महासमुंद। छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने महासमुंद-तुमगांव रोड रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज निर्माण की कछुआ चाल पर जमकर नाराजगी जताई। स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह में ध्वजारोहण पश्चात मंत्री सर्किट हाउस पहुंचे। जहां नागरिकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ब्रिज निर्माण में अनावश्यक विलंब होने और नागरिकों को हो रही परेशानी का मुद्दा उठाया। इस पर मंत्री ने लोक निर्माण विभाग के ईई एसआर सिन्हा को तलब किया। उन्होंने यह काम सेतु निगम के अधीन होने की जानकारी दी।
कलेक्टर को तलब कर दी सख्त हिदायत
लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कलेक्टर डोमन सिंह को तलब कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली। उन्हे सोमवार 16 अगस्त को ही इस मामले को लेकर एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और सेतु निगम के संबंधित अधिकारियों की मैराथन बैठक लेकर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तत्काल पूरी कराने और निर्माण कार्य में प्रगति लाने की हिदायत दी। मंत्री इस बात को लेकर भी जमकर नाराज हुए कि 30 जून को हुई समीक्षा बैठक में भूमि अधिग्रहण के मामलों का अविलंब निपटारा करने कहा था। जिससे कि लोक हित के कामकाज में प्रगति आ सके। जिसे अफसरों ने नजर अंदाज कर दिया।
जिला प्रशासन की उदासीनता से विलंब
बताया गया है कि जिला प्रशासन की उदासीनता से डेढ़ महीने बाद भी भूमि अधिग्रहण की फाइलें कलेक्टोरेट में धूल खा रही हैं। और ओवरब्रिज का महत्वाकांक्षी निर्माण कार्य लंबित है। जानकार सूत्रों ने मंत्री ताम्रध्वज साहू को बताया कि सेवानिवृत्त एडीएम नायक महीनेभर से अधिक समय तक फाइलों को अनावश्यक बिना किसी वजह के लंबित रखे रहे। जिले के शीर्ष अधिकारियों का अधीनस्थों पर नियंत्रण नहीं है।
एक महीने में नहीं बना तो खैर नहीं !
मंत्री ने सख्ती बरतते हुए कहा कि अब एक महीने के भीतर निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ, तो वे इस जनहित के मसले पर कड़ी कार्रवाई करने से नहीं चूकेंगे। मंत्री ने एसडीओ एलडी महाजन को भी खरीखोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि बारिश भी नहीं हो रही है। कामकाज में अविलंब प्रगति लावें। यह महासमुन्द शहर की महत्वाकांक्षी योजना है। इससे बड़ा वर्ग प्रभावित है।