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पदोन्नति से जवाबदेही और दायित्व में होती है बढ़ोत्तरी : मंत्री मोहम्मद अकबर


वन और परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर (Minister Mohammad Akbar) ने कहा है कि शासकीय विभागों में कार्यकुशलता के लिए पदोन्नति दी जाती है। पदोन्नत होने के बाद जवाबदेही और उत्तरदायित्व भी बढ़ता है। पदोन्नति से अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार के साथ ही उत्साह का वातावरण बनता है।









अकबर (Minister Mohammad Akbar) ने शुक्रवार को नवा रायपुर अटल नगर स्थित अरण्य भवन में पदोन्नत वन क्षेत्रपालों के अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न वन मण्डलों में कार्यरत 36 उप वन क्षेत्रपाल को वन क्षेत्रपाल के पद पर पदोन्नत होने पर उनकी वर्दी में स्टार लगाकर अलंकृत किया और पदोन्नत सभी अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।





अलंकरण समारोह में शामिल हुए वन मंत्री अकबर





वन मंत्री अकबर (Minister Mohammad Akbar) ने अलंकरण समारोह में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में वनों के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए काम किया जा रहा है। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के तहत जल संवर्धन की दिशा में काम करना और स्थानीय लोगों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया उपलब्ध कराना भी हमारी जिम्मेदारी में शामिल है।









मंत्री ने कहा कि किसी भी काम को सफलता तक पहुंचाने के लिए नेतृत्व की भावना पर निर्भर करता है, अगर मन में दृढ़ निश्चय कर ले तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी स्वतंत्र होकर अपनी जिम्मेदारी और दायित्वों का निर्वहन करें, इसके लिए राज्य सरकार उन्हें हर संभव मदद के लिए तत्पर है।





शहीद महेन्द्र कर्मा के नाम से नई योजना की शुरूआत





वन मंत्री (Minister Mohammad Akbar) ने कहा कि समाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 50 प्रतिशत की राशि वन प्रबंधन समितियों से और 50 प्रतिशत की राशि राज्य सरकार की तरफ से उपलब्ध कराकर शहीद महेन्द्र कर्मा के नाम से नई योजना की शुरूआत की गई है। यह स्थानीय लोगों के सुरक्षा की दिशा में राज्य सरकार की उल्लेखनीय पहल है। संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि समय पर पदोन्नत होने से अधिकारियों-कर्मचारियों के कार्यों में सुधार देखने को मिलता है।









वे पदोन्नति के बाद नए उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ अपनी जिम्मेदारियों और दायित्वों को निभाते हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि वन मंत्री के कुशल मार्गदर्शन में सामाजिक सुरक्षा का कार्य हो या स्थानीय लोगों को हरियाली से रोजगार उपलब्ध कराने सहित कई वन विभाग द्वारा उल्लेखनीय काम किए जा रहे हैं। बीते दो सालों में विभाग ने लोक सेवा आयोग के माध्यम से 21 सहायक वन संरक्षण और 157 वनक्षेत्रपाल के पदों पर भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू की है।









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इसी तरह साल 2021 में वनरक्षक के 300 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती, उपवन क्षेत्रपाल से वनक्षेत्रपाल के 117 पदों पर पदोन्नति और उपवनक्षेत्रपाल के 84 और वनपाल के 137 पदों पर पदोन्नति की मंजूरी मिल भी चुकी है। इस अवसर पर प्रबंध संचालक (तेन्दूपत्ता) संजय शुक्ला, पीसीसीएफ (वन्यप्राणी) पी. व्ही. नरसिंग राव, प्रबंध संचालक (वन विकास निगम) पी. सी. पाण्डे, संयुक्त वन प्रबंधन शाखा के के. मुरगन सहित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।


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