देशभर में आज ईद-उल-फितर और अक्षय तृतीया का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। साथ ही आज के ही दिन भगवान परशुराम जी की जयंती भी है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यपाल अनुसुइया उइके ने देश और प्रदेशवासियों को ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती की शुभकामनाएं दी हैं।
पीएम मोदी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'ईद-उल-फितर के शुभ अवसर पर शुभकामनाएं। सभी के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं। हम एकसाथ मिलकर वैश्विक महामारी को दूर कर सकते हैं और मानव कल्याण को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर सकते हैं। ईद मुबारक!'
बाकी दो ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, 'सभी देशवासियों को अक्षय तृतीया की मंगलकामनाएं। शुभ कार्यों की सिद्धि से जुड़ा यह पावन पर्व कोरोना महामारी पर विजय के हमारे संकल्प को साकार करने की शक्ति प्रदान करे। भगवान परशुराम की जयंती के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं।'
CM बघेल ने प्रदेशवासियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को ईद -उल-फितर पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि ईद का यह पर्व परस्पर प्रेम, सौहार्द्र और भाईचारे का प्रतीक है। यह पर्व हमें ऊंच-नीच, छोटे-बडे़ का भेदभाव भुलाकर एक - दूसरे को गले लगाने का संदेश देता है। ईद, वास्तव में सामाजिक समरसता का त्यौहार है। मुख्यमंत्री ने खुशी के इस पर्व को लोगों से सदभाव के साथ मनाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने और देश-प्रदेश की तरक्की, खुशहाली और अमन-शांति के लिए दुआ करने की अपील की है।
राज्यपाल ने दी ईद-उल-फितर पर मुबारकबाद
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने ईद-उल-फितर के अवसर पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद देते हुए राज्य के सभी नागरिकों के सुख, शांति और खुशहाली की कामना की है। राज्यपाल ने कहा कि ईद-उल-फितर का पर्व पवित्र महीना रमजान के महीनेभर के कठिन उपवास के बाद आता है और नेकी और भलाई करने का संदेश देता है। उन्होंने कामना की है कि ईद का पर्व सभी के जीवन में खुशियां और भाई-चारे लेकर आएगा। साथ ही अमन-चौन, सौहार्द्र और एकता का संदेश देगा। राज्यपाल ने कहा कि इस अवसर पर मैं इबादत करती हूं कि देश और प्रदेश को जल्द कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिले। साथ ही लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शासन के दिये गये निर्देश का पालन करते हुए पर्व मनाएं।
ईद का त्योहार
ईद का त्योहार रमजान महीने के पवित्र महीने का अंत होता है। दुनियाभर में ईद का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग एक दूसरे ईद मुबारक कहते हैं और एक दूसरे के लिए दुआ करते हैं। पिछले साल की तरह इस साल भी ईद पर कोरोना का साया बना हुआ है। इसलिए विशेष एहितयात के साथ इस पर्व को मनाने की बात कही जा रही है। लोग एक दूसरे को सोशल मीडिया के जरिए और फोन कर बधाई दे रहे हैं। वहीं आज अक्षय तृतीया भी है। भगवान परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था। परशुरामजी का वर्णन रामायण, महाभारत, भागवत पुराण और कल्कि पुराण में भी आता है। मान्यता है कि भारत के अधिकांश ग्राम परशुराम जी ने ही बसाए थे।
घरों पर ही ईद का नमाज अदा करने का आग्रह
मुंगेली और महासमुंद कलेक्टर ने संक्रमण रोकथाम की दृष्टि से मुस्लिम समुदाय के भाईयों से ईद का नमाज अपने घरों पर ही अदा करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि ईद-उल-फितर की नमाज के लिए मस्जिद, ईदगाह, मदरसा, दरगाह में 05 से ज्यादा अफराद जमा न हो। लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर संबंधित मुतवल्ली साहेबान नियमत स्वमेय जवाबदार होंगे। आम जमाती ईद-उल-फितर की नमाज शरीअत के अनुसार अपने-अपने घर पर अदा करे। दरगाह, कब्रस्तान जैसे स्थानों पर किसी भी स्थिति में भीड़ एकत्रित न करें।