महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला मुख्यालय में संचालित सखी वन स्टाप सेंटर में भटकी हुई महिला और बच्चे को शासन द्वारा निर्धारित सुविधा मिली है। सखी वन स्टॉप सेंटर के प्रभारी केन्द्र प्रशासक ने बताया कि सखी वन स्टाप सेंटर में 29 जनवरी 2021 को दूरभाष के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला और बच्चा बालोद से लगभग आठ किलोमीटर की दूरी पर दल्लीराजहरा मार्ग में दैहान मोड़ के पास भटक रहे हैं।
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सूचना मिलते ही तत्काल सखी टीम द्वारा थाना बालोद को सूचना दिया गया और सखी टीम व थाना बालोद द्वारा रेस्क्यू कर महिला और बच्चे को लेकर आए और दोनो का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया, जिसमें स्वस्थ पाए गए। स्वास्थ्य जांच के बाद महिला और बच्चे को सखी सेंटर में अस्थाई आश्रय के लिए लाया गया। महिला और बच्चा कई दिनों से आसपास के गांव में भूखे-प्यासे भटकने के कारण महिला कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी।
सखी वन स्टाप सेंटर में शासन द्वारा निर्धारित उपलब्ध सुविधा मुहैया
सखी सेंटर में आने के बाद दोनों को शासन द्वारा निर्धारित उपलब्ध सुविधा मुहैया कराया गया। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन महिला का काउंसलिंग परामर्शदाता के द्वारा किया गया, लेकिन महिला कुछ बात नहीं की वह सिर्फ सामने वालों की भाषा समझ रही थी। इसके बाद महिला धीरे-धीरे स्टाफ वालों से घुली-मिली तब कुछ-कुछ बोलना शुरू की। उसने बताया कि वह लगभग दो महीने से भटक रही है और भीख मांगकर खा रही थी।
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महिला ने अपना नाम नीमन पति मनुहर कण्डुल पता झारखण्ड बताई। प्रभारी केन्द्र प्रशासक ने बताया कि महिला के निवास स्थान का सही पता नहीं होने के कारण और शासन द्वारा निर्धारित अवधि तक आश्रय दिया जाता है। इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए और महिला और उसके बच्चे के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी के निर्देशानुसार महिला और उसके बच्चे को पुनर्वास के लिए नारी निकेतन रायपुर भेजा गया।