Responsive Ad Slot


 

Showing posts with label पोषण माह. Show all posts
Showing posts with label पोषण माह. Show all posts

महासमुंद : सक्षम सप्ताह का आयोजन 30 सितम्बर तक

No comments Document Thumbnail

महासमुंद : जिले में पोषण माह के अंतर्गत “सक्षम सप्ताह“ का आयोजन 24 से 30 सितंबर तक किया जाएगा। सक्षम सप्ताह अंतर्गत सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों की सेवाओं व सकारात्मक परिवर्तन को विविध गतिविधियों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से जनसमुदाय तक पहुंचाना है। साथ ही लोगों में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस संबंध में कलेक्टर  विनय कुमार लंगेह ने महिला एवं बाल विकास विभाग को विविध आयोजन के निर्देश दिए हैं।


जिला कार्यक्रम अधिकारी  समीर पांडेय ने बताया कि इस दौरान विभिन्न अभियान चलाकर संतुलित आहार के महत्व, फलों और सब्जियों की उपभोक्ता आदतों को बढ़ावा और आवश्यक पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी जाएगी। विभिन्न स्तरों पर, जैसे विद्यालय, कॉलेज और ग्राम पंचायतों में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यशालाएं, पोस्टर मेकिंग, निबंध लेखन, और अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्थानीय समुदाय के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा ताकि वे पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों के बारे में जान सकें और स्वस्थ भोजन विकल्पों को अपनाने के लिए प्रेरित हों। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लोगों को पौष्टिक भोजन, आहार चार्ट, और बच्चों, महिलाओं, तथा बुजुर्गों के लिए विशेष पोषण आहार के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस सप्ताह में समुदाय के विभिन्न समूह, जैसे जनप्रतिनिधिगण, स्वयं सेवी संस्थाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, स्कूल शिक्षक, महिला स्व सहायता समूहों, नेहरू युवा केन्द्र, एनसीसी, एनएसएस और अन्य संगठनों की सक्रिय भागीदारी होगी।

सक्षम सप्ताह का उद्देश्य जागरूकता फैलाने के साथ ही, एक स्वस्थ और पोषक जीवनशैली को बढ़ावा देना और लोगों में लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा उत्पन्न करना है।


ऑनलाइन मोबाइल गेम्‍स की एक मनोरंजक और शिक्षाप्रद सीरिज़ है आज़ादी क्‍वेस्‍ट

No comments Document Thumbnail

रायपुर। ऑनलाइन मोबाइल गेम्‍स आज़ादी क्‍वेस्‍ट- हिरोज़ ऑफ भारत को आम जनता में लोकप्रिय बनाने के लिए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) और केन्‍द्रीय संचार ब्‍यूरो (सीबीसी), रायपुर के संयुक्‍त तत्‍वावधान में 06 सितम्‍बर, 2022 (मंगलवार) को रायपुर प्रेस-क्‍लब, मोतीबाग, रायपुर के सभाकक्ष में दोपहर 12.00 से 01.00 बजे तक आजादी क्‍वेस्‍ट- हिरोज़ ऑफ भारत एप और राष्‍ट्रीय पोषण माह के अवसर पर एक पत्रकार-वार्ता सह संगोष्‍ठी का आयोजन किया गया। इस पत्रकार-वार्ता सह संगोष्‍ठी में स्‍थानीय मीडिया कर्मियों के अलावा केन्‍द्रीय संचार ब्‍यूरो (सीबीसी) के फील्‍ड अधिकारी एवं कर्मचारी तथा गीत एवं नाटक प्रभाग के लोक-कलाकार शामिल हुए।



 आजादी क्‍वेस्‍ट- हिरोज़ ऑफ भारत एप

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), रायपुर के निदेशक, कृपा शंकर यादव ने बताया कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जि़न्‍गा इंडिया (Zynga India) के साथ ऑनलाइन मोबाइल गेम्‍स के माध्‍यम से एक मज़ेदार डिजिटल लर्निंग अनुभव विकसित किया है। इन मोबाइल गेम्‍स के माध्‍यम से आमजन को भारत की आज़ादी के महम्‍वपूर्ण पहलू एवं देश के महान स्‍वतंत्रता सेनानियों के बारे में मनोरंजक तरीके बताना है। उन्‍होंने बताया कि आज़ादी क्‍वेस्‍ट ऑनलाइन मोबाइल गेम्‍स की एक मनोरंजक और शिक्षाप्रद सीरिज़ है, जिसका उद्देश्‍य एक मज़ेदार गेमप्‍ले के माध्‍यम से खि‍लाडि़यों को भारत की स्‍वतंत्रता सेनानियों की वीरता के बारे में अधिक जानकारी देने के लिए एक मंच प्रदान करना है ।

