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दंतेवाड़ा : आत्मसमर्पित नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन की पहल, तीन दिवसीय पशु पालन प्रशिक्षण का किया आयोजन

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दंतेवाड़ा: जिला प्रशासन द्वारा कलेक्टर दीपक सोनी ( Collector Deepak Soni) के पहल से आत्मसमर्पण किए नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया जा रहा है, जिसके लिए आत्मसमर्पित नक्सलियों (Surrendered naxalites) को रोजगार प्रदान किया जा रहा है। इसमें उनके मन मुताबिक सामग्री वितरण किया जा रहा है। साथ ही प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, जिससे वे रोजगार प्राप्त कर पैसा कमा सकें। इसी कड़ी में टेकनार गौशाला में शुक्रवार यानी 4 दिसंबर से तीन दिवसीय पशु पालन प्रशिक्षण का आयोजन (Three-day animal husbandry training program organized) किया गया है, जिसमें पहले दिन 11 प्रशिक्षु ने प्रशिक्षण का लाभ लिया।





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कार्यक्रम में गाय, बकरी, मुर्गी, सुकर और अन्य पशुओं के पालन की जानकारी प्रशिक्षुओं को दी गई। साथ ही दुग्ध उत्पादन, चारा का पैदावार, पशुओं के रखरखाव, टीकाकरण, पशुओं के मनोभाव के बारे में पशु धन विकास विभाग के उप संचालक अजमेर सिंह कुशवाहा ने विस्तृत जानकारी दी। पशु पालन के फायदे और इनमें आने वाले कठिनाइयों से अवगत कराया।





5 दिसंबर और 6 दिसंबर को यह आयोजन





वहीं 5 दिसंबर और 6 दिसंबर को होने वाले आयोजन में अंडा उत्पादन, चारा पैदावार जैसे प्रक्षेत्रों का भ्रमण कराया जाएगा और उसकी बारीकियां सिखाई जाएगी। ऐसा पहली बार हो रहा है कि बंदूक थामने वालों के हाथों में अब गाय, बकरी और मुर्गी देखने को मिलेंगे, जो हाथ कभी किसी को मारने को उठते थे वो पशुओं को पालने के काम आएंगे।





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ऐसा चमत्कार जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की योजनाबद्ध तरीके और रणनीति की वजह से ही संभव हो सका है। एक तरफ जहां लोन वर्राटू के तहत सैकड़ों नक्सलियों ने आत्मसर्पण किया है। वहीं दूसरी तरफ आत्मसमर्पित नक्सलियों को उनके मन मुताबिक कृषि, पशुपालन, अंडा जैसे उत्पादन के लिए ट्रैक्टर, बीज, उपकरण, पंप, शेड निर्माण, गाय, बकरी और मुर्गी का वितरण किया जा रहा है साथ ही आवशयकतानुसार प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है।





जिला प्रशासन ने दी जानकारी





जिला प्रशासन (District administration) के मुताबिक आत्मसमर्पित करने वाले महिला नक्सलियों को बिहान अन्तर्गत स्व सहायता समूह (Self help groups) में जोड़ा जा रहा है, जिससे वे सशक्त हों सके। सभी को आजीविका के साधन प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे कि वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें। शुक्रवार के प्रशिक्षण में जिला कलेक्टर दीपक सोनी (District Collector Deepak Soni), पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ अश्वनी देवांगन ने प्रशिक्षुओं को प्रोत्साहित किया और साथ ही उनके साथ बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया।


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