मध्यप्रदेश में बिजली बिल बकाया राशि वसूलने के लिए बिजली कंपनी ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, कंपनी ने इंदौर-धार रोड स्थित नेशनल स्टील की बकाया 103 करोड़ का भुगतान नहीं होने पर कंपनी का बिजली काट दिया है। जानकारी के मुताबिक कंपनी की ओर से 100 करोड़ रुपए से ज्यादा बकाया राशि भुगतान न होने का मामला सामने आने के बाद प्रबंध निदेशक अमित तोमर के निर्देश पर ग्रामीण अधीक्षण अभियंता ने इंजीनियरों की टीम कंपनी में भेजी गई। टीम ने घाटा बिल्लौद पहुंचकर नेशनल स्टील की फैक्टरी और कॉलोनी का कनेक्शन 33 केवी ग्रिड से काट दिया।
इंदौर में बिजली कंपनी ने पहली बार 100 करोड़ से ज्यादा बकाया राशि वसूलने के लिए इस तरह की कार्रवाई की है। इसके साथ नेशनल स्टील के बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ इंडिया शाखा में स्थित खाते भी फ्रीज किए गए हैं। कंपनी के इंदौर ग्रामीण अधीक्षण अभियंता DN शर्मा के मुताबिक बिजली चोरी, अनधिकृत उपयोग को लेकर नेशनल स्टील घाटा बिल्लौद का करीब 6 साल पहले मामला सामने आया था। उन्होंने बताया कि कंपनी ने स्थानीय, हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से राहत के लिए कई बार कोशिश किया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी विद्युत वितरण कंपनी के पक्ष में फैसला दिया था। इसके बाद नेशनल स्टील ने 27 जुलाई को फिर इंदौर हाईकोर्ट में गुहार लगाई। यहां से एक बार फिर नेशनल स्टील को कोई राहत नहीं मिली। इस सबके बाद कंपनी के खिलाफ ये कार्रवाई की गई।
परिवहन विभाग का कटा बिजली
इसी तरह MP के ही टीकमगढ़ के परिवहन विभाग का कनेक्शन काट दिया गया है। बिजली कनेक्शन काटे जाने से परिवहन विभाग के दफ्तर में अंधेरा छा गया है और सभी काम-काज ठप्प पड़ गया है। दरअसल, टीकमगढ़ के परिवहन विभाग ने काफी दिनों से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया था। बिजली बिल बढ़ते-बढ़ते 1 लाख 31 हजार 729 रूपए हो गया था। बिल जमा करने के लिए बिजली विभाग ने परिवहन विभाग को बार-बार नोटिस भेजा, लेकिन उसके बावजूद परिवहन विभाग ने बिजली बिल जमा नहीं किया। आखिरकार बिजली विभाग के कर्मियों ने आज दफ्तर का बिजली कनेक्शन ही काट दिया।
काम-काज ठप्प पड़
बिजली कनेक्शन कटने के बाद परिवहन विभाग का सारा काम ठप्प हो गया और ऑफिस में अंधेरा छा गया। जिसके कारण आम लोगों को भी काफी दिक्कतें आईं। ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ियों के फिटनेस ओर ट्रांसफर आदि का काम नहीं होने से लोग परेशान हो गए। परिवहन विभाग के कर्मचारी का कहना है कि ऑफिस का बिजली का कनेक्शन कट गया, जिससे रोजाना 60 से लेकर 70 लाइसेंस बनाए जाते थे। मगर अब एक भी लाइसेंस नहीं बन रहा है और लोग काफी परेशान हो रहे हैं। वहीं विधुत मंडल के अधिकारी का कहना है कि इनका एक लाख से ऊपर बिजली का बिल बकाया था और उसे जमा नहीं करने पर कनेक्शन काटा गया।