन शाम होने के साथ ही चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का ऐलान होगा गया। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए उनके नाम का ऐलान किया। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी राज्यपाल से मिलने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और हरीश रावत समेत दूसरे नेता मौजूद रहे। चन्नी की पत्नी भी उनके साथ राजभवन पहुंची थीं।
Congratulations to Shri Charanjit Singh Channi Ji for the new responsibility.We must continue to fulfill the promises made to the people of Punjab. Their trust is of paramount importance.— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 19, 2021
PM मोदी ने दी चन्नी को बधाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब के सीएम पद की शपथ लेने पर चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'चरणजीत सिंह चन्नी जी को पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई। पंजाब के लोगों की बेहतरी के लिए पंजाब सरकार के साथ काम करना जारी रखेंगे।' बता दें कि चरणजीत सिंह चन्नी अमरिंदर सिंह की सरकार में तकनीकी शिक्षा और पर्यटन मंत्री थे। वे पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं।
चन्नी ने कैप्टन को भेजा था शपथ ग्रहण समारोह का न्योता
पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया गया था। हालांकि उन्होंने कहा कि वो समारोह में आएंगे या नहीं, इसका फैसला उन्हें ही करना है। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को पंजाब के CM पद से इस्तीफा दिया था। जिन्होंने नामित सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को शुभकामनाएं दीं है, उन्होंने ट्वीट में कहा है कि 'उम्मीद है कि वे सीमावर्ती राज्य पंजाब को सुरक्षित रखने और सीमा पार से बढ़ते सुरक्षा खतरे से लोगों की रक्षा करने में सक्षम हैं।'
‘My best wishes to Charanjit Singh Channi. I hope he’s able to keep the border state of Punjab safe and protect our people from the growing security threat from across the border’: @capt_amarinder pic.twitter.com/oO2F6JUZ6J
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) September 19, 2021
सिद्धू ने भी दी चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के पहले मनोनीत दलित मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नाम की घोषणा को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा है कि यह इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। बधाई चरणजीत सिंह चन्नी भाई। वहीं कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी की घोषणा के बाद कहा 'यह आलाकमान का फैसला है।।।मैं इसका स्वागत करता हूं। चन्नी मेरे छोटे भाई की तरह हैं।'
Historic !! Punjab’s first Dalit CM-Designate … Will be written with Golden letters in History. A tribute to the spirit of the Constitution and the Congress !! Congratulations @CHARANJITCHANNI Bai pic.twitter.com/WavudGTPok
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 19, 2021
नए CM का नाम कल ही तय हो गया था: हरीश रावत
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि नए मुख्यमंत्री का नाम कल ही तय हो गया था। पार्टी चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर पहले से एकजुट थी। हमारा प्रयास है कि मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण में कैप्टन अमरिंदर सिंह भी आए, यह तय उन्हें करना है कि वे आ रहे हैं कि नहीं । हमने कैप्टन अमरिंदर सिंह अभी बात करने की कोशिश की थी। हम कल सुबह भी उनसे बातचीत करेंगे। हमारे विधायक चाहते हैं कि राज्य में दो उपमुख्यमंत्री हो। कुछ नामों पर चर्चा हुई है। हम दो उपमुख्यमंत्रियों के नाम जल्द बताएंगे।'
जानिए कांग्रेस ने आखिर क्यों लगाई चरणजीत सिंह की नाम पर मुहर
पंजाब में कांग्रेस ने दलित कार्ड खेला है। दलित बहुल पंजाब में पहली बार दलित CM प्रदेश की कमान संभालेंगे। चन्नी मालवा से आते हैं, जहां सबसे ज्यादा सीटे हैं। मालवा से सबसे ज्यादा 69 विधायक आते हैं, 69 में से 40 विधायक कांग्रेस के हैं। कांग्रेस ने चन्नी को CM के पद के लिए चुन कर मालवा में आप को मिली 18 सीटों का तोड़ निकाला है। कांग्रेस ने इस फैसले से अकाली-बीएसपी गठजोड़ को चुनौती पेश करने की कोशिश है। चरणजीत सिंह चन्नी भारत के पंजाब राज्य की चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी के चरनजीत सिंह को करीब 12000 वोटों के अंतर से हराया था। इससे पहले 2012 के चुनावों में उन्होंने करीब 3600 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। चरणजीत सिंह चन्नी युवा कांग्रेस से भी जुड़े रहे हैं और इस दौरान वे राहुल गांधी के करीब आए थे।
गांधी परिवार के करीबी हैं चन्नी
पंजाब के नए मुख्यमंत्री के लिए नवजोत सिंह सिद्धु और सुखजिंदर सिंह रंधावा के अलावा सुनील जाखड़ और प्रताप सिंह बाजवा के नाम भी चर्चा में थे। फिर रविवार की सुबह वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी का नाम सामने आया, लेकिन उन्होंने अपने कदम पीछे खींच लिए। इसके बाद पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर भरोसा जताया है। चन्नी को गांधी परिवार का करीबी माना जाता रहा है।
विवादों में आ चुका है चरणजीत चन्नी का नाम
चरणजीत सिंह चन्नी का नाम #MeToo प्रकरण में भी सामने आ चुका है। इसी साल मई में 3 साल पुराने एक मामले में उनका नाम आया था। आरोप था कि उन्होंने एक महिला आईएएस अधिकारी को साल 2018 में गलत मैसेज भेजा था। हालांकि महिला अधिकारी ने इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन पंजाब महिला आयोग ने इस मामले को लेकर मई में राज्य सरकार को नोटिस भेजा था, तब मामला फिर से सामने आ गया। बहरहाल अधिकारी पंजाब के बाहर ट्रांसफर ले चुकी हैं
नशे के खिलाफ लगातार उठाई आवाज
विवादों के साख ही कुछ अच्छी चीजों को लेकर भी चन्नी की प्रशंसा भी की जाती है। पंजाब में नशा को लेकर और गीतों में इसे बढ़ावा दिए जाने को लेकर वे विरोध जताते रहे हैं और इस पर बैन लगाए जाने की मांग करते रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम रहते उन्होंने सरकार की कमियों को लेकर कई बार आवाज उठाई है। नवजोत सिंह सिद्धु की तरह कैप्टन से इस्तीफे की मांग करने वाले विधायकों में वे शामिल रहे हैं। अब सबकी नजर उन पर है कि विधानसभा चुनावों से पहले वे कितने दमदार सीएम साबित होते हैं।