Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

पोस्ट कोविड कांउसिलिंग और इलाज के लिए जिला अस्पताल में शुरू हुई OPD


कोविड संक्रमण से ठीक हुए मरीजों को शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ्य करने के लिए कोरबा कलेक्टर किरण कौशल ने एक नई पहल की है। कोरोना के इलाज के बाद मरीजों को नकारात्मक मनोदशा से उबारने काउंसिलिंग की सुविधा शुरू की गई है। इसी तरह कोविड संक्रमण के ठीक होने के बाद भी शरीर में होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में लोगों को जागरूक करने और पीड़ितों का इलाज करने के लिए भी OPD शुरू की गई है।






https://twitter.com/KorbaDist/status/1395044060956479491




छत्तीसगढ़ में एक हफ्ते में 86,735 कोरोना मरीज हुए स्वस्थ, रिकवरी रेट बढ़कर हुई 90%





जिला प्रशासन ने विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ पोस्ट कोविड काउंसिलिंग और इलाज की यह सुविधा जिला अस्पताल में शुरू की है। जिला अस्पताल के स्पर्श क्लिनिक में कोविड को मात देकर ठीक हुए मरीजों को मन व्याप्त भ्रांतियों, भय और नकारात्मक पहलुओं से उबारने के लिए मनोवैज्ञानिक काउंसिलिंग मनोरोग विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है। इसके साथ ही कोविड के ठीक होने के बाद भी लोगों को होने वाले रोगों के इलाज के लिए भी जिला अस्पताल में OPD शुरू कर दी गई है।









कलेक्टर किरण कौशल ने दी जानकारी





इस संबंध में कलेक्टर किरण कौशल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण कई लोगों ने अपने प्रिय परिजनों को खो दिया है। कई कोरोना संक्रमितों में इलाज के दौरान मानसिक रूप से नकारात्मकता के भाव घर कर गए हैं। कलेक्टर ने बताया कि कोविड अस्पतालों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की मेहनत से मरीजों ने कोरोना संक्रमण को मात तो दे दी है, लेकिन ठीक होने के बाद भी कुछ मरीजों को मानसिक तनाव, एंग्जायटी, व्याकुलता, बुरे ख्याल आना, मन में अनजाना डर रहना जैसे भाव भी महसूस होने की सूचना मिल रही है।









मनोवैज्ञानिक कांउसिलिंग की व्यवस्था





कलेक्टर कौशल ने बताया कि ऐसे मरीज कोरोना के भय से पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाए हैं। इन कोरोना से स्वस्थ्य हुए मरीजों को ऐसे सभी नकारात्मक भावों से बाहर निकालकर जीवन के प्रति सकारात्मक रूख की तरफ मोड़ने के लिए मनोवैज्ञानिक कांउसिलिंग की व्यवस्था जिला अस्पताल में की गई है। जिला अस्पताल के स्पर्श क्लिनिक में मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर, मनोवैज्ञानिक काउंसलर और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस काम में लगे हैं।





'क्लिनिक में आकर परामर्श ले'





कोरोना को हराकर स्वस्थ्य होने वाले किसी भी व्यक्ति को मानसिक तनाव, व्याकुलता, मन में भय, एंग्जायटी जैसा महसूस होने पर वे इस क्लिनिक में आकर परामर्श ले सकते हैं। विशेषज्ञों द्वारा व्यक्ति की मनोदशा के हिसाब से जरूरी होने पर दवाइयां भी दी जा सकती है।





दूसरी बीमारियों के लक्षण भी महसूस





कलेक्टर कौशल ने आगे बताया कि कोरोना का इलाज कराकर ठीक हुए कुछ लोगों में साइड इफेक्ट्स के तौर पर दूसरी बीमारियों के लक्षण भी महसूस होने की जानकारी मिली है। लंबे समय तक कोविड अस्पताल में इलाज कराने के बाद शारीरिक कमजोरी के साथ श्वांस लेने में परेशानी, बदन दर्द जैसी सामान्य सी बीमारियां भी ऐसे लोगों में नोटिस की गई है।





OPD में विशेषज्ञ डॉक्टरों की व्यवस्था





कलेक्टर ने बताया कि कोरोना का इलाज कराकर ठीक हुए किसी भी व्यक्ति को शरीर में किसी भी तरह का असामान्य लक्षण महसूस होने पर इलाज के लिए जिला अस्पताल की OPD में विशेषज्ञ डॉक्टरों की व्यवस्था की गई है। आंखों में परेशानी होने पर नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह ली जा सकती है। इसी तरह कोई अन्य परेशानी होने पर OPD में एमडी मेडिसिन डॉक्टरों द्वारा भी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि जिला अस्पताल में शुरू की गई इस व्यवस्था के तहत आने वाले दिनों में कोरोना से ठीक हुए लोगों को ऐसी परेशानियों के लिए भर्ती करके इलाज करने की भी प्रशासन की योजना है। इसके लिए जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।


Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.