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New Parliament Building: नए संसद भवन को शाहरुख खान ने बताया देश का उम्मीदों का नया घर

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 New Parliament Building: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन वैदिक विधि विधान के साथ किया जाएगा. उद्घाटन समारोह को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है. नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर देश में काफी उत्सुकता है. हर कोई इस अवसर का गवाह बनना चाहता हैं. वहीं, बॉलीवुड जगत के लोग भी संसद के नए भवन के उद्घाटन को लेकर काफी उत्साहित हैं. इधर, शाहरुख खान ने नए संसद भवन का वीडियो शेयर करते हुए एक ट्वीट किया है.


नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने ट्वीट कर लिखा, "हमारे संविधान को बनाए रखने वाले, इस महान राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक का प्रतिनिधित्व करने वाले और उसके हर व्यक्ति की विविधता की रक्षा करने वाले लोगों के लिए कितना शानदार है नया संसद भवन. नए भारत के लिए एक नया संसद भवन...भारत के गौरव के सदियों पुराने सपने के साथ. जय हिन्द! #MyParliamentMyPride"

बता दें कि शाहरुख खान ने ट्वीट करते हुए नए संसद भवन का वीडियो भी शेयर किया है. साथ ही दिलचस्प बात यह कि उन्होंने पीएम मोदी की ओर से एक दिन पहले नए संसद भवन को लेकर जारी हैशटैग #MyParliamentMyPride का भी उपयोग किया है. साथ ही शाहरुख खान ने पीएम मोदी की अपील को ध्यान रखते हुए वीडियों में अपना ‘वॉयसओवर' भी दिया है.

वहीं, रजनीकांत ने तमिलनाडु के लोगों को सेंगोल के जरिए सम्मान देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। रजनीकांत ने लिखा है कि तमिल सत्ता का पारंपरिक प्रतीक राजदंड भारत के नए संसद भवन में चमकेगा। रजनीकांत ने मोदी को भारत प्रथम बताते हुए कहा है कि तमिलों को गौरवान्वित करने के लिए आपको हृदय से धन्यवाद देता हूं।

शाहरुख खान के साथ ही अक्षय कुमार ने अपने वॉयस ओवर के साथ वीडियो ट्वीट किया है. उन्होंने कहा, " मुझे नए संसद की तस्वीर को देखकर एक अलग ही खुशी मिल रही है. मुझे याद है जब मैं दिल्ली में अपने माता-पिता के साथ रहता था तो इंडिया गेट और उसके आसपास घूमने जाता था तो ज्यादातर बिल्डिंग अंग्रेजों की बनाई हुई थी. ये लोकतंत्र का मंदिर है. ये नए भारत की पहचान है. ऐसा हिंदुस्‍तान जो ना सिर्फ कल्‍चर और हैरिटेज में सबसे आगे रहा है, पर अब अपनी तरक्की और विकास से आगे बढ़ रहा है. जब आप इस संसद भवन को देखें तो जरूर याद रखिएगा कि हमारा देश कहां था और अब कहां आगे निकल गया है." साथ ही उन्‍होंने पीएम मोदी को भी बधाई दी है.

New Parliament Building: अंदर से कैसा दिखता है नया संसद भवन? आया पहला वीडियो

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New Parliament Building: नए संसद भवन को अंदर से देखने का आपका इंतजार खत्म हुआ. सेंट्रल विस्टा की नई तस्वीर जारी कर दी गई है. जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है. यहां की दीवारों से लेकर छत के अंदरूनी हिस्से ही नहीं, फर्श की खूबसूरती भी आपका मह मोह लेगी. आप चाहे बाहर लॉन में बैठें या लॉबी एरिया में, हर जगह आपकी नगाहें बस ठहर जाएगी. बस इंतजार है तो 28 मई का, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) इसका उद्घाटन करेंगे.


https://twitter.com/narendramodi/status/1662069125257269252?s=20

10 दिसंबर 2020 को संसद के नए भवन का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया. नए संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स (Tata Projects) ने रिकॉर्ड समय से पहले किया है. यह केंद्र की सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजनाओं (Central Vista Redevelopment Plans) का एक हिस्सा था. नया संसद बनाने में करीब 1200 करोड़ रुपए खर्च आया है. इसकी डिजाइनिंग गुजरात स्थित एक आर्किटेक्चर फर्म एचसीपी डिजाइंस (hcp design) ने तैयार किया है.



नए संसद भवन के लोकसभा (Loksabha) में 888 सदस्यों के बैठने के लिए स्पेस है. वहीं राज्यसभा (Rajyasabha) में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है. ऐसा भविष्य में सांसदों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखकर किया गया है. इसके अलावा दोनों सदनों के संयुक्त सत्र के लिए एक अलग हॉल बनाया गया है, जिसमें 1280 सांसद एक साथ बैठ सकते हैं.

