काफी समय से मोदी सरकार देश में फास्टैग (New FASTag Details) को लाने की कोशिशों में लगी हुई थी, जो अब रंग लाती दिखेगी। इस बात की पुष्टि खुद परिवहन मंत्रालय ने की है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि FASTag का इस्तेमाल नहीं किए जाने पर एनएच टोल प्लाजा से गुजरने वाले किसी भी वाहन को टोल शुल्क का दोगुना खर्च वहन करना पड़ेगा।
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बता दें कि 1 जनवरी 2021 से केंद्र सरकार (central government) सभी वाहनों पर FASTag को लागू करने वाली थी, लेकिन फिर इसकी समय सीमा बढ़ा कर फरवरी कर दी गई, FASTag लाने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य समय की बचत करना और जाम को खत्म करना बताया जा रहा है।

जानिए क्या होता है FASTag
FASTag एक टैग और स्टिकर है, जिसे कार में आगे की तरफ लगाया जाता है। वहीं हाईवे पर टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर गाड़ी पर लगे स्टीकर से डिवाइस रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेकनीक के जरिए स्कैन कर लेते हैं और जगह के हिसाब से पैसे अपने आप बैंक अकाउंट से वसूल लिए जाते हैं। ये काफी सुविधाजनक है। इसके माध्यम से गाड़ी को टोल पर रोकने की जरूरत नहीं पड़ती है। अगर FASTag किसी प्रीपेड अकाउंट या फिर डेबिट/क्रेडिट कार्ड से लिंक नहीं है तो आपको इसे रिचार्ज कराना होगा।

टोल प्लाजाओं पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होने वाली परेशानियों का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया है. इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम भारत में सबसे पहले साल 2014 में शुरू की गई थी. जिसे धीरे-धीरे पूरे देश के टोल प्लाजाओं पर लागू किया जा रहा है. FASTag सिस्टम की मदद से आपको टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकेगी. FASTag की मदद से आप टोल प्लाजा में बिना रुके अपना टोल प्लाजा टैक्स दें सकेंगे।
ये है फायदे
सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने की वजह से लगने वाली गाड़ियों की लम्बी लाइन और खुले पैसे होने की समस्या को हल करने के लिए FASTag सिस्टम को देश के कई टोल प्लाजाओं पर शुरू किया है. पहले जब भी टोल प्लाजा को पार किया जाता था तब गाड़ियों की लंबी कतारों में लगना पड़ता था, लेकिन अब FASTag की मदद से आपका समय बचने के साथ-साथ आपके पेट्रोल या डीजल की भी बचत होगी.

जब भी फास्टैग लगी कोई गाड़ी किसी टोल प्लाजा को पार करेगी तो फास्टैग अकाउंट से शुल्क कटते ही गाड़ी चालक के पास एक एसएमएस आ जाएगा. एसएमएस के जरिए आपके फास्टैगअकाउंट से कितनी राशि काटी गई है उसके बारे में आपको जानकारी दी जाएगी.

परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी देते हुए कहा कि फास्टैग को लागू करने की समयसीमा को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा और वाहन मालिकों को तुरंत ई-पेमेंट सुविधा को अपनाना चाहिए, जिससे फैस्टैग पर एक-एक सवाल का जवाब दिया जा सके. इसलिए अब सभी को जल्द से जल्द फास्टैग खरीद लेना चाहिए.

आपको यहां से मिलेगा
अगर आपने अभी तक अपनी गाड़ी पर फास्टैग स्टीकर नहीं लगवाया है तो आपको जल्द लगवा लेना चाहिए। आप इसे PayTM, Amazon, Snapdeal से इसे खरीद सकते हैं। साथ ही देश के 23 बैंकों के जरिए भी इसे उपलब्ध कराया जा सकता है। इनके अलावा सड़क परिवहन प्राधिकरण ऑफिस में भी इनकी बिक्री होती है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) अपनी सहायक भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (IHMCL) के जरिए FASTag की बिक्री और संचालन किया जाता है।

इतना है कीमत
NHAI के मुताबिक फास्टैग की कीमत 200 ((FASTag Details)) रुपये है। इसमें आप कम से कम 100 रुपये का रिचार्ज करा सकते हैं। जब तक FASTag स्कैनर पर स्कैन करेगा तब तक ये काम करेगा।