इस मौके पर पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), रायपुर के उपनिदेशक एवं कार्यालय प्रमुख, सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि आजादी क्‍वेस्‍ट- हिरोज़ ऑफ भारत एप को Android और iOS दोनों ही प्‍लेटफार्म से हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में डाउनलोड किया जा कसता है। तिवारी ने बताय कि खिलाड़ी अपनी इन-गेम प्रगति और 75 सामान्‍य ज्ञान कार्ड सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर साझा कर सकते हैं तथा खिलाड़ी लीडरबोर्ड पर प्रतिस्‍पर्धा करने के साथ, दैनिक बोनस और इन-गेम पुरस्‍कार अर्जित कर सकते हैं। गेम के दौरान खिलाड़ी आगे बढ़ने और सही उत्‍तर देने के लिए आस्‍क-अ-फ्रेंड सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। सफलतापूर्वक गेम पूरा करने वाले खिलाडि़यों को मान्‍यता देने के लिए प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाता है।

राष्‍ट्रीय पोषण माह-2022

इस अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो, प्रादेशिक कार्यालय, रायपुर के कार्यालय प्रमुख, शैलेष फाये ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के तहत केंद्रीय संचार ब्यूरो रायपुर व क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर, जगदलपुर के द्वारा विविध प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। बिलासपुर व जगदलपुर में एक दिवसीय समेकित लोक संपर्क कर जागरूकता प्रसार होगा. वही आजादी का अमृत महोत्सव विषयक मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी के दौरान सुपोषण माह के विभिन्न पहलुओं व सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ऑनलाइन गेमिंग एप आजादी क्वेस्ट के बारे में लोगों को बताया जाएगा डोंगरगढ़ मेले के दौरान आयोजित होने वाले त्रिदिवसीय मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी के दौरान पोषण से भरपूर छत्तीसगढ़ के स्थानीय व्यंजन से संबंधित जागरूकता स्टॉल लगाए जाएंगे.

उल्‍लेखनीय है कि महिला और बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार 01 से 30 सितंबर, 2022 तक 5वां राष्ट्रीय पोषण माह-2022 मना रहा है। इस वर्ष महिला और स्वास्थ्यऔर बच्चा और शिक्षापर मुख्य फोकस के साथ मनाया जाएगा। इस बार आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को पढ़ाने के लिए देशी व स्थानीय खिलौनों के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर की खिलौना निर्माण कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। 

इस कार्यक्रम के तहत आंगनबाडी केंद्रों पर महिलाओं के बीच वर्षा जल संचयन के महत्व पर जोर दिया जाएगा और साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में स्वस्थ मां और बच्चे के लिए पारंपरिक खाद्य पदार्थों से संबंधित जानकारी प्रदान की जाएगी। राज्य स्तरीय गतिविधियों के तहत पारंपरिक पौष्टिक व्यंजनों की रसोईभी संचालित की जाएगी। साथ ही पोषण माह के दौरान स्थानीय त्योहारों के साथ पारंपरिक खाद्य पदार्थों को एकीकृत करने के व्यापक प्रयास किए जाएंगे। यह मिशन 8 मार्च, 2018 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था।

11 गंभीर कुपोषित बच्चे इलाज के बाद हुए सामान्य श्रेणी में शामिल, कुपोषण दर में आई डेढ़ प्रतिशत की कमी

No comments Document Thumbnail

महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन 01 सितंबर से 30 सितंबर तक किया गया। सभी आंगनबाड़ी  कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने पोषण से संबंधित जन जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की। पोषण माह का आयोजन कुपोषण मुक्ति के लिए पुरूषों की भागीदारी की थीम पर किया गया। जांजगीर-चांपा के परियोजना नवागढ़ के अंतर्गत 11 गंभीर कुपोषित बच्चे इलाज के बाद सामान्य श्रेणी में शामिल हो गए हैं। 

नवागढ़ परियोजना अधिकारी ने बताया कि वजन त्यौहार के दौरान चिन्हांकित गंभीर कुपोषित बच्चों का फॉलोअप लिया गया।  गृह भेंट के द्वारा उनकी लंबाई, ऊंचाई, वजन का मापन कार्यकर्ता, सहायिका और मितानीन द्वारा संयुक्त रूप से किया। नवागढ़ परियोजना के गंभीर कुपोषित 11 बच्चे जिन्हें विशेष खानपान, देखरेख की आवश्यकता थी, उन्हें पोषण पुर्नवास केन्द्र (एनआरसी) जांजगीर मे भर्ती कराकर 15 दिन तक समुचित इलाज और देखरेख का लाभ दिलाया गया। 


