देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हो रही है। ऐसे में अब जानकारों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी जल्द ही आएगी, लेकिन ये लहर बच्चों के लिए ज्यादा घातक होगी। ऐसे में बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाना बहुत जरूरी है।
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वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन के सलाहकार का कहना है कि कोरोना से बच्चों की सुरक्षा करने से पहले बड़ों को खुद अपनी सुरक्षा करनी पड़ेगी क्योंकि अगर बड़े सुरक्षित होंगे, तभी बच्चे भी सुरक्षित रह पाएंगे। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा को लेकर तीन बड़े सुझाव दिए हैं। डॉ. बेदी ने बताया कि कोरोना के चलते बच्चों के स्कूल बंद हैं। कोरोना की वजह से बच्चे बाहर खेलने के लिए भी नहीं जा रहे हैं, लेकिन घर के जिम्मेदार लोग कामकाज के लिए घर से बाहर जा रहे हैं। ऐसे में घर के बड़े लोग बाहर से संक्रमण को घर में ला सकते हैं। ऐसे में घर के कामकाजी लोगों को विशेष एहतियात बरतनी होगी।
एक्सपर्ट ने दी जानकारी
एक्सपर्ट का कहना है कि परिवार में बड़ों को सबसे ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है। बड़े जब घर आएं तो वह अपने कपड़े बाहर ही उतारें और मास्क भी उतारें। खुद को सैनेटाइज करें इसके बाद वे घर के अंदर आएं। घर में आने के बाद भी बच्चों से उचित दूरी बनाकर रखें। डॉक्टर का कहना कि दूसरी जरूरी बात यह है कि बच्चों की इम्युनिटी को मजबूत करें। इसके लिए बच्चों को पौष्टिक खाना खिलाएं। बच्चों को फल ज्यादा खिलाएं। जिससे बच्चों को विटामिन-सी, विटामिन-डी, बी-कॉम्प्लेक्स और विटामिन-ई भरपूर मात्रा में मिल सके।
इम्यूनिटी बूस्ट के लिए करें ये उपाय
एक्सपर्ट ने बताया कि इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए विटामिन-डी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन-डी के लिए बच्चों को सुबह 9 बजे से 11 बजे के बीच धूप में बैठाएं। बच्चों को सूरज की तरफ पीठ करके बैठाएं। उन्होंने ने कहा कि धूप में बैठते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि धूप सीधा बच्चों की पीठ पर पड़ रही हो। ऐसा करने से बच्चों के शरीर में विटामिन डी की मात्रा बढ़ेगी। एक्सपर्ट ने बताया कि अगर घर में कोई कोरोना मरीज है तो बच्चों को उससे दूर रखें। घर में जो व्यक्ति कोरोना मरीज की देखभाल कर रहा है। वह व्यक्ति भी बच्चों के पास न जाए। इस तरह घर के बड़े लोग कई सावधानियां बरतकर बच्चों को कोरोना से सुरक्षित रख सकते हैं।
बच्चों का रखें खास ख्याल
बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है, जिसके लिए पहले सावधान रहना बहुत जरूरी है। जानकारों के मुताबिक कोरोना की पहली लहर ने बुजुर्गों को सबसे ज्यादा अपनी चपेट में लिया था। कोरोना की पहली लहर बुजुर्गों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हुई थी। वहीं कोरोना की दूसरी लहर सबसे ज्यादा युवाओं के लिए खतरनाक साबित हो रही है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में बच्चों का अच्छे से ख्याल रखें।