Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

आज कीजिए भगवान गणेश जी की पूजा और इन ग्रहों को कीजिए शांत, जानिए पूजा-विधि

Document Thumbnail

बुधवार का दिन भगवान गणेश जी को (ganesh puja on wednesday) समर्पित है। इस दिन भगवान गणेश की विषेश रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान गणेश भक्तों पर प्रसन्न होकर दुखों को हरते हैं और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। कोई भी शुभ कार्य करने से पूर्व श्रीगणेश जी की पूजा की जाती है।









पंचांग के मुताबिक 23 दिसंबर यानी आज बुधवार है। इस दिन मार्गशीर्ष शुक्ल की नवमी की तिथि है। इस दिन चंद्रमा मीन राशि में गोचर कर रहा है। इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा करने से बुध और केतु ग्रह शुभ फल प्रदान ((ganesh puja on wednesday) ) करते हैं।









भगवान श्री गणेश को सभी दुखों का पालनहार माना जाता है। भगवान गणेश स्‍वयं रिद्धि-सिद्धि के दाता और शुभ-लाभ के ((Benefit of ganesh puja)) प्रदाता है। वे भक्‍तों की बाधा, सकंट, रोग-दोष तथा दरिद्रता को दूर करते हैं। शास्‍त्रों के अनुसार माना जाता है कि श्री गणेश जी की विशेष पूजा का दिन बुधवार है।









कहा जाता है कि बुधवार को गणेश जी की पूजा और उपाय करने से हर समस्‍या का निवारण हो जाता है। हनुमान जी की तरह ही गणेश जी का श्रृंगार भी सिंदूर से ही किया जाता है, इससे आपकी समस्त परेशानियां दूर होंगी।









गणेश पूजा का लाभ (Benefit of ganesh puja)





गणेश जी को बुद्धि का दाता माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में बुध को बुद्धि का कारक माना गया है। बुधवार को गणेश जी की पूजा करने से बुध ग्रह से जुडी दिक्कतें दूर होती हैं। केतु की भी अशुभता दूर करने में गणेश जी की पूजा बहुत ही प्रभावशाली मानी (Benefit of ganesh puja) गई है।









पूजा विधि (Method of worship)





बुधवार को गणेश जी की पूजा करने से पहले पूजा स्थान को गंगाजल से स्वच्छ करें। इसके बाद गणेश जी का ध्यान लगाएं। पूजा के दौरान गणेश जी की प्रिय चीजों का भोग लगाएं और दूर्वा घास जरूर चढ़ाएं। गणेश असरती के बाद प्रसाद (Method of worship) का वितरण करें।









बुध ग्रह (Mercury Planet)





ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को शुभ ग्रह माना गया (Mercury Planet) है। बुध, मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है। कन्या बुध की उच्च राशि है, जबकि मीन बुध की नीच राशि मानी गई है। अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती को बुध का नक्षत्र माना जाता है। बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, मनोविनोद, शिक्षा, गणित, लेखन, तर्क-वितर्क, प्रकाशन, ललित कला, वनस्पति, बिजनेस, मामा, मित्र, संबंधियों, गला, नाक, कान, फेफड़े का कारक है।









केतु ग्रह (Ketu Planet)





केतु को ज्योतिष शास्त्र में पाप ग्रह माना (Ketu Planet) गया है। इसे छाया ग्रह भी कहा जाता है। केतु का सिर नहीं है। केतु को तर्क, बुद्धि, ज्ञान, वैराग्य, कल्पना और मानसिक गुणों का कारक माना गया है। केतु प्रधान व्यक्ति लीक से हटकर कार्य करने पर विश्वास करते हैं।









बुध और केतु का अशुभ फल (Inauspicious results of Mercury and Ketu)





बुध और केतु जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना (Inauspicious results of Mercury and Ketu) पड़ता है। व्यापार और शिक्षा में हानि होती है। वाधाएं आना आरंभ हो जाती हैं। केतु के अशुभ होने से मानसिक तनाव और भ्रम की स्थिति उत्पन्न होने लगती है। संघर्ष करना पड़ता है। सफलता देर से मिलती है।






Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.