अब संसद का नया भवन भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा. यह इमारत अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है जो सदस्यों को अपने काम को बेहतर ढंग से करने में मदद करेगा.

What is 'Sengol' : सेंगोल क्या है जिसे मोदी सरकार करेगी नए संसद भवन में स्थापित

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What is 'Sengol' : भारत के नए संसद भवन  का उद्घाटन आने वाली 28 मई को हो जाएगा. लेकिन संसद भवन के उद्घाटन से कई दिनों पहले देश के गृहमंत्री अमित शाह  ने बुधवार (24 मई) को की गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बहुत पुराने प्रतीक सेंगोल का इस्तेमाल करके लोगों को चौंका दिया. हम अपनी इस रिपोर्ट में आपको इस प्रतीक के बारे में पूरी जानकारी देंगे.


1947 में, जब अंग्रेजों ने भारत में सत्ता का हस्तांतरण किया था तो इस मौके पर सेंगोल का इस्तेमाल सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में किया गया था. सेंगोल एक प्रकार का राजदंड है, यानि वह देश के शासक के हाथ में सत्ता का स्वामित्व होने का प्रतीक है. अंग्रेजों ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को सेंगोल सौंपा था.

आजादी के बाद सत्ता हस्तांतरण के इस प्रतीक को लोग धीरे-धीरे भूल गए, लेकिन उस ऐतिहासिक अवसर के लगभग 75 साल बाद एक बार फिर से सेंगोल सुर्खियों में है और वह देश की नई संसद भवन में लगाया जाएगा.

इतने दिनों से कहां था सेंगोल?

अब सवाल उठता है कि तात्कालीन पीएम जवाहर लाल नेहरू को सौंपे जाने के बाद और अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच आखिर यह राजदंड कहां पर था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सेंगोल को बनाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले वुम्मीदी एथिराजुलु के बेटे उधय वुम्मीदी ने कहा, यह तो हमें भी नहीं पता था कि अभी तक यह कहां था, लेकिन जब प्रधानमंत्री ने हमसे संपर्क किया और इसके बारे में हमसे पूछा तो इसने यकायक हमारी यादों को ताजा कर दिया.

उन्होंने कहा, ऐसा नहीं था हमें पता नहीं था कि आखिर ये क्या है, या फिर हम इसे भूल गए थे, लेकिन यह जरूर है कि यह कहीं हमारी यादों में दब गया था. लेकिन फिर सरकार ने हमें इसके बारे में याद दिलाया और अब यह आप सबके सामने है. गौरतलब है, सेंगोल प्रयागराज में नेहरू संग्राहलय में सुरक्षित रखा गया था, अब सरकार इसको देश की नई संसद भवन में लगाएगी.

 

New Parliament Building: नंदकुमार साय ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कहा...

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New Parliament Building: वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रपति के हाथों संसद भवन के लोकार्पण की मांग उठाई है। अपने पत्र में साय ने लिखा है कि देश को पहली बार आदिवासी राष्ट्रपति मिली है, इसलिए संसद भवन का लोकार्पण उनके हाथों ही होना चाहिए।


कांग्रेस नेता के इस पत्र के बाद से राज्य में सियासी वार-पलट वार हो रहे हैं. भूपेश बघेल ने डॉ. रमन सिंह के ट्वीट को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'स्मृति मनुष्य के जीवन संचालन का आवश्यक अवयव है, यदि इसमें कमी आने लगे तो योग और प्राणायाम की शरण में तुरंत चले जाना चाहिए, नकारात्मकता और कुंठा से दूर हो जाना चाहिए रमन सिंह जी.' उन्होंने आगे लिखा, 'लोकतंत्र के लिए गौरव का विषय है कि दलित समुदाय से आने वाले आदरणीय के.आर. नारायणन देश के राष्ट्रपति रहे और मीरा कुमार लोकसभा की अध्यक्ष रहीं. आदिवासी समुदाय से आने वाली द्रौपदी मुर्मू हमारी संवैधानिक अभिभावक हैं. उनके हाथों लोकतंत्र की पंचायत का उद्घाटन होना आदिवासी समुदाय ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का पल होगा.'

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इसे लेकर आदिवासी कांग्रेस नेता नंदकुमार साय ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। साय ने पत्र में संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने की बात कही है। कांग्रेस नेता साय ने कहा, राष्ट्रपति देश की संवैधानिक प्रमुख है। राष्ट्रपति नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे तो अच्छा है। प्रधानमंत्री मोदी लोकार्पण करने का लोभ संवरण करें। इससे पहले राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने का आग्रह कर चुके हैं।

कांग्रेसियों के पेट में उठ रही है मरोड़- रमन सिंह

सीएम बघेल ने आगे लिखा, 'मेरा अनुरोध है कि बीजेपी के 'राष्ट्रीय उपाध्यक्ष' के रूप में आप भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह करें. ऐसा करने से हो सकता है कि आपको छत्तीसगढ़ के वे आदिवासी भी माफ कर दें, जिन्हें आपके शासन में नक्सली बताकर जेल में डाला गया था, जिन बच्चों को नक्सली बताकर गोली मार दी गई थी.' डॉ. रमन सिंह ने कहा, 'केंद्र में कई दशकों तक कांग्रेस सत्ता में थी, तब किसी आदिवासी समाज के व्यक्ति को देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का दायित्व प्राप्त नहीं हुआ. आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश समानता और अंत्योदय के पथ पर अग्रसर है, तब कांग्रेसियों के पेट में मरोड़ उठ रही है.'

