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39 वां चक्रधर समारोह-2024 का आयोजन 7 सितम्बर से

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रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन, संस्कृति विभाग, पर्यटन मण्डल एवं जन सहयोग से जिला प्रशासन रायगढ़ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध 39 वां चक्रधर समारोह 2024 का आयोजन आगामी 7 सितम्बर से रामलीला मैदान रायगढ़ में प्रतिदिन सायं 6 बजे से किया जाएगा। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग पटेल की अध्यक्षता में गठित कलाकार चयन समिति की अनुशंसा अनुसार कलाकारों को समारोह हेतु आमंत्रित किया जा चुका है। शुभारंभ दिवस 7 सितम्बर को सायं 5.30 बजे पद्मश्री हेमा मालिनी द्वारा भरतनाट्यम पर आधारित नृत्य नाटिका राधा रासबिहारीकी प्रस्तुति होगी। साथ ही पद्मश्री रामलाल जी का सम्मान, भूपेन्द्र बरेठ द्वारा कथक समूह नृत्य, मनियर भगत जशपुर द्वारा कर्मा लोकनृत्य का भी प्रदर्शन होगा।

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि द्वितीय दिवस 8 सितम्बर को विजय शर्मा रायगढ़ द्वारा लोक गायन, सुश्री वाणी राव भोपाल द्वारा शास्त्रीय गायन, पद्मश्री रंजना गौहर दिल्ली द्वारा ओडिसी नृत्य, सुश्री मंदाकिनी स्वैन दिल्ली द्वारा शास्त्रीय गायन तथा सौगत गांगुली कोलकाता द्वारा सरोद वादन प्रस्तुति देंगे तथा तृतीय दिवस 9 सितम्बर को रामप्रसाद सारथी खरसिया द्वारा शास्त्रीय गायन, सुश्री जया दीवान और सुश्री धरित्री सिंह चौहान द्वारा कथक, शैकी सिंह दिल्ली द्वारा कथक, गजेन्द्र पण्ड़ा त्रिधारा भुवनेश्वर द्वारा ओडिसी नृत्य, जीतू शंकर मुम्बई द्वारा फ्यूजन, तबला, संतूर, सितार, वायलिन, परकशन तथा चांद अफजल कादरी द्वारा कव्वाली की प्रस्तुति दी जायेगी।

इसी प्रकार 10 सितम्बर को श्रीमती अनिता शर्मा रायगढ़ द्वारा भजन, सुश्री नीत्या खत्री बिलासपुर द्वारा कथक, तमसीर मोहम्मद रायपुर द्वारा अकार्डियन वादन, शिव प्रसाद राव दिल्ली द्वारा शास्त्रीय गायन, राकेश चौरसिया मुम्बई द्वारा बांसुरी वादन, श्रीमती बासंती वैष्णव एवं ज्योतिश्री बोहिदार बिलासपुर द्वारा कथक तथा प्रभंजय चतुर्वेदी रायपुर गजल गायन की प्रस्तुति देंगे। 11 सितम्बर को सुश्री सौम्या नामदेव रायगढ़ द्वारा कथक, सुश्री विधि सेन गुप्ता द्वारा ओडिसी, सुश्री दीपमाला सिंह द्वारा कथक, सुश्री अनुष्का सोनी जबलपुर द्वारा सितार वादन, सुश्री उपासना भास्कर द्वारा कथक समूह नृत्यसुश्री मीनाक्षी शेषाद्रि द्वारा भरतनाट्यम तथा राकेश शर्मा एवं श्रीमती निशा शर्मा द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। 

इसी तरह 12 सितम्बर 2024 को अंशुल प्रताप सिंह भोपाल द्वारा तबला वादन, सुश्री दीक्षा घोष रायगढ़ द्वारा भरतनाट्यम, सुश्री अन्विता विश्वकर्मा रायपुर द्वारा कथक, डॉ.आरती सिंह रायपुर द्वारा कथक, राहुल शर्मा मुम्बई द्वारा संतूर एवं रामकुमार मिश्र दिल्ली द्वारा तबला वादन, डॉ.जी.रथीस बाबू द्वारा भरतनाट्यम एवं कुचिपुडी तथा इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के कलाकारों द्वारा विविध छत्तीसगढी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी।