सभी बच्चों के वजन मे क्रमिक रूप से वृद्धि दर्ज की गई। ग्राम पंचायत अवरीद में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मुख्यमंत्री बाल संदर्भ शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 32 गंभीर कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य जांच कराकर दवाई उपलब्ध कराई गई। वहीं अति गंभीर 02 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) जांजगीर मे भर्ती कराकर समुचित इलाज दिया जा रहा है।  

जिले में कुपोषण दर में आई डेढ़ प्रतिशत की कमी 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुपोषण मुक्ति की पहल पर छत्तीसगढ़ में 2 अक्टूबर 2019 को शुरू हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का आज 2 साल पूरा हुआ। इस अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। महासमुंद जिले के पूरे क्षेत्र में कुपोषण और एनीमिया को जड़ से समाप्त करने कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा रहा है। इस कार्यकम में जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित

महिला एवं बाल विकास अधिकारी समीर पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरुआत महासमुंद जिले में  2 अक्टूबर 2019 को आंगनबाड़ी केंद्र बरोंडाबाजार से किया गया था। अभियान का उद्देश्य बच्चों में कुपोषण को कम करने और महिलाओं, किशोरी बालिकाओं में एनिमिया को कम करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया था। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में कुपोषण को कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गई। 

डेढ़ प्रतिशत बच्चे कुपोषण मुक्त

सभी हितग्राहियों को गर्म भोजन प्रति सोमवार,बुधवार और शुक्रवार को रेडी टू ईट खिलाया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ द्वारा नियमित रूप से गृह भेंट करके व्यक्तिगत साफ-सफाई, स्वास्थ्य जांच, कृमि नाशक दवा खिलाया गया। आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाली पूरक पोषण रेडी टू ईट को 6 दिन में खिलाने की समझाइश दी  जाती है । खान-पान में विशेष ध्यान जा रहा है, जिसमें रोटी हरी सब्जी और मुनगा भाजी नियमित रूप से बच्चों को खिलाने की सलाह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चों के माता-पिता को दिया जाता है। जिसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में जिले के डेढ़ प्रतिशत बच्चे कुपोषण मुक्त हुए हैं और कुपोषण की दर में गिरावट आई।

पोषण दिवस का आयोजन

सुपोषण अभियान के अंतर्गत जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में सुपोषण वाटिका तैयार कर सब्जी का उपयोग भी किया जा रहा है। साथ में सभी प्रकार के स्थानीय साग भाजी और खाद्य पदार्थों को शामिल कर भोजन में विविधता कर खाते रहने की सलाह दी गई। ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण दिवस का आयोजन कर हितग्राहियों को लाभांवित किए गए। आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा हितग्राहियों की नियमित रूप से टीकाकरण और वजन लिया गया। कोरोना काल में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप कुपोषण दूर करने और कोरोना जागरूकता के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर सूखा राशन, रेडी टू ईट और चिक्की का वितरण किया गया। साथ ही लोगों को कोरोना के प्रति भी जागरूक किया गया।

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत बीते महीने 10 अगस्त से फिर हफ्ते में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन हितग्राहियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। लॉकडाउन और कोरोना के चलते बच्चों के बेहतर सेहत के चलते बंद किया गया था। जिसे फिर 10 अगस्त से जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में 6453 सभी कुपोषित बच्चों और 15 से 49 आयु के 10271 एनीमिक पीड़ित बालिकाएं और महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं अब गरम भोजन परोस रही है। ताकि बच्चें सुपोषित हो और बालिका और महिलाएं एनीमिक की कमी से बाहर निकले। 

महिलाओं के कुपोषण में कमी

इसी प्रकार खनिज न्यास निधि से कमार जनजाति के 3 से 6 आयु वर्ग के 96 बालकों और 1 से 49 आयु वर्ग की 1428 बालिका और महिलाओं को हफ्ते में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को उनके घर जाकर उबला अंडा प्रदाय किया जा रहा है। इसमें भी बच्चों और महिलाओं के कुपोषण में कमी आई है। मार्च 2021 की बात करें तो मध्यम 3 से 6 साल के मध्यम कुपोषित बच्चों की संख्या 37 थी। जिसमें 7 बच्चे सुपोषित हए। 

7 गंभीर कुपोषित बच्चों में से 3 बच्चे सुपोषित 

वहीं 7 गंभीर कुपोषित बच्चों में से 3 बच्चे सुपोषित हुए। कमार एनीमिक बालिकाओं और महिलाओं की बात करें तो 52 मध्यम एनीमिक महिलाओं में से 4 महिलाएं इससे बाहर आए हैं। गंभीर 15 महिलाओं में से 6 महिलाएं एनीमिक पीड़ित से बाहर निकली। जिले में इस योजना का सफल संचालन हो रहा है और कुपोषित बच्चों और एनीमिक पीड़ित महिलाओं में गिरावट आ रही है।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.