राज्य में स्वास्थ्य अमले के चिकित्सक और समस्त स्टाफ अपनी पूरी क्षमता से कोरोना के मरीजों का दिन रात इलाज कर रहे हैं, जिसके सुखद परिणाम मिले हैं। गरियाबंद जिले में कोरोना के लगभग 80 प्रतिशत मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान अनेक गर्भवती महिलाएं भी कोरोना से संक्रमित होकर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय गरियाबंद में भर्ती होती है।
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ऐसे में डॉक्टरों और स्वास्थ्य अमले पर दोहरी जिम्मेदारी होती है। एक तो गर्भवती महिला को कोविड से मुक्त करना और सुरक्षित प्रसव कराना ताकि दोनों को नया जीवन मिल सके। गरियाबंद जिले में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के प्रयासों से जिले में 8 कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं की सफल डिलीवरी हो चुकी है।
अनिता यादव ने दिया बच्चे को जन्म
बीते दिनों गरियाबंद जिला हॉस्पिटल में ऐसे ही सुखद किलकारी एक बार फिर गूंजी। फिंगेश्वर विकासखंड अंतर्गत बरभाठा की 24 वर्षीय कोरोना संक्रमित अनिता यादव ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। मां और बच्चे दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
डीपीएम डॉ. रीना ने दी जानकारी
स्वास्थ्य विभाग की डीपीएम डॉ. रीना ने बताया कि जिले में यह कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं का आठवी सफल और सुरक्षित प्रसव है। सुरक्षित प्रसव के बाद हॉस्पिटल के नर्स, स्टाफ और डॉक्टर ने खुशी जाहिर करते हुए अनिता और उनके परिवार को बधाई दी है।
आठवी सफल डिलीवरी
बता दें कि 26 अप्रैल को भी गरियाबंद कोचबाय की ममता कश्यप, 29 अप्रैल को मैनपुर की रूखमणी ध्रुव और 1 मई को छुरा पाटसिवनी की भुनेश्वरी सोरी द्वारा भी स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया गया है। इस तरह जिला हॉस्पिटल और डेडीकेटेड हॉस्पिटल गरियाबंद में कोरोना संक्रमित महिला की यह आठवी सफल डिलीवरी है। इससे ड्यूटी में तैनात समस्त स्टाफ उत्साहित है।
इनकी रही विशेष भूमिका
सुरक्षित प्रसव में डॉ. अजय जांगड़े, डॉ. मयंक देवांगन और स्टाफ नर्स सनत मंडावी, प्रतीक्षा यादव और पूजा साहू की विशेष भूमिका रही है।