13 सितम्बर को हुतेन्द्र ईश्वर शर्मा रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी समूह नृत्य-गीत, सुश्री शार्वी केशरवानी सारंगढ़ द्वारा कथक, श्रीमती भद्रा सिन्हा एवं गायत्री शर्मा दिल्ली द्वारा भरतनाट्यम, लकी मोहंती कटक द्वारा ओडिसी, सुश्री मुदुस्मिता दास गुवाहाटी द्वारा असमिया सत्रीया नृत्य, सुश्री विद्या प्रदीप कोचिन द्वारा मोहिनीअट्टम तथा पद्मश्री डॉ.भारती बंधु रायपुर द्वारा कबीर एवं सूफी गायन की प्रस्तुति होगी तथा 14 सितम्बर को सुश्री अनंता पाण्डेय रायगढ़ द्वारा विविध कला नृत्य, सुश्री शाश्वती बनर्जी रायगढ़ द्वारा कथक, सुश्री कृष्णभद्रा नम्बूदरी मुम्बई द्वारा भरतनाट्यम, डॉ. रघुपतरूनी श्रीकांत श्रीकाकुलम द्वारा कुचिपुड़ी, विनोद मिश्रा सतना द्वारा शास्त्रीय गायन (ख्याल एवं ठुमरी, ग्वालियर घराना), सुश्री पौशाली चटर्जी कोलकाता द्वारा मणिपुरी तथा आलोक श्रीवास दिल्ली द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 

सी प्रकार 15 सितम्बर को सुश्री पलक देवांगन रायगढ़ द्वारा कथक, पंडित प्रदीप कुमार चौबे रायपुर द्वारा शास्त्रीय गायन (किराना घराना), सुश्री भूमिसुता मिश्रा रायपुर द्वारा ओडिसी नृत्य, सुश्री वेदिका शरण बिलासपुर द्वारा कथक, सुश्री माया कुलश्रेष्ठ दिल्ली द्वारा कथक, पद्मश्री देवयानी दिल्ली द्वारा भरतनाट्यम तथा पद्मश्री अनुज शर्मा रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ लोक गायन की प्रस्तुति होगी तथा समापन दिवस 16 सितम्बर को सायं 5.30 बजे से सुश्री मानसी दत्ता गुआहाटी द्वारा बीहू लोकनृत्य तथा अनिल कुमार गढ़ेवाल बिलासपुर द्वारा गेंड़ी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी दिन कवि सम्मेलन होगा जिसमें डॉ. कुमार विश्वास गाजियाबाद, पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, दिनेश बावरा, सुदीप भोला एवं सुश्री साक्षी तिवारी द्वारा काव्य पाठ किया जायेगा।

रामलीला मैदान में INDI गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन का मंच तैयार, कांग्रेस समेत 28 दल होंगे शामिल

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 लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का नामांकन हो रहा है. पहले चरण के लिए 27 मार्च को नामांकन खत्म हो चुका है. इस बीच इंडी गठबंधन अब चुनावी मिशन में जुट गया है. चुनाव का ऐलान होने के बाद गठबंधन की पहली रैली दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित की जाएगी. इस रैली में कांग्रेस समेत 28 दलों के शामिल होने की संभावना है.


दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में इंडी गठबंधन के रामलीला मैदान में रविवार को रैली होगी. इस रैली को इंडी गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. इस रैली में कांग्रेस समेत 28 विपक्षी दलों के नेताओं के पहुंचने की संभावना है. रैली की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है.

दिल्ली में होने वाली इस रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव, ममता बनर्जी, फारूक अब्दुल्ला, एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे और अखिलेश यादव के समेत कई दलों के बड़े नेता शामिल होंगे. कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, “झारखंड में हेमंत सोरेन के दफ्तर में ED पहुंच गई तो दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के घर पर ED पहुंच गई. मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा सबको समन भेजा जा रहा है. विपक्ष में ऐसा कोई नेता नहीं है जिसे समन न भेजा हो.”

‘हमारी मालिक जनता है, जनता ही मालिक है’- तेजस्वी यादव
जबकि पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारी मालिक जनता है. जनता ही मालिक है, मतदान में इन्हें (BJP) चोट करें, हम यही चाहते हैं. जिस तरह से आज कार्रवाई हो रही है उससे साबित हो गया है कि ये लोग डरे हुए हैं 150 सीटें भी इन्हें मुश्किल से मिलेगी.

बता दें कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने के बाद इंडी गठबंधन की मुंबई में बीते 17 मार्च को एक रैली हुई थी. तब उस रैली में विपक्ष के लगभग हर नेता शामिल हुए थे. इस बार फिर से विपक्षी दलों के नेता जुटेंगे.

