ताऊते चक्रवात तूफान के बाद भारत में ‘यास’ चक्रवात तबाही मचाने के लिए आ गया है। वहीं इसे लेकर छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में अलर्ट जारी किया गया है। यहां यास तूफान के कारण भारी बारिश और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। जिसे देखते हुए जिले में कंट्रोल रूम बनाया गया है और अधिकारियों के नंबर भी जारी किए गए हैं।
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बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुआ चक्रवाती तूफान 'यास' बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट से टकराते हुए झारखंड में प्रवेश करेगा। इस तूफान का असर सरगुजा संभाग पर भी पड़ेगा। बलरामपुर के साथ ही सरगुजा जिले में भी तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना मौसम विज्ञानी जता रहे हैं। इधर, चक्रवाती तूफान को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। प्रशासन द्वारा जिले में कंट्रोल रूम की स्थापना करने के साथ ही डूबान क्षेत्रों का निर्धारण कर यहां के लिए अधिकारियों की तैनाती की गई है।
कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए निर्देश
सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देश पर संयुक्त जिला कार्यालय भवन के कक्ष क्रमांक 2 में जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम का फोन नंबर 07774222414 और 07774222722 है। जो 24 घंटे सक्रिय रहेगा। दरअसल, बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात सक्रिय हुआ है। इस चक्रवात को 'यास' नाम दिया गया है। इस चक्रवाती तूफान से भारी नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है। जिसे देखते हुए प्रभावित राज्यों और जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
तेज हवाओं के चलने की संभावना
बंगाल की खाड़ी से उठा यह चक्रवाती तूफान 26 मई को सागर आइलैंड और पारादीप समुद्रतट के माध्यम से ओडिशा से टकराएगा और ओडिशा और पश्चिम बंगाल को पार करते हुए झारखंड में प्रवेश करेगा। तूफान के झारखंड में प्रवेश करने से इसका असर छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभाग में भी पड़ेगा। 27, 28 और
चक्रवात की सक्रियता से 27, 28 और 29 मई को बलरामपुर जिले के साथ ही सरगुजा जिले में भी भारी बारिश और तेज हवाओं के चलने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने दी जानकारी
मौसम विभाग के मुताबिक सरगुजा में प्रवेश करते-करते तूफान में हवाओं की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रति घंटा या फिर इससे भी अधिक हो सकती है। तेज हवाओ के साथ मूसलाधार बारिश से जिले में भी जमकर तबाही मचेगी। जिसे देखते हुए शासन प्रसाशन अलर्ट हो गया है। शासन के निर्देश पर कलेक्टर संजीव झा ने सोमवार को प्राकृतिक आपदा से बचाव और राहत व्यवस्था की तैयारियों को लेकर बैठक भी ली गई थी। यास चक्रवात को देखते हुए कलेक्टर ने जनपद स्तर पर भी आपदा राहत टीम का गठन करने के निर्देश दिए थे। आपदा से निपटने के लिए राजस्वए स्वास्थ्य, नगर निगम, जल संसाधन, विद्युत, पीएचई, जिला सेनानी सहित प्राकृतिक आपदा राहत से संबंधित अन्य विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों के अवकाश पर 25 मई से 28 मई तक प्रतिबंध रहेगा।
यास के प्रभाव से जलभराव
डुबान क्षेत्रों का किया गया चिन्हांकनचक्रवाती तूफान यास के प्रभाव से जलभराव के कारण मकान, झुग्गी झोपड़ी को बचाने निगम क्षेत्र में 5 जल भराव क्षेत्र चिन्हांकित कर प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय द्वारा जारी आदेशानुसार वार्ड क्रमांक 47 गंगापुर नाला क्षेत्र के लिए प्रभारी अधिकारी जोगेंद्र सिंह मोबाइल नंबर 8871662042, वार्ड क्रमांक 20 केनाबांध क्षेत्र के लिए प्रभारी अधिकारी कैलाश जायसवाल मोबाइल नंबर 9179504935, वार्ड क्रमांक 6 खालपारा हेतु प्रभारी अधिकारी सुशील सिंह मोबाइल नंबर 8120195079, वार्ड क्रमांक 13 झंझटपारा के लिए प्रभारी अधिकारी सुमित सिन्हा मोबाइल नंबर 9826394025 और वार्ड क्रमांक 23 महादेव गली के लिए प्रभारी अधिकारी अनिल सोनी मोबाइल नंबर 76975 21215 नियुक्त किया गया है। वहीं आपदा दल भी गठित कर दिया गया है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
- दरिमा हेल्प सेंटर का मोबाइल नंबर 9826849470।
- भिट्ठीकला सेंटर का मोबाइल नंबर 6262047384।
- लखनपुर हेल्प सेंटर का मोबाइल नंबर 6269753145।
- कुन्नी हेल्प सेंटर 6269753149।
- उदयपुर हेल्प सेंटर का मोबाइल नंबर 6269753154।
- बतौली हेल्प सेंटर का मोबाइल नंबर 6269753153।
- महेशपुर सेंटर का मोबाइल नंबर 62697533148।
- हेल्प सेंटर सीतापुर का मोबाइल नंबर 6269753142।
- मैनपाट सेंटर का मोबाइल नंबर 8839152665।
- पेटला हेल्प सेंटर का मोबाइल नंबर 6262047271।
- सांड़बार सेंटर का मोबाइल नंबर 6262047385।
- डाडगांव हेल्प सेंटर के लिए मोबाइल नंबर 6269753139 जारी किया गया है।
इस बार ओमान ने दिया चक्रवात का नाम
अगर यह चक्रवात तूफान बनता है तो इसका नाम यास Yaas होगा। यास नाम इस बार ओमान ने वहां की स्थानीय बोली के आधार पर दी है। बता दें कि ताऊते ने देशभर के कई राज्यों में जमकर उत्पात मचाया है। अब देखना होगा की तूफान यास का प्रभाव कितना घातक होगा।