Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

छत्तीसगढ़ सरकार ने ब्लैक फंगस को लेकर जारी की एडवाइजरी


छत्तीसगढ़ के विभिन्न अस्पतालों में ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) प्रकरणों से ग्रसित मरीज के प्रकरण आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए राज्य के तकनीकी समिति के विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित स्टैन्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों को जारी किया है। राज्य में ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) का इलाज सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में किया जाएगा।





बड़ी खबर: छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस से हुई पहली मौत, सभी निजी अस्पतालों को अलर्ट जारी





ब्लैक फंगस से बचने के उपाय





ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) एक फंगल संक्रमण है। यह उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है जो दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित है और दवाइयां ले रहे हैं। इससे उनकी प्रतिरोधात्मक क्षमता प्रभावित होती है। अगर व्यक्ति के शरीर में यह फंगस सूक्ष्म रूप में शरीर के अंदर चला जाता है तो उसके साइनस या फेफड़े प्रभावित होंगे, जिससे गंभीर बीमारी हो सकती है। अगर इस बीमारी का इलाज समय पर नहीं किया गया तो यह घातक हो सकती है।





इन लोगों को हो सकती है यह बीमारी





यह बीमारी कोविड-19 मरीजों में जो डायबीटिक मरीज हैं या अनियंत्रित डायबीटिज वाले व्यक्ति को, स्टेरोईड दवाइयां ले रहे व्यक्ति को या ICU में ज्यादा समय तक भर्ती रहने से यह बीमारी हो सकती है। अगर इनमें से कोई लक्षण दिखे तो चिकित्सक से तुरंत संपर्क करना चाहिए।





बीमारी के लक्षण





आंख-नाक में दर्द और आंख के चारों ओर लालिमा, नाक का बंद होना, नाक से काला या तरल द्रव्य निकलना, जबड़े की हड्डी में दर्द होना, चेहरे में एक तरफ सूजन होना, नाक-तालु काले रंग का होना, दांत में दर्द, दांतों का ढ़िला होना, धुंधला दिखाई देना, शरीर में दर्द होना, त्वचा में चकते आना, छाती में दर्द, बुखार आना, सांस की तकलीफ होना, खून की उल्टी, मानसिक स्थिति में परिवर्तन आना यह सब ब्लैक फंगस के लक्षण है।





कैसे बचा जा सकता है





धूल भरे स्थानों में मास्क पहनकर, शरीर को पूरे वस्त्रों से ढंक कर, बागवानी करते समय हाथों में दस्ताने पहन कर और व्यक्तिगत साफ-सफाई रख कर ब्लैक फंगस से बचा जा सकता है।





ब्लैक फंगस के लिए हर जिले में उपलब्ध होगी दवाई





मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में ब्लैक फंगस के खतरों से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है। इस बीमारी के इलाज के लिए आवश्यक हर जरूरी दवा प्रदेश के हर जिले में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी।





CM बघेल ने दिए निर्देश





गौरतलब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में ब्लैक फंगस के संक्रमण होने की जानकारी को गंभीरता से लेने को कहा है। साथ ही इसके रोकथाम के लिए लगने वाली आवश्यक दवाएं पोसाकोनाजोल और एम्फोटेरसिन-बी औषधियों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता हर जिले में सुनिश्चित करने को कहा है। इसके लिए CM स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पहले ही निर्देश दे चुके हैं।





दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश





निर्देश के परिपालन में छत्तीसगढ़ के खाद्य और औषधि प्रशासन नियंत्रक द्वारा सभी जिलों में पदस्थ औषधि निरीक्षकों के माध्यम से सभी जिलों में औषधि पोसाकोनाजोल और एम्फोटेरेसिन-बी (समस्त डोसेज फॉर्म, टेबलेट, सीरप, इंजेक्शन और लाइपोसोमल इंजेक्शन) की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।





सभी औषधि प्रतिष्ठानों को आवश्यक निर्देश जारी





खाद्य एवं औषधि प्रशासन नियंत्रक द्वारा औषधि निरीक्षकों को यह भी निर्देशित किया गया है, कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र के अंदर समस्त होलसेलर, स्टॉकिस्ट, सीएंडएफ से औषधियों की वर्तमान में उपलब्ध मात्रा की जानकारी रोजाना प्राप्त करें और अपने क्षेत्र के सभी औषधि प्रतिष्ठानों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी करें।


Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.