राष्ट्रीय रामायण महोत्सव की तैयारियां पूरी, अरण्य कांड की थीम पर सज रहा मंच

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 पहले दिन शण्मुख प्रिया, शरद शर्मा, दूसरे दिन बाबा हंसराज, लखबीर सिंह लक्खा, तीसरे दिन कुमार विश्वास और मैथिली ठाकुर देंगे प्रस्तुति


रायपुर : ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के रंग में रायगढ़ पूरी तरह रंग गया है। युद्धस्तर पर चलने वाली प्रशासनिक तैयारियों के साथ ही आम जनता में भी महोत्सव को लेकर गजब का उत्साह नजर आ रहा है। आयोजन की सबसे खास बात यह है कि इसका थीम रामायण के अरण्य कांड पर आधारित है। इसके चलते मंच को भी अरण्य कांड की थीम पर ही सजाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर आयोजित इस महोत्सव में अरण्य कांड पर आधारित रामकथा की प्रस्तुति राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय दलों द्वारा होगी। अरण्य कांड तुलसीदास कृत रामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण का ऐसा हिस्सा है जिसमें भगवान श्रीराम के वनवास के दिनों का वृतांत है जिसमें माता सीता और भ्राता लक्ष्मण ने भी उनके साथ वनवास किया था।

छत्तीसगढ़ में ऐसी 9 पुण्यभूमि हैं जो राम-वन-गमन परिपथ में शामिल हैं, जिस पथ से श्रीराम गुजरे थे। दंडक वन में हुई इन घटनाओं को वाल्मीकि रामायण और इसके बाद अनेक भाषाओं में लिखी गई रामायण में अंकित किया गया है। साथ ही विभिन्न कलारूपों में भी यह शामिल हैं। महोत्सव में इंडोनेशिया और कंबोडिया के रामायण दलों द्वारा मंचन भी होगा। कंबोडिया के अंकोर वाट मंदिर और इंडोनेशिया के जावा के मंदिरों में रामायण के रूपों का अंकन किया गया है। इसी के साथ इन्हें ललित कलाओं में भी प्रस्तुत किया गया। रामायण महोत्सव के दौरान दक्षिण पूर्वी एशिया के इन देशों में रामायण के प्रचलित रूपों की झलक मिलेगी।

अंतरराज्यीय रामायण मंडलियों के मध्य होगी प्रतिस्पर्धा- रामकथा की बहुत सुंदर प्रस्तुति भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग कलारूपों में होती है। सभी कलारूप बहुत आकर्षक है और सुंदर रामलीला प्रस्तुत करते हैं। विभिन्न राज्यों में कुछ रामायण मंडलियों ने अपनी खास प्रस्तुति से अपना अलग ही मुकाम बनाया है। अरण्य कांड पर इनकी भव्य प्रस्तुति आयोजन की सबसे खास विशेषता होगी। पहले दिन अरण्य कांड पर उत्तराखंड, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ राज्यों में प्रतियोगिता होगी। दूसरे दिन झारखंड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिशा, असम, हिमाचल प्रदेश, गोवा और छत्तीसगढ़ राज्य के बीच प्रतियोगिता होगी। समापन समारोह पर विजेता दलों को पुरस्कृत किया जाएगा।

कंबोडिया और इंडोनेशिया के दल देंगे प्रस्तुति- महोत्सव के दौरान रामकथा का विस्तृत फलक देखने दर्शकों को मिलेगा। सागर पार इंडोनेशिया और कंबोडिया में फैले राम कथा के विविध रूपों की झलक दर्शकों को मिलेगी। रामकथा इन देशों के कलाकारों ने अपने खास कलारूपों में प्रस्तुत करते हुए अपनी धरोहर को अब तक कायम रखा है। रामायण महोत्सव के दौरान इन कलारूपों को देखना दर्शकों के लिए चकित करने वाला अनुभव होगा।

सामूहिक हनुमान चालीसा का होगा पाठ- महोत्सव के दौरान तीनों दिन सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ होगा। समापन समारोह के दिन केलो महाआरती और दीपदान का आयोजन भी होगा। कार्यक्रम के औपचारिक शुरूआत के पश्चात हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ होगा। हनुमान चालीसा का पाठ स्थानीय कलाकारों एवं पुरोहितों के द्वारा किया जाएगा। इस मौके पर विदेशी एवं अंतरराज्यीय कलाकारों द्वारा मार्च पास्ट भी किया जाएगा।

दिग्गज कलाकार लेंगे हिस्सा– राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज कलाकार कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। समारोह के पहले दिन राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त इंडियन आइडल कलाकार शण्मुख प्रिया तथा सारे गामा के कलाकार शरद शर्मा अपनी प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम के दूसरे दिन बाबा हंसराज रघुवंशी तथा लखबीर सिंह लक्खा भजन संध्या की प्रस्तुति करेंगे। समापन समारोह के दिन मैथिली ठाकुर भजन संध्या की प्रस्तुति करेंगी। अंतिम कार्यक्रम कुमार विश्वास का अपने-अपने राम म्यूजिक नाइट होगा।

