राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा प्रायोजित वेबिनार श्रृंखला के तहत छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की ओर से आयोजित वेबिनार में अंबिकापुर क्षेत्र की महिलाओं ने भाग लिया। आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक के अगुवाई में आयोजित वेबिनार का विषय 'महिलाओं के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दुर्व्यवहार और साइबर क्राइम' था। कार्यक्रम में अधिवक्ता उच्च न्यायालय की निरूपमा वाजपेयी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सुनंदा ढेंगे ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान महिलाओं के प्रश्नों और जिज्ञासाओं के जवाब भी वक्ताओं ने दिए और सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म संबंधी सभी शंकाओं का समाधान किया।
अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा महिला आयोग में कई ऐसे मामले आते हैं, जिनमें महिलाओं की फोटो का दुरूपयोग कर उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश होती है। कई बार महिला के नाम से पुरूष ID बनाकर ठगी कर लेते हैं। इससे महिलाओं को बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को छिपाना नहीं चाहिए। परिजन को इसकी जानकारी देनी चाहिए। महिलाएं इसकी शिकायत महिला आयोग के व्हाट्सएप नंबर 90983-82225 के माध्यम से या लिखित में कर सकती हैं। इसके अलावा 112 में भी शिकायत कर सकती है। इस संबंध में सभी को जागरूक होने की जरूरत हैं।
महिलाओं को न्याय मिलने में आसानी
अधिवक्ता निरूपमा वाजपेयी ने कहा कि हिंसा किसी वर्चुअल प्लेटफार्म पर होती है तो वह असल जिंदगी से ज्यादा खतरनाक होती है। इस तरह का कोई अपराध होता है तो महिला हेल्पलाइन नंबर का प्रयोग कर सकती है। साइबर क्राइम कानून में संशोधन कर सजा का प्रावधान किया गया है, जिससे महिलाओं को न्याय मिलने में आसानी हुई है।
कम उम्र की लड़कियों सबसे ज्यादा होती है शिकार
डॉ. सुनंदा ढेंगे ने कहा कि कई एप्लीकेशन और प्लेटफॉर्म में लाइव चैटिंग और वीडियो कॉल की सुविधा है। जो सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसके माध्यम से फेस का फोटो लेकर ब्लैकमेल या दुर्व्यवहार किया जा सकता है। इसका शिकार अधिकतर कम उम्र की बच्चियां होती है, जिन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। टिन्डर, हैपन, इंस्टाग्राम ये सारे ऐप फेसबुक से जुड़े होते हैं। फेसबुक में इमोशनल पोस्ट डालने से आपकी व्यक्तिगत जानकारी उनको मिल जाती है, फोटो को क्रॉप कर उसका दुरूपयोग किया जाता है।
FB का इस्तेमाल करने वाले इन बातों का रखें ध्यान
डॉ. सुनंदा ने बताया कि किसी अपराध से जुड़ा हुआ पोस्ट तुरंत अपलोड नहीं किया जाना चाहिए। अगर कोई अनावश्यक टिप्पणी कर रहा है, तो उसे ब्लॉक कर देना चाहिए। अलग-अलग ID से कोई परेशान कर रहा है तो उसका स्क्रीनशॉट लेकर आप शिकायत कर सकते हैं। किसी भी विज्ञापन के जरिए शॉपिंग नहीं किया जाना चाहिए। फेसबुक में भी ऑनलाइन खरीदी से बचें और हमेशा अपनी ID लॉग आउट करके रखें। फेसबुक के माध्यम से आपकी सारी जानकारी देखा जा सकता है।