देशभर में आज से केंद्र सरकार हर राज्य में 18+ के सभी नागरिकों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन मुहैया कराएगी। कोरोना वैक्सीन निर्माताओं से कुल वैक्सीन उत्पादन का 75 फीसदी हिस्सा भारत सरकार खुद ही खरीदकर राज्य सरकारों को मुफ्त देगी। वहीं भारत में बन रही वैक्सीन में से 25 फीसदी प्राइवेट सेक्टर के हॉस्पिटल सीधे ले पाएं, ये व्यवस्था जारी रहेगी। बता दें कि कई राज्य सरकारों का सुझाव था कि स्थानीय आवश्यकताओं के आधार पर सीधे वैक्सीन की खरीद और उन्हें अपनी प्राथमिकता के अनुसार देने के लिए लचीलेपन की अनुमति दी जाए। इसके बाद भारत सरकार ने दिशा निर्देशों को संशोधित किया।
वैक्सीनेशन से कोई खतरा नहीं, यह पूरी तरह सुरक्षित, तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जरुरी
कोरोना वैक्सीन से किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से शरीर खुद ही अपने अंदर कोरोना के खिलाफ एक रक्षा तंत्र विकसित कर लेता है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका में यह वैक्सीनेशन बचाव का आसान, सुलभ और सुरक्षित तरीका साबित होगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खेमराज सोनवानी ने आम जन के मन में वैक्सीन को लेकर चल कई प्रकार की भ्रांतियों का निराकरण करते हुए बताया की वैक्सीन लगने के बाद किसी-किसी को हल्का बुखार या बदन में दर्द ,थकान , सर दर्द एक सामान्य बात है। इसमें घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसके इलाज के लिए टीके लगवाने के साथ ही दवाई दी जाती है।
CMHO ने दी जानकारी
CMHO ने बताया कि कई लोग इस भ्रांति में हैं कि कोरोना वैक्सीन से स्त्री पुरुष में बांझपन या नपुंसकता आती है जो पूरी तरह से गलत है। अभी तक जिले में कोई ऐसा मामला नहीं है। जिसमें वैक्सीन लगने के बाद किसी को इस प्रकार की कोई समस्या आई हो। जहां तक वैक्सीन के बाद मौत हो जाने की बात है तो CMHO ने इस पर बताया की अब तक जिले में कोरोना से 509 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें से 508 को भी वैक्सीन नहीं लगा था।
18+ के 30229 लोगों को लग चुका है पहला डोज
जिले में अब तक 1.94 लाख 45 साल से ज्यादा और 18 साल से ज्यादा आयु वर्ग के 30229 लोगों को वैक्सीन की प्रथम डोज लगाई जा चुकी है। मतलब अब तक लगभग 2.25 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है और वह सभी स्वस्थ हैं उनको किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। वैक्सीन लगने के 12 दिन बाद भाटापारा शहर में जो एक 54 साल के व्यक्ति की मौत की जानकारी सामने आई थी। इस पर CMHO ने कहा की मरीज पहले से ही शुगर और हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त था। ऐसे में समझा जा सकता है कि यह कोमारबिडीटी का प्रकरण था, जिस कारण मौत हुई।
डॉ. खेमराज सोनवानी ने दी वैक्सीन के बारे में जानकारी
डॉ. खेमराज सोनवानी ने यह भी बताया की वर्तमान में गर्भवती महिला के अतिरिक्त सभी को वैक्सीन लगाई जा रही है, जिनमें शिशुवती महिलाएं भी नए नियम के मुताबिक अब सम्मिलित हो चुकी हैं, जो पहले में नहीं थीं। वैक्सीनेशन से पहले केंद्रों पर एंटीजन टेस्ट की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने आम जनता से यह अपील की है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सभी को समय पर वैक्सीन लगवा लेना चाहिए। इसके माध्यम से खुद के अतिरिक्त परिवार को भी सुरक्षा प्राप्त होगी और कोरोना के प्रसार को भी रोका जा सकेगा।