राममय होगा छत्तीसगढ़ : 10 से अधिक राज्यों के रामायण दल होंगे शामिल

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रायपुर। छत्तीसगढ़ आगामी माह राममय होने जा रहा है। 01 से 03 जून तक रायगढ़ के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। संस्कृति विभाग द्वारा महोत्सव की तैयारियाँ ज़ोरों पर किया जा रहा है। महोत्सव में विशेष रूप से अरण्य कांड पर केंद्रित रामायण गाथा की प्रस्तुति होंगी। मान्यता है कि भगवान राम अपने वनवास काल के दौरान ज्यादातर समय छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य में बिताए थे। महोत्सव में विदेशी कलाकारों द्वारा भी आकर्षक स्वरूप में रामगाथा का मंचन किया जाएगा।

संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रायगढ़ के रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, गोवा, असम, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के साथ ही लगभग 10 राज्यों के रामायण दल महोत्सव में शामिल होने वाले हैं। इसके साथ ही विदेशी रामायण कलाकारों के द्वारा विशेष रूप से रामायण का आकर्षक मंचन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि दक्षिण एशियाई देशों में भी रामलीला के मंचन की परंपरा जीवित है, उन देशों के दल भी रामायण महोत्सव में शामिल होंगे। 

तीन दिवसीय इस वृहद आयोजन में प्रतिदिन राष्ट्रीय स्तर के बड़े कलाकारों की प्रस्तुतियाँ भी होंगी। 1 जून को इंडियन आइडल फेम शंमुख प्रिया और सारेगम फेम शरद शर्मा शिरकत करेंगे। वहीं 2 जून को मशहूर गायक बाबा हंसराज रघुवंशी और लखबीर सिंह लक्खा की संगीतमय प्रस्तुतियाँ होंगी। 3 जून को लोकप्रिय भजन गायिका मैथिली ठाकुर और देश के मशहुर कवि कुमार विश्वास की प्रस्तुति से रामभक्ति की धारा बहेगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर राज्य शासन द्वारा राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ परियोजना के तहत भगवान राम के वनवास काल के दौरान यात्रा से जुड़े प्रदेश की ऐतिहासिक स्थलों को पर्यटन के रुप में विकसित किया जा रहा है। सरगुजा से लेकर बस्तर तक जहाँ-जहाँ प्रभु राम के चरण पड़े हैं, उन स्थलों को पर्यटन के रुप में विकसित किया जा रहा है।

 


मौलाना महमूद असद मदनी का बयान- आरएसएस और भाजपा से हमारी कोई मजहबी अदावत नहीं है

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नई दिली: दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा-ए-हिंद का 34वां सत्र शुरू हो चुका है. इसकी अध्यक्षता जमीयत चीफ मौलाना महमूद मदनी कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘RSS और BJP से हमारी कोई मजहबी अदावत नहीं है. हमारे नज़र में हिंदु व मुसलमान बराबर हैं,हम इंसान के दरमियान कोई फर्क नहीं करते हैं. जमियत ए उलेमा की पॉलिसी रही है कि भारत के तमाम शहरी बराबर हैं, इनके बीच भेदभाव नहीं होना चाहिए.


जमीयत चीफ मौलाना महमूद मदनी आगे कहा कि, ‘हम RSS और उसके सर संघचालक को न्योता देते हैं, आइए आपसी भेदभाद व दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे को गले लगाए और देश को दुनिया का सबसे शक्तिशाली मुल्क बनाए. हमें सनातन धर्म के फ़रोग़(रोशनी) से कोई शिकायत नहीं है,आपको भी इस्लाम के फ़रोग़ से कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए.

दरअसल, देश के अलग-अलग राज्यों में ठीक विधानसभा चुनाव से पहले और यूनिफॉर्म सिविल कोड से ठीक पहले जमीयत ने यह अधिवेशन बुलाया है. इसमें समाज के प्रतिष्ठित उलेमा और नुमाइंदे यूनिफॉर्म सिविल कोड समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं.

बता दें कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के मारोल में शुक्रवार को अल जामिया-तुस-सैफियाह (सैफ अकादमी) के नए परिसर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि, ‘देश आज़ादी के अमृत काल की यात्रा शुरू कर रहा है,तो शिक्षा के क्षेत्र में बोहरा समाज के इस योगदान की अहमियत बढ़ जाती है. उन्होंने आगे कहा कि, ‘जब आप मुंबई,सूरत जाएं तो दांडी जरूर जाइएगा. दांडी यात्रा गांधी जी की आज़ादी की लड़ाई में एक मोड़ था. नमक सत्याग्रह से पहले गांधी जी दांडी में आपके घर रुके थे.

 

 

 
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