उत्तरप्रदेश में एक अगवा बच्ची के लिए इंसाफ मांगना सपा जिलाध्यक्ष सहित 50 लोगों पर भारी पड़ गया है। दरअसल, मझोला के काशीराम नगर से 10 जनवरी को ननिहाल आई धनारी थाना क्षेत्र निवासी किशोरी लापता हो गई थी। मामले में किशोरी के पिता ने धनारी के ही एक व्यक्ति विष्णु शर्मा के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया है। परिजन 14 जुलाई को SSP ऑफिस के गेट पर धरना दे रहे हैं। वहीं शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष डीपी यादव के साथ कई सपा कार्यकर्ता धरना स्थल पर पहुंचे। वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल शूटर और किसान नेत्री पूनम पंडित ने भी धरने में शामिल होकर परिवार का समर्थन किया और बच्ची की बरामदगी की मांग की।
इस पर सिविल लाइंस पुलिस ने सपा जिलाध्यक्ष और 50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस सभी पर महामारी एक्ट सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। केस में 28 को नामजद किया गया है। जबकि 25 आरोपी अज्ञात हैं। पुलिस के मुताबिक धरने के दौरान इन लोगों ने हंगामा किया है। वहीं कोरोना गाइडलाइंस को ताक पर रखने को लेकर ये मामला दर्ज किया गया है। मामला SI सुशील कुमार की ओर से सिविल लाइंस थाने में सपा जिलाध्यक्ष डीपी यादव, इंटरनेशनल शूटर पूनम पंडित समेत 28 नामजद और 25 अज्ञात लोगों को खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
कई धाराओं के तहत केस दर्ज
यह मामला महामारी अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम के साथ ही धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में भी दर्ज किया गया है। इस संबंध में CO सिविल लाइंस ने बताया है कि सिविल लाइंस थाने में महामारी अधिनियम और कोरोना के नियमों के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है। सिविल लाइंस थाने में दर्ज मुकदमे में समजावादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डीपी यादव, शूटर पूनम पंडित, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव, सपा युवाजन सभा के असलम चौधरी, आशुतोष, अक्षय भट्नागर, फिरासत हुसैन गामा, पूर्व जिलाध्यख जयवीर के बड़े भाई विजयवीर सिंह, बाबू, हाजी अताउर्रहमान, विजय वीर सिंह, सपा युवा संध के पश्चिमी यूपी महासचिव आदेश त्यागी को आरोपी बनाया गया है।