कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने कई देशों में कोहराम मचाया है। इसी बीच ब्रिटेन में कोरोना के केस फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन में जनवरी के बाद पहली बार एक दिन में कोरोनाके मामलों की संख्या 32 हजार के पार पहुंच गई है। संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है, जब सरकार इंग्लैंड में बाकी बची पाबंदियों में ढील देने की तैयारी कर रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को कोरोना के 32,548 नए मामले आए जो 23 जनवरी के बाद सबसे ज्यादा हैं। ब्रिटेन में वंसत ऋतु के दौरान कोविड-19 के मामलों की संख्या 5000 से नीचे चली गई थी, लेकिन वायरस के ज्यादा संक्रामक डेल्टा स्वरूप के आने के बाद मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। डेल्टा स्वरूप की सबसे पहले पहचान भारत में हुई थी।
दक्षिण अफ्रीका में डेल्टा वैरिएंट ने मचाया कोहराम, थर्ड वेव की चपेट में आया देश
मामलों में वृद्धि के बावजूद सरकार का कहना है कि उसका लक्ष्य अब भी 19 जुलाई को इंग्लैंड में लगी सभी पांबदियों को हटाने का है। हालांकि कई वैज्ञानिकों का कहना है कि सरकार का यह कदम खतरनाक होगा। स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने कहा कि इस साल गर्मियों में संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 10 हजार के पार नहीं जाएगी और यह पिछली लहर के स्तर पर नहीं पहुंची है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार उम्मीद कर रही है कि तेजी से टीकाकरण से लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी।सरकार का कहना है टीकाकरण से मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने या मौत की संख्या सीमित होगी।
दक्षिण अफ्रीका में भी बेतहाशा वृद्धि
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने जबरदस्त तरीके से नए मामलों में इजाफा किया है। इस वजह से देश के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने 2 हफ्ते तक कोरोना प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया है, ताकि बहुत संक्रामक डेल्टा वेरिएंट को फैलने से रोका जा सके। रविवार को देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका संक्रमण के नए मामलों में बेतहाशा वृद्धि को देख रहा है। अफ्रीका महाद्वीप में दक्षिण अफ्रीका कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित मुल्क है।
राष्ट्रपति ने की लोगों से अपील
राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि हमारी स्वास्थ्य फैसिलिटी अपने चरम पर पहुंच गई हैं। ICU बेड्स की कमी है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को लेवल फोर पर अलर्ट में रखा गया। ये पूरी तरह से लॉकडाउन लागू करने से एक लेवल कम है। रामाफोसा ने देश को संबोधित करते हुए कहा, तीसरी लहर जोर पकड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह के लिए सभी सार्वजनिक सभाओं पर रोक रहेगी। इस दौरान केवल अंतिम संस्कार की अनुमति होगी, लेकिन उनमें भी 50 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की।