दुनियाभर में पत्रकारों का काम करना मुश्किल होता जा रहा है। आए दिन पत्रकारों पर हमला और उनकी हत्या की खबरें सामने आ रही है। आज हम आपको बताने वाले है कि साल 2020 में किस शहर में सबसे ज्यादा पत्रकारों की हत्या हुई है।
बता दें कि साल 2020 में पत्रकारों की उनके काम की वजह से हत्या (journalists murdered) के सबसे ज्यादा मामले मेक्सिको में और उसके बाद अफगानिस्तान और फिलीपींस में सामने आए हैं। न्यूयॉर्क स्थित पत्रकार रक्षा समिति (CPJ) ने अपनी नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
साल 2020 में दुनियाभर में 30 पत्रकारों की हत्या (journalists murdered on the year 2020)
दरअसल इस साल 15 दिसंबर तक दुनियाभर में कम से कम 30 पत्रकारों (journalists murdered on the year 2020) की हत्या की गई, जबकि बीते साल इस दौरान 26 पत्रकारों की हत्या हुई थी। इस साल कम से कम 21 पत्रकारों की हत्या उनके काम की वजह से की गई है। वहीं साल 2019 में अपने काम की वजह से जान गंवाने वाले पत्रकारों की संख्या 10 थी। सीपीजे 15 अन्य पत्रकारों की हत्या (journalists murdered on the year 2020) की जांच कर पता लगाने में जुटी है कि क्या उनकी हत्या भी उनके काम की वजह से हुई।
मेक्सिको में हुई सबसे ज्यादा पत्रकारों की हत्या
मेक्सिको में साल 2020 में कम से कम चार पत्रकारों की निशाना बनाकर हत्या की गई, जबकि पांचवें पत्रकार की अपराध स्थल की तस्वीरें खींचने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। सीपीजे ने कहा कि वह कम से कम चार अन्य हत्याओं के पीछे की वजह पता लाने की कोशिश कर रही है। अन्य पत्रकार समूहों ने मेक्सिको में इस साल मारे गए पत्रकारों की संख्या 11 बताई (journalists murdered on the year 2020) है।
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रिपोर्ट के मुताबिक मेक्सिको पश्चिमी गोलार्ध में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देश है। यहां पत्रकार अपराधियों, मादक पदार्थ तस्करों और भ्रष्टाचार में डूबे सरकारी तंत्र के बीच काम करते हैं। अफगानिस्तान में आतंकवादी समूहों ने कम से कम चार पत्रकारों की उनके काम की वजह से हत्या कर दी, जबकि फिलीपींस में ऐसे पत्रकारों की संख्या कम से कम तीन रही।
2020 में पत्रकारों पर बढ़े हमले (Increased attacks on journalists in 2020)
पोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स नामक संगठन (Organization called Porters Without Borders) ने दावा किया है कि अशांत क्षेत्रों के बाहर बड़ी संख्या में पत्रकारों की हत्या के मामले (Increased attacks on journalists in 2020) आ रहे हैं और इस साल कम से 50 पत्रकारों को जानबूझकर निशाना बनाया गया, जिनमें से अधिकतर को संगठित अपराध, भ्रष्टाचार और पर्यावरण क्षय जैसे विषयों पर काम करने के दौरान मारा गया।
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पत्रकारों और मीडियाकर्मियों (Journalists and media persons) को उनके काम के सिलसिले में मारे जाने का दिसंबर के मध्य तक का आंकड़ा 2019 के आंकड़ों से थोड़ा ही कम है। वहीं इस साल संगठन ने 53 पत्रकारों के मारे जाने का दावा किया था। हालांकि 2020 में कोरोना वायरस महामारी की वजह से बड़ी संख्या में पत्रकार फील्ड में नहीं थे।
2019 में 63 प्रतिशत था आंकड़ा
संगठन ने कहा कि इस साल जान गंवाने वाले पत्रकारों में से 68 प्रतिशत की जान संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों के बाहर गई। 2020 में पत्रकारों को निशाना बनाकर उनकी हत्या करने के मामलों में वृद्धि हुई और ये 84 प्रतिशत हो गए। 2019 में यह आंकड़ा 63 प्रतिशत था। इसमें मेक्सिको (mexico) को मीडियाकर्मियों के लिए सबसे खतरनाक देश बताया गया है।