नए संसद भवन का आज पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे भूमि पूजन , 2022 तक पूरा हो सकता है निर्माण

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भारत को एक नया संसद भवन (New Parliament Building) मिलने जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज यानी 10 दिसंबर को इस नए संसद भवन का भूमि पूजन करेंगे।पीएम मोदी आज आयोजित एक समारोह में नए संसद भवन (New Parliament Building) का भूमि पूजन (Bhoomi Pujan ceremony) करेंगे। इस समारोह की शुरुआत इंडिया गेट (India Gate) के पास दोपहर 12:55 पर होगी।पीएम मोदी करीब 1 बजे भूमि पूजन करेंगे।इसके बाद 1:30 पर सर्वधर्म प्रार्थना का भी आयोजन होगा।पीएम मोदी संसद के नए भवन का भूमि पूजन और शिलान्यास के बाद समारोह को संबोधित भी करेंगे।





निगम मंडल की सूची को लेकर नहीं बन पा रही सहमति, पीसीसी चीफ भी हुए नाराज !





93 साल पुराने संसद भवन की जगह नया संसद भवन 64,500 वर्ग मीटर में होगा।नई इमारत अक्टूबर 2022 तक तैयार होने की संभावना है, ताकि देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर इसी भवन में सत्र का आयोजन हो।नए संसद भवन में लोकसभा का आकार मौजूदा से तीन गुना ज्यादा होगा।राज्यसभा का भी आकार बढ़ेगा।नए संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा कराया जाएगा।






https://twitter.com/PMOIndia/status/1336673409107976194?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1336673409107976194%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.india.com%2Fhindi-news%2Findia-hindi%2Fpm-modi-to-lay-foundation-stone-of-new-parliament-building-today-know-here-everything-about-new-sansad-bhawan-4256277%2F




नए संसद भवन का डिजाइन एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है।अधिकारियों के मुताबिक नया संसद भवन साल 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नए भारत की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं के अनुरूप होगा।यह अगले 100 साल की जरूरतों के मद्देनजर बनाया जाएगा, ताकि भविष्य में सांसदों की संख्या बढ़ने पर भी किसी तरह की कोई परेशानी न हो।









सचिवालय के मुताबिक नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी होगी। इसी तरह राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।





तीन गुना बड़ी होगी नया संसद भवन





मंत्रालय के मुताबिक नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से युक्त होगा।सोलर सिस्टम से ऊर्जा बचत भी होगी।मौजूदा संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी। नई लोकसभा मौजूदा आकार से तीन गुना बड़ी होगी और राज्यसभा के आकार में भी वृद्धि की गई है।नए भवन की सज्जा में भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला की विविधता का समृद्ध मिलाजुला स्वरूप होगा।डिजाइन योजना में केंद्रीय संवैधानिक गैलरी को स्थान दिया गया है, आम जनता भी इसे देख सकेंगे।





भूकंप के तेज झटके को भी झेल लेगी इमारत





नए संसद भवन के निर्माण के दौरान पर्यावरण अनुकूल कार्यशैली का इस्तेमाल होगा।नए भवन में उच्च गुणवत्ता वाली ध्वनि तथा दृश्य-श्रव्य सुविधाएं, बैठने की आरामदायक व्यवस्था, आपातकालीन निकासी की व्यवस्था होगी।इमारत उच्चतम संरचनात्मक सुरक्षा मानकों का पालन करेगी।वहीं भूकंप के तेज झटके भी इमारत झेल लेगी।









नए संसद भवन के भूमि पूजन समारोह में पीएम मोदी के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह शामिल होंगे।साथ ही केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री, संसद सदस्य, सहित लगभग 200 लोग लाइव ऑनलाइन के माध्यम से भूमि पूजन समारोह में शामिल रहेंगे।









बता दें कि वर्तमान संसद भवन का निर्माण 6 साल में पूरा हुआ था, जिसका निर्माण 83 लाख रुपए की लागत से हुई थी।सेन्ट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली की पहली बैठक 19 जनवरी 1927 को संसद भवन में ही हुई थी।जो अभी 60 फीट पर स्थित है।जिसका क्षेत्रफल लगभग छह एकड़ है।










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