महासमुन्द। जिला जेल की दीवार फांदकर पांच बंदी फरार हो गए हैं। गम्भीर अपराधों में ये बंदी विचाराधीन बंद थे। बंदियों के द्वारा ऊंची और करंट लगे दीवार को दिनदहाड़े फांदकर फरार हो जाने से जेल में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है।
जेल की पीछे की दीवार कूद कर पांच आरोपियों का फरार होना अनेक संदेहों को जन्म दे रहा है।
घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे की बताई जा रही है। 40 से 50 फीट तक ऊंची दीवार और उसके ऊपर सोलर पैनल वाला करंट प्रवाहित होने के बावजूद बंदियों का फरार हो जाना, जेल की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी सेंध है।
जेलर ने बताया प्रहरियों की लापरवाही
जिला जेल के जेलर रमाशंकर सिंह ने इसे प्रहरियों की लापरवाही का मामला बताया है। जहां पर से आरोपी दीवार फांदने में सफल हुए हैं, वहाँ पर प्रहरी तैनात था। तब यह अनुत्तरित सवाल है कि इतनी ऊंची दीवार को यकायक कैसे पार किया जा सकता है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि जेल ब्रेक की यह घटना कहीं मिलीभगत से तो नहीं हुई है?
ये हैं जेल से फरार बंदी और उनका अपराध
फरार बंदियो मे से एक व्यक्ति दौलत ध्रुव (23) पिता मनोज निवासी ग्राम कोसरंगी अनाचार की धारा 363 ,366,376 का आरोपी है। वह खल्लारी थाना से 5 अगस्त 2020 को जेल में दाखिल किया गया था। एक अन्य आरोपी करन सतनामी (21) पिता आशाराम निवासी ग्राम अरेकेल (बसना) को गांजा तस्करी के आरोप में धारा 20 ( ख) एनडीपीएस एक्ट के तहत दो जून 2019 को कैद किया गया था। और शेष तीन आरोपी धनशाय गांडा (33) निवासी ग्राम अरण्ड (पिथौरा), डमरूधर (24) निवासी ग्राम बारीकपाली (सांकरा), और राहुल ब्राम्हण (22) निवासी ग्राम गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) को डकैती की धारा 397,341,25,27 आर्म्स एक्ट के तहत 18 जुलाई 2019 को बंदी बनाया गया था।
घटना की सूचना मिलते ही जिला की सीमाओं को सील कर तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुँचकर जेल ब्रेक की घटना की जांच-पड़ताल कर रहे हैं।